US में कितने लोग रखते हैं हथियार? आकड़ों से समझिए कितना खतरनाक है इस देश का गन कल्चर

US Gun Culture: अमेरिका के गन कल्चर ने इस देश में हजारों लोगों की जिंदगी छीन ली है और उन्हें मौत की नीद सुला दी। अमेरिका में हर दूसरे दिन कहीं भी फायरिंग कर दी जाती है। रास्ते चलते हुए किसी को भी गोली मार दी जाती है। अब डोनाल्ड ट्रंप पर हमला भी यहां के गन कल्चर का नतीजा है। आपको इसकी पूरी कहानी बताते हैं।

How Dangerous is US Gun Culture

अमेरिका के गन कल्चर की ही देन है ट्रंप पर जानलेवा हमला।

How Dangerous is US Gun Culture: अमेरिका में हर डोनाल्ड ट्रंप पर हमले को लेकर अमेरिका की सीक्रेट सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़े हो रह हैं, ऐसा कहा जा रहा है कि हमलावर कैसे इतना करीब पहुंच गया और सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ट्रंप पर हुए इस हमले की सबसे बड़ी वजह क्या है? वो है- अमेरिका का गन कल्चर... जी हां, इस देश में बंदूक रखने का चलन काफी पुराना है। गन कल्चर का ही नतीजा है कि अमेरिका में 50 साल में 15 लाख मौतें हो गईं।

कितना खतरनाक है अमेरिका का गन कल्चर?

अगर आपको अमेरिका के गन कल्चर को आसान शब्दों में समझना है, तो ये जान लीजिए कि अमेरिका में बंदूक रखना बिल्कुल वैसा ही है, जैसे भारत में गुटका, बीड़ी, सिगरेट और तम्बाकू रखना। दुनिया के सुपरपावर देश में आए दिन गोलीबारी होती रहती है, लेकिन वहां की सरकारें कभी कुछ नहीं कर पाती हैं। दिन पर दिन ये गन कल्चर लगातार बढ़ता ही जा रहा है, मास शूटिंग की घटनाओं में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। वहां की गन लॉबी इतनी मजबूत है कि सरकारें आती हैं और जाती है, लेकिन इसके खिलाफ कोई बड़ा एक्शन नहीं ले पाती हैं। अमेरिका में गन कंट्रोल कानून बनने के बाद भी फायरिंग की घटनाओं पर फुलस्टॉप नहीं लग पा रहा है। अब आपको बताते हैं कि अमेरिका का गन लॉ क्या है?

अमेरिका के गन लॉ को आसान शब्दों में समझें

आए दिन फायरिंग की घटनाओं को देखते हुए अमेरिका में बंदूक रखने के लिए सख्त नियम बनाए जाने की लगातार मांग उठती रही है, लेकिन एक बड़ा तबका इस देश में गम कल्चर का समर्थन करता है। यदि इस देश के गन कंट्रोल कानून का जिक्र किया जाए तो, इस देश में बंदूक खरीदने की न्यूनतम उम्र सीमा निर्धारित है। अमेरिका के द गन कंट्रोल एक्ट 1968 (GCA) के अनुसार राइफल या छोटा हथियार खरीदने के लिए व्यक्ति की आयु 18 साल होनी जरूरी है। इसके अलावा दूसरे हथियार या हैंडगन खरीदने के लिए कम से कम 21 वर्ष की आयु होनी चाहिए।

अमेरिका में किसे बंदूक खरीद की इजाजत नहीं?

अमेरिकी कानून के तहत समाज के लिए खतरा माने जाने वाले व्यक्ति, भगोड़े और मानसिक रूप से बीमार लोगों को बंदूक खरीदने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा गुंडागर्दी करने वाले, एक साल से अधिक सजा पाने वाले शख्स को भी बंदूक खरीदने की इजाजत नहीं होती है। नशे के आदि युवाओं को हथियार खरीदने और बेचने की अनुमति नहीं होती। अवैध नशीले पदार्थों का उपयोग करने के लिए दोषियों को भी बंदूक नहीं बेची जा सकती है, ऐसी अमेरिकी फेडरल कानून की गाइडलाइन है।

हथियार खरीदने के साथ-साथ बेचने वालों के लिए भी नियम बनाए गए हैं, जिसके तहत यहां बंदूक विक्रेता कि न्यूनतम आयु 21 साल होनी चाहिए। फेडरल फायरआर्म्स लाइसेंस के स्थानीय पुलिस को बंदूक के कारोबार की जानकारी होनी चाहिए। हथियारों की बिक्री का लाइसेंस तभी मिलता है, जब बेचने वाले की मानसिक स्थिति संतुलित हो। इसके लिए सर्टिफिकेट मुहैया कराने के नियम हैं। लगभग एक तिहाई अमेरिकियों का कहना है कि वे बंदूक रखते हैं, ऐसा Pew Research का डेटा दिखाता है।

अमेरिका के गन कल्चर ने हजारों को मार डाला

अमेरिका में सिर्फ वर्ष 2024 में अबत तक 200 से अधिक मास शूटिंग की वारदातों को अंजाम दिया जा चुका है। आपको आंकड़ों से समझना चाहिए कि पिछले 10 सालों में इस देश में कितनी मास शूटिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। 4500 से अधिक गोलीबारी की घटनाओं में लाखों की लोगों की जान जा चुकी हैं।

वर्षमास शूटिंग की घटनाएं
2014273
2015336
2016383
2017348
2018336
2019417
2020610
2021690
2022647
2023632
2024अब तक 200 से ज्यादा
पिछले 50 साल में 15 लाख लोगों की मौत

उपर दिए इन आंकड़ों को देखकर ये समझना आसान हो गया होगा कि अमेरिका के लोगों के लिए कैसे गन कल्चर 'भस्मासुर' बनता जा रहा है। एक रिपोर्ट में ये जानकारी साझा की गई है कि अमेरिका में गन कल्चर के कारण पिछले 50 साल (1968 से 2017 के बीच) में 15 लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। वर्ष 2017 के बाद भी हजारों की जानें गई हैं। जब मरने वालों की तादाद इतनी अधिक है, तो सोचिए कि घायलों की संख्या कितनी होगी, वो शायद इससे भी अधिक हो सकती है।

अमेरिका में गन कल्चर का दुष्परिणाम समझिए

  • वर्ष 2021: गन कल्चर और मास शूटिंग की घटनाओं में 48 हजार 830 लोगों की मौत हुई थी।
  • वर्ष 2020: बंदूकों से 45 हजार से ज्यादा लोग मारे गए, इनमें 54 फीसदी (24,300) आत्महत्याएं शामिल हैं।
  • अमेरिका में होने वाली हत्याओं में 79 फीसदी में बंदूक का इस्तेमाल होता है।

एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका में जितनी लोगों की जनसंख्या है, उससे अधिक बंदूकें हैं। आंकड़ों का आंकलन किया जाए तो हर 100 अमेरिकियों के पास 121 बंदूकें हैं, जबकि वर्ष 2011 में यह आंकड़ा 88 था। जानकारी के अनुसार अमेरिका में लोगों के पास 40 करोड़ बंदूके हैं, जबकि इस देश की जनसंख्या 33 करोड़ है।

गन कंट्रोल कानून का ट्रंप ने ही किया था विरोध

जो बाइडेन ने साल 2022 में अमेरिका में बढ़ते गन कल्चर पर कंट्रोल करने के लिए एक कानून बनाया था, लेकिन उस वक्त पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका जमकर विरोध किया था। बंदूक नियंत्रण की मांग का विरोध करते हुए ट्रंप ने कहा था कि जो कानून का पालन करते हैं, उनके लाइसेंस खत्म नहीं किए जाने चाहिए। हालांकि आज गन कल्चर के चलते ही ट्रंप पर गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिया गया।

अमेरिका में चार राष्ट्रपतियों की हत्या की गई

अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को हुए जानलेवा हमले से पहले भी इस देश में राष्ट्रपतियों, पूर्व राष्ट्रपतियों और प्रमुख दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को निशाना बनाने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इस देश के राजनीतिक इतिहास में हत्या और हत्या के प्रयासों की कुछ ऐसी ही घटनाएं इस प्रकार हैं।

अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन:

अब्राहम लिंकन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे, जिनकी जॉन वाइक्स बूथ ने 14 अप्रैल 1865 की गोली मार कर हत्या कर दी थी। घटना के दौरान वह अपनी पत्नी मेरी टॉड लिंकन के साथ वाशिंगटन के फोर्ड थियेटर में ‘अवर अमेरिकन कजिन’ नाटक देख रहे थे। बूथ की 26 अप्रैल 1865 को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। वह वर्जीनिया के बाउलिंग ग्रीन के समीप एक खेत में छिपा मिला था।

अमेरिका के 20वें राष्ट्रपति एम्स गारफील्ड:

गारफील्ड देश के दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी कार्यभार संभालने के छह महीने बाद हत्या कर दी गयी थी। वह दो जुलाई 1881 को वाशिंगटन में एक ट्रेन स्टेशन की ओर जा रहे थे तभी चार्ल्स गितेऊ ने उन्हें गोली मार दी थी। गितेऊ को जून 1882 में दोषी ठहराया गया और मृत्युदंड दिया गया।

अमेरिका के 25वें राष्ट्रपति विलियम मैकिनले:

मैकिनले को छह सितंबर 1901 में न्यूयॉर्क के बफेलो में तब गोली मारी गई थी जब वह भाषण देने के बाद लोगों से हाथ मिला रहे थे। एक व्यक्ति ने नजदीक से उनकी छाती में दो गोली मारी। मैकिनले की 14 सितंबर 1901 में मौत हो गयी थी। उनके बाद उपराष्ट्रपति थियोडर रूजवेल्ट देश के राष्ट्रपति बने थे। डेट्रॉइट के 28 वर्षीय लियोन एफ ने गोली चलाने का अपराध स्वीकार किया गया था। उसे 29 अक्टूबर 1901 को करंट देकर मृत्युदंड दिया गया था।

अमेरिका के 32वें राष्ट्रपति फ्रेंकलिन डी. रूजवेल्ट:

रूजवेल्ट ने मियामी में एक खुली कार से भाषण दिया ही था कि तभी गोलियां चलने की आवाज सुनायी दी। फरवरी 1933 में हुई इस घटना में रूजवेल्ट घायल नहीं हुए लेकिन इसमें शिकागो के मेयर एंटन कर्माक की जान चली गयी। इस हमले के दोषी गिसिप्पे जंगारा को मौत की सजा दी गयी।

अमेरिका के 33वें राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रुमैन:

ट्रुमैन नवंबर 1950 में वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में थे तभी दो बंदूकधारी उसमें घुस गए थे। बंदूकधारियों के साथ गोलीबारी में ट्रुमैन तो बच गए थे लेकिन व्हाइट हाउस का एक पुलिसकर्मी और एक हमलावर मारा गया था। व्हाइट हाउस के दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस हमले में ऑस्कर कैलाजो को गिरफ्तार किया गया था और उसे मौत दी गयी थी। 1952 में ट्रुमैन ने उसकी मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया था। राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर ने 1979 में उसे जेल से रिहा कर दिया था।

अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी:

केनेडी नवंबर 1963 में जब प्रथम महिला जैकलीन केनेडी के साथ डलास गए थे तो एक बंदूकधारी ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया था। केनेडी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी मौत हो गयी थी। पुलिस ने कुछ घंटों बाद ली हार्वे ओस्वाल्ड को गिरफ्तार कर लिया था और दो दिन बाद ओस्वाल्ड की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जब उसे पुलिस मुख्यालय से जेल ले जाया जा रहा था।

अमेरिका के 38वें राष्ट्रपति गेराल्ड फोर्ड:

फोर्ड पर 1975 में कुछ ही हफ्तों के भीतर दो जानलेवा हमले किए गए थे और वह दोनों घटना में बच गए।

अमेरिका के 40वें राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन:

रीगन मार्च 1981 में वाशिंगटन में भाषण देकर निकल रहे थे तभी भीड़ में शामिल जॉन हिंकले जूनियर ने उन्हें गोली मार दी। वह उपचार के बाद स्वस्थ हो गए थे।

अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश:

बुश 2005 में जॉर्जिया के राष्ट्रपति मिखाइल साकाश्विली के साथ एक रैली में भाग ले रहे थे तभी उनकी ओर एक हथगोला फेंका गया। हथगोला फटा नहीं था और कोई भी हताहत नहीं हुआ था।

राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी थियोडोर रूजवेल्ट:

पूर्व राष्ट्रतपि रूजवेल्ट को 1912 में मिलवाकी में प्रचार के दौरान गोली मारी गयी थी। उन्हें इस हमले में कोई गंभीर चोट नहीं आयी थी।

राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रॉबर्ट एफ. केनेडी:

केनेडी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बनने की दौड़ में शामिल थे तभी 1968 में लॉस एंजिलिस में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।

राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी जॉर्ज सी. वालेस:

वालेस डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल थे तभी 1972 में मैरीलैंड में एक प्रचार अभियान के दौरान उन्हें गोली मारी गयी थी। इस घटना के कारण उन्हें कमर के निचले हिस्से में लकवा मार गया था।

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आयुष सिन्हा author

मैं टाइम्स नाउ नवभारत (Timesnowhindi.com) से जुड़ा हुआ हूं। कलम और कागज से लगाव तो बचपन से ही था, जो धीरे-धीरे आदत और जरूरत बन गई। मुख्य धारा की पत्रक...और देखें

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