समझिए चीनियों के लिए कैसे कब्रगाह बनते जा रहा पाकिस्तान, जनता तो जनता अब नेता भी दिखाने लगे आंख

Anti China Terror Attack in Pakistan: पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमले की ज्यादातर समय जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) लेते रहा है। कुछ हमलों में टीटीपी के हाथ होने की भी बात कही जाती रही है।

चीनी नागरिक को पाकिस्तान में बनाय जा रहा है निशाना

Anti China Terror Attack in Pakistan: चीन और पाकिस्तान दुनिया को एक पक्के दोस्त के तौर पर दिखाते रहे हैं, लेकिन सच्चाई इससे उलट दिख रही है। पाकिस्तान के अंदर चीन की पैठ को आम पाकिस्तानी नापसंद करते दिख रहे हैं। यही कारण है कि चीनी नागरिकों पर पाकिस्तान में कई हमले हो चुके हैं, जिसमें अब तक कई चीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, हाल ये है कि अब चीनी नागरिक पाकिस्तान से भागने की तैयारी करने लगे हैं। पहले तो जनता ही चीन को आंखें दिखा रही थी, अब नेता भी चीनी नागरिकों के व्यवहार से खफा होते दिख रहे हैं। चीनी नागरिकों के लिए पाकिस्तान एक कब्रगाह बनते दिख रहा है।

हाल के दिनों में पाकिस्तान में कई हमले

  • पाकिस्तान में 26 मार्च को हुए आत्मघाती हमले में पांच चीनी इंजीनियरों की मौत हो गई है, जिसके बाद से चीनी नागरिक पाकिस्तान में खौफ में जी रहे हैं।
  • 16 मार्च से 26 मार्च के बीच 10 दिनों में, पाकिस्तान में पांच अलग-अलग हमले हुए, तीन उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में और दो दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में।
  • सभी पांच हमले आत्मघाती बम विस्फोट थे, जिनमें कम से कम 12 सैन्यकर्मी, पांच चीनी नागरिक और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई।
  • पिछले साल अगस्त में ग्वादर में दो बंदूकधारियों ने 23 चीनी इंजीनियरों के काफिले को निशाना बनाया था, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उनके हमले को नाकाम कर दिया था।
  • 2022 के अप्रैल में एक महिला सुसाइड अटैकर ने खुद को कराची यूनिवर्सिटी के चीनी सेंटर के सामने उड़ा लिया था, जिसमें तीन चीनी शिक्षकों की मौत हो गई थी।
  • जुलाई 2021 में, एक जलविद्युत परियोजना पर काम कर रहे कम से कम नौ चीनी इंजीनियरों की मौत तब हो गई, जब एक आत्मघाती हमलावर ने उनकी बस में टक्कर मार दी थी, यह हमला 26 मार्च को हुए हमले के समान ही था।
कौन कर रहा है चीनियों को पाकिस्तान में टारगेट

पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमले की ज्यादातर समय जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) लेते रहा है। कुछ हमलों में टीटीपी के हाथ होने की भी बात कही जाती रही है। 26 मार्च वाले हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है। इस हमले के लिए फ्रीलांस आतंकियों पर भी शक किया जा रहा है।

पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हो चुके हैं कई हमले

चीनियों से पाकिस्तान में नफरत की वजह

रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी नागरिकों को पाकिस्तान के लोग संदेह की नजर देखते हैं। उन्हें लगता है कि ये पााकिस्तान का दोहन करने आए हैं। सबसे ज्यादा विरोध बलूचिस्तान प्रांत में है, जहां चीन के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। बलूचिस्तान क्षेत्रफल के हिसाब से पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, लेकिन तेल, कोयला, सोना, तांबा और गैस भंडार सहित प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध होने के बावजूद सबसे गरीब भी है। चीन की जब यहां एंट्री हुई तो बलोच लोगों ने जमकर विरोध किया। उन्हें लगता है कि चीन, इस इलाके का और दोहन करेगा और बलूचों को कुछ नहीं मिलेगा। इसके अलावा एक और वजह है- चीन में मुसलमानों के साथ ज्यादती की खबरें। चीन के सिंकयांग राज्य में जारी चीनी मुसलमानों पर अत्याचार से भी पाकिस्तान के लोग नाराज बताए जाते रहे हैं।

End Of Feed