Merkava Tank: कितना ताकतवर है गाजा पर चढ़ाई करने जा रहा इजरायल का टैंक मेर्कवा, हमलों को कर देता है नाकाम

Israel Main Battle Tank Merkava Mark 5 : गाजा पर इजरायल के जमीनी हमले में सेना की ओर से सबसे बड़ी भूमिका उसका टैंक मेर्कवा मार्क-5 निभाने जा रहा है। यह इजरायल का मुख्य बैटल टैंक है। इजरायल ने साल 1973 में इस टैंक को बनाया और परीक्षणों के बाद इसे 1979 में सेना में शामिल किया गया। मेर्कवा का चार वर्जन पहले ही आईडीएफ में शामिल होकर अपनी सेवा दे चुके हैं।

idf tank

गाजा पर जमीनी हमले करने जा रही इजरायल की सेना।

Israel Main Battle Tank Merkava Mark 5 : गाजा में आतंकी संगठन हमास पर पर हवाई हमले करने के बाद इजरायल की सेना इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने जमीनी हमले की तैयारी शुरू कर दी है। इजरायली सैनिक टैंकों के साथ गाजा सिटी के पास मौजूद हैं। टैंकों एवं बख्तरबंद वाहनों से गाजा सिटी की घेरेबंदी हो गई है। आईडीएफ ने कहा है कि वह गाजा पर 'समन्वित हमले' करने जा रही है। ये हमले जमीन, वहा और समुद्र से होंगे। आईडीएफ को हमला शुरू करने के लिए बस आदेश का इंतजार है। आईडीएफ का जमीना हमले करने का उद्देश्य हमास के शीर्ष सैन्य नेतृत्व को पूरी तरह से खत्म करना है। आईडीएफ के मुख्य प्रवक्ता डेनिल हगारी ने न्यूयॉर्ट टाइम्स को बताया कि सेना का लक्ष्य हमास और उसके नेताओं को पूरी तरह से सफाया करना है। हमास अब किसी भी तरीके से गाजा पर शासन नहीं कर पाएगा।

इजरायल का मुख्य बैटल टैंक है मेर्कवा मार्क-5

गाजा पर इजरायल के जमीनी हमले में सेना की ओर से सबसे बड़ी भूमिका उसका टैंक मेर्कवा मार्क-5 निभाने जा रहा है। यह इजरायल का मुख्य बैटल टैंक है। इजरायल ने साल 1973 में इस टैंक को बनाया और परीक्षणों के बाद इसे 1979 में सेना में शामिल किया गया। मेर्कवा का चार वर्जन पहले ही आईडीएफ में शामिल होकर अपनी सेवा दे चुके हैं। मेर्कवा मार्क-5 आधुनिक हथियारों एवं तकनीक से लैस है। 1982 के लेबनान युद्ध में मेर्कवा का खूब इस्तेमाल हुआ और इसने शानदार प्रदर्शन किया। मेर्कवा को बराक टैंक के नाम से भी जाना जाता है।

AI से लैस है मेर्कवा मार्क-5

आईडीएफ का यह टैंक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से लैस है। यह दुश्‍मन के हमला करने से पहले ही उन्‍हें ढूढ़कर तबाह कर देता है। इसे इस तरीके से तैयार किया गया है कि यह अपने आसपास के इलाके की निगरानी खुद कर लेता है।आस-पास के खतरों एवं भौगोलिक जानकारी प्रासेस कर टैंक के चालक दल तक पहुंचा देता है। इस टैंक में इजरायल की रक्षा कंपनियों की और से तैयार कई आधुनिक सिस्टम लगे हैं। मेर्कवा मार्क 5 अपने पहले के संस्करण मेर्कवा मार्क 4 का ही उन्नत रूप है। इसमें कटिंग एज, डिजिटल तकनीक लगी है और यह ज्यादा सुरक्षित है। इसका ऊपरी कवच ज्यादा मजबूत होने की वजह से यह दुश्मन के ग्रेनेड एवं ड्रोन हमलों को आसानी से झेल सकता है। ड्रोन एवं ग्रेनेड के हमलों से टैंक के चालक दल के सदस्य सुरक्षित रहते हैं। मेर्कवा टैंक में ड्राइवर, कमांडर, गनर और लोडर सहित चार लोग सवार होते हैं।

आधुनिक सेंसर लगे हैं

मेर्कवा टैंक में लक्ष्यों का पता लगाने के लिए आधुनिक सेंसर लगे हैं। इसके द्वारा एकत्र की गई सूचनाओं को सेना की अन्य यूनिटों के साथ रीयल टाइम पर साझा किया जा सकता है। टैंक के कमांडर के हेलमेट में उसी तरह का आयरन विजन लगा होता है जैसा कि फाइटर जेट्स के पायलट में होता है। इस कैमरे से टैंक के आस-पास का पूरा क्षेत्र दिखाई देता है। टैंक के बाहर हेलमेट के आते ही कैमरा 360 डिग्री पर स्कैन कर लेता है। यही नहीं टैंक में रडार डिटेक्शन सिस्टम है जो मिसाइलों, उनके पाथ की पहचान कर लेता है। इसके बाद टैंक में लगे लॉन्चर्स मेटल पैलेट की बौछार करते हैं जिससे मिसाइल अपना निशाना चूक जाती है।

4,000 मीटर तक दाग सकता है गोला

मेर्कवा की फायर पावर बेजोड़ है एवं काफी सटीक है। यह टैंक दिन एवं रात में चलते हुए भी सटीकता से फायर करता है। मेर्कवा V की सबसे बड़ी खूबी इसमें लगा ट्राफी एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम (एपीएस) है। यह टैंक को एंटी-टैंक मिसाइल, आरपीजी, रॉकेट एवं विस्फोटकों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह 64 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 500 किलोमीटर दूर जा सकता है। मेर्कवा मार्क 5 में हथियार भी मार्क 4 जैसे हथियार लगे हैं। इसके गन का बैरल 120 एमएम का है। यह 4,000 मीटर तक गोला दाग सकता है। दूसरा इसके ऊपर 7.62 एमएम की मशीन गन और इसमें 60 एमएम का मोर्टार लगा है।

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आलोक कुमार राव author

करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें

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