Money Tips: नौकरी जाने का खतरा है तो करें ये 5 काम, नहीं होगी पैसे की कमी
Money Tips: निकट भविष्य में मंदी और इसके परिणामस्वरूप नौकरियों जाना आज के समय में एक डरावनी सच्चाई है, जिसे सबसे अच्छे तरीके से वित्तीय रूप से तैयारी करके दूर किया जा सकता है। यहां पैसे से जुड़े कुछ कदमों पर विचार करें। जिनसे आप नौकरी गंवाने के बाद अपने पैरों पर खड़े रह सकते हैं।
जब नौकरी हो खतरे में तब क्या करें?
Money Tips: विश्व अर्थव्यस्था में मंदी के दौर के साथ, वेतन भोगी व्यक्तियों के लिए नौकरी गंवाना एक बहुत बड़ी चिंता की बात बन चुकी है। बड़ी-बड़ी तकनीकी कंपनियों, फूड डिलीवरी एग्रीगेटर्स, वैश्विक स्तर पर बड़ी तकनीकी कंपनियों तथा हाल ही में स्टार्ट-अप्स को बंद किया जाना पूरी दुनिया में जॉब मार्केट के बदतर होने के संकेत हैं। खर्च को कम करने के लिए अनेक भारतीय कंपनियों द्वारा भी नौकरियों में कटौती की घोषणा की गई है। निकट भविष्य में मंदी तथा इसके परिणामस्वरूप नौकरियों की हानि आज के समय में एक डरावनी सच्चाई है, जिसे सबसे अच्छे तरीके से वित्तीय रूप से तैयारी करके दूर किया जा सकता है। यहां पर पैसे से जुड़े कुछ कदमों पर विचार किया गया है जिनसे आप नौकरी गंवाने के बाद अपने पैरों पर खड़े रह सकते हैं।
गैर-ज़रूरी खर्चों को कम करें
अपने खर्च का आंकलन करनें और गैर-ज़रूरी खर्चों की पहचान करें जिनसे आप बच सकते हैं। कठिन समय में कड़े उपाय करने ज़रूरी होते हैं, और ऐसे कदम से आपको पैसे की बचत करने में मदद मिलेगी। आखिरकार, बचत आपकी कमाई ही है।
आपातकालीन फंड तैयार करें
जब आपकी नियमित आय बंद हो जाती है, तो खर्चों को पूरा करने के लिए आपातकालीन फंड अनिवार्य होता है। आपातकालीन पूंजी का निर्माण करने पर ध्यान केन्द्रित करें, विशेष रूप से यदि आपने पहले से ही इसे नहीं बनाया है। यदि आपके पास आपातकालीन पूंजी है, जो अपर्याप्त है, तो इसे बढ़ाने की दिशा में काम करें। इस बात की सलाह दी जाती है कि आपके पास इतना आपातकालीन फंड होना चाहिए जो आपके 6-12 महीनों के खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हो। उदाहरण के लिए, यदि आपका वर्तमान में मासिक खर्च 40,000/- रूपये है, तो आपके पास लगभग 5 लाख रूपये का आपातकालीन फंड होना चाहिए ताकि आप बेरोजगारी की अवधि में से निकल सकें। इस पैसे को इस तरह से निवेश किया जाना चाहिए कि आप उसे आसानी से एक्सेस कर सकें, जैसे बचत खाता या ऐसा निवेश जिसे शीघ्रता से भुनाया जा सकता है।
अपने निवेश को संरक्षित रखने पर ध्यान केन्द्रित करें
निवेश करने का एक प्राथमिक लक्ष्य पूंजी का विकास करना है। लेकिन, कभी-कभी यह भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि अभी तक सृजित सम्पदा को संरक्षित किया जाए। नौकरी चले जाने की स्थिति में, किसी वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ के साथ अपने निवेश की समीक्षा करें। उच्च-जोखिम वाले निवेश जैसे स्टाक या ईक्विटी-ओरिएन्टेड निवेश जैसे ईक्विटी म्यूचल फंड्स से निकलने की सलाह दी जाती है।
इस प्रकार के निवेश को डेट एस्सेट्स जैसे डेट म्यूचल फंड और बैंक की सावधि जमाओं में डायवर्ट करें, कम से कम आंशिक रूप से ऐसा ज़रूर करें, जो वर्तमान में कमोबेश अच्छे रिटर्न दे रहे हैं। आप डेट-ओरिऐन्टेड हाइब्रिड फंड्स को भी चुन सकते हैं, हालांकि जिनमें ईक्विटी फंड्स की तुलना में निम्न रिटर्न मिलते हैं, लेकिन उनसे उच्च लिक्विडिटी के साथ वित्तीय सुरक्षा भी मिल जाती है। यह फंड लंबी अवधि की बेरोजगारी के दौरान आदर्श साबित हो सकते हैं।
पर्याप्त बीमा कराएं
अचानक होने वाले चिकित्सा खर्च से बचतों को बहुत बड़ी चोट पहुंच सकती है, विशेष रूप से जब आप बेरोजगार होते हैं। पहले से ही पैसे की तंगी झेलते हुए, यदि पर्याप्त बीमा कवरेज ली जाती है तो इससे पैसे की बचत हो सकती है। यदि आप ऐसा कर सकते हैं, तो आवश्यक बीमा कवरेज जैसे स्वास्थ्य बीमा बनाए रखने की कोशिश करें। इससे आपको अपनी बचत तथा निवेश को चिकित्सा संकट के समय में बनाए रखने में मदद मिलेगी। अतिरिक्त लागत पर अपनी कवरेज को बढ़ाएं, यदि संभव हो, लेकिन कम से कम 10 लाख रूपये का चिकित्सा कवर ज़रूर प्राप्त करें।
वित्तीय देयताओं को न बढ़ाएं
अपनी वित्तीय देयताओं को नियंत्रित रखें। लोन ईएमआई के जैसे खर्चों के कारण आपके वित्तीय स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, विशेष रूप से जब कोई स्थाई या निरन्तर आय न हो। ऐसे तरीकों की खोज करें जिससे आप अपने लोन को पूरा या आंशिक रूप से चुकता कर सकें। अल्पकालिक लोन के लिए, अपनी देयता को कम करने के लिए नियमित रूप से रिपेमेंट करने की कोशिश करें। और अधिक कर्ज लेने से बचें और अपनी देयताओं को नियंत्रित रखें।
नौकरी चले जाना एक बहुत बड़ी चुनौती वाली स्थिति होती है, लेकिन उचित वित्तीय प्लानिंग के द्वारा इसके असर को कम किया जा सकता है। इन टिप्स के अलावा, आप नए स्किल भी सीख सकते हैं जिससे आप अपनी आजीविका को चलाने के लिए कोई दूसरा जॉब कर सकते हैं।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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