एक राजा को क्यों पड़ती है ताजपोशी की जरूरत, महारानी की मौत के आठ महीने बाद क्यों हो रहा ब्रिटेन में शाही समारोह?
King Charles coronation: ब्रिटेन के लोगों ने आज से 70 साल पहले महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी को देखा था। हालांकि, इन 70 सालों में बहुत कुछ बदल चुका है। यह बदलाव इस समारोह में देखा जा सकता है।
King Charles coronation:ब्रिटेन के महाराजा किंग चार्ल्स तृतीय की ताजपोशी को आज दुनिया देखे रही है। शाही तड़क-भड़क के साथ इस समारोह में वह सबकुछ हो रहा है, जिसके लिए ब्रिटेन पूरी दुनिया में मशहूर है। ब्रिटेन के राजपरिवार ने इस खास आयोजन के लिए दुनियाभर से करीब 2000 मेहमानों को आमंत्रित किया है। इसमें भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ भी शामिल हैं। वह शुक्रवार को ब्रिटेन की राजधानी लंदन पहुंचे।
ब्रिटेन ने इससे पहले इस तरह का शाही समारोह आज से 70 साल पहले देखा था, जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी की गई थी। बीते साल आठ सितंबर, 2022 को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया था, जिसके बाद उनके बेटे किंग चार्ल्स तृतीय को ब्रिटेन का राजा घोषित किया गया था, जिनकी ताजपोशी अब की जा रही है। हालांकि, इस शाही समारोह को लेकर लोगों के मन में कई सवाल भी हैं, जैसे- महारानी की मृत्यु के आठ महीने बाद यह ताजपोशी क्यों हो रही है और किंग चार्ल्स को इस ताजपोशी की क्या जरूरत है? आइए जानते हैं...
पहले जानिए शाही समारोह में क्या होगा?ब्रिटेन के लोगों ने आज से 70 साल पहले महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी को देखा था। हालांकि, इन 70 सालों में बहुत कुछ बदल चुका है। यह बदलाव इस समारोह में देखा जा सकता है। इस समारोह के दौरान ब्रिटेन के राजा किंग चार्ल्स तृतीय और उनकी पत्नी कैमिला पार्कर बाउल्स पर पवित्र तेल छिड़का जाएगा। यह ताजपोशी की सबसे जरूरी प्रक्रियाओं में से एक है। ब्रिटेन के महाराजा अपनी पत्नी के साथ डायमंड जुबली स्टेट कोच में बैठकर राजमहल से वेस्टमिंस्टर एबे जाएंगे। इसके बाद वह गोल्ड स्टेस्ट कोच से वापस राजमहल आएंगे। ब्रिटेश की शाही परंपरा में यह वह समारोह होता है, जब ब्रिटेन के राजा के सिर पर वास्तविक तौर पर ताज रखा जाता है।
क्यों होती है ताजपोशी की जरूरत?ब्रिटेन के शाही उत्तराधिकारी कानून के मुताबिक, राजा या रानी की मृत्यु के तुरंत बाद सिंहासन उनके बेटे चार्ल्स के पास चला गया। हालांकि, उनकी ताजपोशी का आयोजन पूरी तरह से धार्मिक, संस्कार पूर्ण और पारंपरिक कार्यक्रम होता है। इस दौरान वह ब्रिटिश कानून और चर्च ऑफ इंग्लैंड को कायम रखने की शपथ लेते हैं। साथ ही ब्रिटेन की शाही परंपरा के अनुसार, सम्राट को औपचारिक रूप से गद्दी पर बिठाया जाता है और उन्हें ताज पहनाया जाता है।
आठ महीने बाद क्यों हो रही ताजपोशी?ब्रिटेन के शाही नियमों के अनुसार, किसी राजा या रानी की मृत्यु के बाद नए राजा का राज्याभिषेक शोक की अवधि पूरी होने के बाद ही होता है। यही कारण है कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के आठ महीने बाद किंग चार्ल्स तृतीय का राज्याभिषेक किया जा रहा है। इसी तरह जैसे किंग जॉर्ज की छह फरवरी 1952 को मृत्यु के बाद सिंहासन महारानी एलिजाबेथ के पास चला गया था, लेकिन शोक की अवधि पूरी होने के बाद उनकी ताजपोशी दो जून 1953 को हुई थी।
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