Delhi: सिसोदिया के बाद AAP के 50 और नेता 'अंदर', बाहर इन मोर्चों पर बढ़ा केजरीवाल का संकट, समझें- क्या हैं डिप्टी-CM की गिरफ्तारी के मायने?

Delhi Liquor Policy Case: दरअसल, दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने खत्म की जा चुकी आबकारी नीति 2021-22 को बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया है और राष्ट्रीय राजधानी में इस बाबत विरोध प्रदर्शन करेगी।

arvind kejriwal

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। (फाइल)

तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो

Delhi Liquor Policy Case: आबकारी नीति के मामले में डिप्टी-सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि सिसोदिया के पास मौजूदा समय में शिक्षा, वित्त और गृह सहित कुल 18 विभाग हैं। साथ ही वह पार्टी में सीएम के सबसे खास, नजदीकी और मंझे हुए सियासी चेहरा माने जाते हैं। दिल्ली सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, कुल 33 विभाग में से स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सेवा, वित्त, बिजली, गृह और शहरी विकास सहित 18 मौजूदा डिप्टी-सीएम के पास हैं। वह बाकी विभागों के प्रभारी भी हैं, जो खास तौर पर किसी मंत्री को नहीं दिए गए हैं।

वैसे, देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी यानी कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से उन्हें अरेस्ट किए जाने से पहले पिछले साल जून में दिल्ली के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी गिरफ्तार (ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में) किया गया था। उनकी गैर-मौजूदगी के बाद सीएम के पास शहर में शासन के एजेंडे को लागू करने के लिए कोई फिलहाल कद्दावर फेस नहीं है। ऐसे में केजरीवाल के लिए फौरी तौर पर दिल्ली सरकार का बजट निर्धारित तरीके से पेश करने और सिसोदिया की जगह पर किसी नए नेता को खोजने सरीखे बड़े चैलेंज हैं। इस बीच, समाचार एजेंसी पीटीआई को आप सूत्रों ने बताया कि राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद क्या कुछ हुआ?:

सिसोदिया की पत्नी से मिले केजरीवाल-मानसिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान ने उनकी पत्नी से आवास पर भेंट की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। केजरीवाल ने कहा, ‘‘मनीष झूठे केस में अरेस्ट किए गए। हम देख रहे हैं कि कैसे सज्जन, देशभक्तों, अच्छे और ईमानदार लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजा रहा है। बैंकों का करोड़ों रुपए लूटने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, क्योंकि वे उनके मित्र हैं।’’ बीजेपी के संदर्भ में उन्होंने आगे कहा- इन लोगों में उन्हें नोटिस भेजने तक का भी साहस नहीं है क्योंकि वे उनके दोस्त हैं। लोग देख रहे हैं और वे इसका जवाब देंगे।

डिप्टी CM की पत्नी बीमार, बेटा शहर से बाहरसीएम के मुताबिक, ‘‘डिप्टी सीएम की पत्नी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं। उन्हें मल्टीपल स्क्लेरोसिस है, जिसमें दिमाग धीरे-धीरे शरीर पर नियंत्रण खो देता है। वह घर पर अकेली हैं। मनीष ही उनकी देखभाल करते थे।’’ दिल्ली सीएम ने आगे बताया कि सिसोदिया का बेटा पढ़ाई के लिए शहर से बाहर है। हालांकि, सीएम ने उन्हें सांत्वना दी और कहा कि उन्हें फिक्र करने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके पति बहुत बहादुर व्यक्ति हैं जो देश के लिए लड़ रहे हैं। चूंकि, वह एक परिवार हैं लिहाजा वे उन सभी का ख्याल रखेंगे।

और AAP नेताओं पर भी एक्शन! बोले- हमें भी किया अरेस्टउधर, रविवार को पार्टी नेताओं ने दावा किया कि वे सीबीआई दफ्तर के पास विरोध के दौरान हिरासत में लिए जाने के चंद घंटों बाद अरेस्ट कर लिए गए। आप के सांसद संजय सिंह ने ने ट्वीट किया था, ‘‘पुलिस ने मुझे , मंत्री गोपाल राय, विधायक ऋतुराज झा, दिनेश मोहनिया, रोहित मेहरौलिया, आदिल खान के साथ कई पार्षदों और कार्यकर्ताओं को फतेहपुर बेरी थाने में गिरफ्तार कर लिया है।’’ हालांकि, पुलिस ने दावों को खारिज करते हुए कहा कि उसने इलाके में आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगाई है।

क्यों लिए गए थे ये आप नेता हिरासत में...जानें- पुलिस ने क्या कहा?पुलिस के मुताबिक, आशंका थी कि ‘आप’ के समर्थक और नेता बड़ी संख्या में सीजीओ परिसर में एकत्र होंगे। चूंकि, इसी परिसर में सीबीआई मुख्यालय है। लोधी रोड चौकी पर ‘आप’ नेता और समर्थक अवरोधक पार करने और सीबीआई दफ्तर के पास प्रदर्शन करने के इरादे से जुटे थे। उन्हें रोका गया। पर वे मुख्य सड़क पर बैठ गए, जिससे अपराह्न करीब 12 बजकर 25 मिनट पर यातायात बाधित हुआ। धारा 144 लागू के चलते वहां से हटने के लिए उनसे कहा गया पर वे बैठे रहे और उन्होंने नारेबाजी करने लगे ऐसे में 42 पुरुषों समेत 50 लोगों को हिरासत में लिया गया।

क्या हैं सिसोदिया की गिरफ्तारी के मायने? समझेंअगर वह जेल में लंबे समय तक रहते हैं, तब उनका काम कौन संभालेगा? चूंकि, लोगों के बीच वह माना हुआ चेहरा हैं। शिक्षा के क्षेत्र में वे उनके काम से वाकिफ हैं, जबकि केजरीवाल के भी वह विश्ववसनीय माने जाते हैं। ऐसे में उनके कद और उसी तरह काम करने वाला दूसरा नेता मिलना मुश्किल है। यही नहीं, यह गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब आप राष्ट्रीय राजनीति को ध्यान में रखते हुए अपना विस्तार कर रही है। अगले महीने वह चार चुनावी सूबों - कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मप्र और राजस्थान - का भी रुख करेगी। अंग्रेजी अखबार दि इंडियन एक्सप्रेस को आप के एक नेता ने बताया- सिसोदिया की गिरफ्तारी सिर्फ सरकार के काम-काज पर नहीं बल्कि उसके मनोबल पर भी असर डालेगी। जैन को गिरफ्तार किए आठ महीने हो चुके हैं पर उनकी अभी भी कमी खलती है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एक्सप्लेनर्स (explainer News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

अभिषेक गुप्ता author

छोटे शहर से, पर सपने बड़े-बड़े. किस्सागो ऐसे जो कहने-बताने और सुनाने को बेताब. कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में पारंगत और "मीडिया की मंडी" ...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited