Shares और Mutual Funds पर बहुत ही कम ब्याज पर ले सकते हैं लोन, बस रखना होगा इन बातों का ध्यान

Loan Against Shares & Mutual Funds : शेयर और म्यूचल फंड्स आपकी सम्पत्तियां हैं। आप इन पर लोन ले सकते हैं। वह भी असुरक्षित लोन की तुलना में बहुत ही कम ब्याज पर लोन ले सकते हैं। लेकिन आपको यहां बताए गए कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना होगा।

Loan tips

शेयरों और म्यूचल फंड्स पर उधार लेते समय ध्यान रखने योग्य बातें

Loan Against Shares & Mutual Funds : ईक्विटी होल्डिंग जैसे शेयरों या म्यूचल फंड यूनिट्स पर उधार लेना कोई आम बात नहीं है। लेकिन, यह फंड्स का और वह भी कम ब्याज दर पर, इंतजाम करने का सबसे सुविधाजनक और फास्ट तरीका है। ऐसे निवेशक जिन्होंने ईक्विटी-ओरिएन्टेड इंस्ट्रुमेंट्स में निवेश किया है, वह इस प्रकार के शेयरों और म्यूचल फंड्स पर अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेने पर विचार कर सकते हैं। आपके म्यूचल फंड्स यूनिट्स को रिडीम करवाने या आंशिक अथवा पूरी तरह से अपने शेयरों को बेचने की तुलना में यह बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। सिक्योरिटीज पर लोन लेने से आपका निवेश पहले की तरह ही बना रहता है और आप अपनी आपातस्थिति के लिए धन की व्यवस्था कर पाते हैं।

अपने म्यूचल फंड्स और ईक्विटी पर लोन लेते समय आपको निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण बातों को याद रखना चाहिए।

अपडेटेड केवाईसी के साथ डिमेट होल्डिंग

आपको यह तय कर लेना चाहिए की आपकी समस्त होल्डिंग्स, जिन्हें आप गिरवी रखना चाहते हैं, वह डिमैट फार्मेट में होनी चाहिए और समस्त केवाईसी-संबंधित ब्यौरा और दस्तावेज, क्या आप भारतीय निवासी हैं अथवा अनिवासी भारतीय आदि, ये सभी बातें आपके ब्रोकर या बैंक के पास अपडेटेड होनी चाहिए।

होल्डिंग्स अप्रूव्ड होनी चाहिए

आमतौर पर केवल लिस्टेड कंपनियों के शेयरों पर ही लोन लिया जा सकता है। ये स्टॉक एक्स्चेंज से प्रतिबंधित या डिलिस्टेड इकाईयां नहीं होनी चाहिए। ऐसा ही म्यूचल फंड यूनिट्स पर भी लागू होता है। कमियों या चूक के कारण इन्हें फंड हाउस द्वारा अलग-अलग स्कीमों में नहीं रखा गया होना चाहिए। इसके अलावा, उधारदाताओं द्वारा खुद ही उन कंपनियों तथा फंड्स की सूची रखी जाती है जिन्हें उनके बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया गया होता है। यदि आपकी होल्डिंग्स इन दोनों श्रेणियों में नहीं आती हैं, तो उन्हे कोलेट्रल के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।

सिक्योरीटीज पर लोन लेने के लिए मार्जिन होता है

जिन सिक्योरीटीज को आप कोलेट्रल के रूप में गिरवी रखते हैं, आमतौर उस होल्डिंग की वैल्यू का 50% से 80% लोन दिया जाता है। इसको अलग-अलग उधारदाताओं द्वारा भिन्न-भिन्न तय किया जाता है। लेकिन, इस तरीके से मिलने वाला न्यूनतम लोन 50,000/- रूपये और अधिकतम लोन राशि 20 लाख रूपये होती है।

आपको ब्याज का भुगतान करना होगा

म्यूचल फंड होल्डिंग्स और शेयरों पर लिए गए लोन के लिए ब्याज का भुगतान करना पड़ता है। विशेष रूप से, पर्सनल लोन के साथ तुलना करने पर, सिक्योरीटीज पर लिए गए लोन के लिए ब्याज कम होता है। बैंक पर निर्भर करते हुए, आपसे प्रतिवर्ष 7-15% ब्याज लिया जा सकता है। लेकिन, ईक्विटीज पर लोन के संबंध में यह अच्छी बात होती है कि यह लोन ओवरड्राफ्ट लोन के रूप में उपलब्ध होता है, तथा आप केवल प्रयोग की गई राशि पर ब्याज का भुगतान करने के लिए जिम्मेवार होते हैं। उदाहरण के लिए, आपको अपने अकाउंट पर 5 लाख रुपए के ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्राप्त होती है। अगर आप 2 लाख रुपए निकलवाते हैं और उसे अपने अकाउंट में एक महीने में जमा कर देते हैं, तो आपको केवल 2 लाख रुपए के लिए एक ही महीने का ब्याज भुगतान करना होगा। संक्षेप में, आपको ब्याज केवल उसी राशि पर देना होता है जिसका आपने इस्तेमाल किया है न कि स्वीकृत की गई राशि पर।

समस्त या आंशिक गिरवी

आप जरूरत राशि के आधार पर अपनी सिक्योरीटीज को आंशिक या पूरी तरह से गिरवी रख सकते हैं। अगर राशि कम है, तो आप अपनी होल्डिंग्स के एक छोटे से हिस्से को गिरवी रख सकते हैं। यह निर्णय करने के लिए एक अंदाजा लगा लेना समझदारी की बात होती है कि आपको अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए कितनी कोलेट्रल को गिरवी रखना पड़ेगा। नेट बैंकिंग पर लॉग-इन करने के बाद, ओटीपी की पुष्टि के उपरांत, आप एनएसडीएल और सीडीएसएल जैसी शेयर डिपॉजट्रीज के पास ऑनलाइन ही अपनी होल्डिंग्स को गिरवी रख सकते हैं।

आप गिरवी रखी गई सिक्योरीटीज को बेच या उनकी ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं

जब आप सिक्योरिटीज पर लोन लेते हैं, तो आपके गिरवी रखे गए शेयर या म्यूचल फंड्स पर लिए ग्रहणाधिकार बन जाता है। अनिवार्य रूप से इसके मायने हैं कि जब तक आप उधारदाता को राशि चुका नहीं देते हैं, तब तक आप उन सिक्योरीटीज की ट्रेडिंग या बिक्री नहीं कर सकते हैं।

यदि आप चूक करते हैं, तो उधारदाता आपकी गिरवी रखी गई सिक्योरीटीज को बेच सकते हैं

यदि आप लोन अवधि के दौरान लोन राशि का ब्याज सहित भुगतान नहीं करते हैं, तो उधारदाताओं को आपको होल्डिंग्स को बेचने का अधिकार होता है और इस तरह से वह राशि की वसूली कर सकते हैं।

शेयर और म्यूचल फंड्स आपकी सम्पत्तियां हैं। इसलिए, आप उन पर लोन ले सकते हैं, तथा वह भी असुरक्षित लोन की तुलना में बहुत ही कम ब्याज पर लोन ले सकते हैं। लेकिन, उधारदाता आपके क्रेडिट स्कोर और पात्रता की जांच करेंगे और लोन को मंजूर करने से पहले वे आपकी यूनिट्स की वैल्यू का भी आंकलन करेंगे। इसके अलावा, शेयर और म्यूचल फंड्स पर लोन लेने से पहले, आपको अपनी जरूरत तथा रिपेमेंट क्षमता का भी आंकलन कर लेना चाहिए। सिक्योरीटीज पर लिए गए लोन के संबंध में चूक की लागत क्रेडिट स्कोर पर चोट पहुंचने के अलावा भी बहुत बड़ी हो सकती है। याद रखें कि यदि आप चूक करते हैं, तो आपको निवेश को गंवाना पड़ेगा। इसलिए, जब भी आप लोन लेने का फैसला करते हैं, तो विवेकशील बने और समय पर इसको चुकाएं ताकि आपको अपना निवेश न गंवना पड़े और आपके क्रेडिट स्कोर को भी नुकसान न हो।

(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)

(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

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