क्या एकसाथ आने वाले हैं उद्धव और राज ठाकरे? शरद पवार की बेटी ने अटकलों पर कही ये बड़ी बात; समझिए सियासी समीकरण
क्या महाराष्ट्र की सियासत नई करवट लेने वाली है? बाल साहब ठाकरे के बेटे और भतीजे, यानी उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एकसाथ आने की अटकलें तेज हो गई हैं। इसी बीच शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा है कि अगर राज और उद्धव फिर से एक साथ हो जाते हैं, तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए।

राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के मिलन की अटकलें तेज।
Uddhav Thackeray and Raj Thackeray: क्या महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद सालों पहले बिछड़े वो भाई एकसाथ आ जाएंगे, जो एक दूसरे के कट्टर दुश्मन माने जाते हैं? बात उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे की हो रही है। महाराष्ट्र में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना को मिली हार के बाद से ही ऐसी भविष्यवाणी की जा रही है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक हो सकते हैं। इसी बीच शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने इन अटकलों के बारे में बड़ी बात कही है।
राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे अगर आते हैं एकसाथ तो...
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने शनिवार को कहा कि अगर अलग हुए चचेरे भाई राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के हित में फिर से एक साथ हो जाते हैं तो इसका 'पूरे दिल से स्वागत' किया जाना चाहिए। सुले ने दोनों चचेरे भाइयों के बीच सुलह की संभावना के बारे में लगाई जा रही अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही।
दोनों भाई के बीच राजनीतिक सुलह की अटकलें हुई तेज
मनसे नेता राज ठाकरे और उनके चचेरे भाई एवं शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच संभावित राजनीतिक सुलह की अटकलों को उस समय बल मिला, जब दोनों के बयानों से संकेत मिला कि वे 'मामूली मुद्दों' को नजरअंदाज कर सकते हैं और लगभग दो दशक के अलगाव के बाद हाथ मिला सकते हैं।
खुद राज ठाकरे ने इस ओर कर दिया बड़ा इशारा
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि उनके पिछले मतभेद 'मामूली' हैं और ‘मराठी मानुष’ के व्यापक हित के लिए एकजुट होना कोई मुश्किल काम नहीं है। शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटी-मोटी बातों और मतभेदों को नजरअंदाज करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को कोई महत्व नहीं दिया जाए।
राज और उद्धव के मिलन पर क्या बोलीं सुप्रिया सुले?
सुप्रिया सुले ने मीडिया से कहा, 'राज ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र में हो रहा विवाद उनके विवाद से बड़ा है। यह मेरे लिए खुशी की खबर है.... अगर (दिवंगत शिवसेना संस्थापक) बाल ठाकरे हमारे बीच होते तो वह आज बहुत खुश होते।' उन्होंने कहा, 'अगर दोनों भाई महाराष्ट्र के हित के लिए फिर से एकजुट हो रहे हैं तो हमें इसका तहे दिल से स्वागत करना चाहिए।'
जब सालों बाद एकसाथ नजर आए थे उद्धव और राज
शिवसेना (यूटीबी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई एवं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे पिछले साल मुंबई में परिवार में हुई एक शादी में साथ नजर आए थे। राजनीतिक रूप से अलग-अलग राह पर चल रहे इन चचेरे भाइयों को राज ठाकरे की बड़ी बहन जयवंती देशपांडे के बेटे यश देशपांडे की शादी में अन्य रिश्तेदारों के संग एक साथ खड़े देखा गया। जयवंती देशपांडे उद्धव की पत्नी रश्मि ठाकरे की करीबी हैं।
बता दें, राज ठाकरे ने 2005 में शिवसेना (तब अविभाजित) छोड़ दी और अगले वर्ष अपनी पार्टी बना ली। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनाव में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) के घटक शिवसेना (यूटीबी) ने 20 सीट जीतीं। मनसे को विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली। ऐसे में यदि उद्धव और राज एक हो जाते हैं तो कहीं न कहीं राजनीतिक दृष्टिकोण से दोनों ही एक-दूसरे को मजबूत करेंगे।
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