महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण के इस्तीफे से दोहरी मुसीबत में कांग्रेस, नेता तो गया ही, एक राज्यसभा सीट भी छिटकी! समझिए गणित
Maharashtra Rajya Sabha Election: महाराष्ट्र की 6 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है। अभी तक को जो समीकरण है उसके हिसाब से कांग्रेस एक सीट और बाकी के 5 में से 3 बीजेपी, 1 शिंदे गुट और 1 अजीत पवार गुट ले जाएगा।
सोनिया गांधी के साथ अशोक चव्हाण
Maharashtra Rajya Sabha Election: महाराष्ट्र के धाकड़ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं। कभी महाराष्ट्र में कांग्रेस का नेतृत्व और सरकार का नेतृत्व करने वाले अशोक चव्हाण को जनाधार वाला नेता माना जाता रहा है। नांदेड़ इलाके में पकड़ रखने वाले अशोक चव्हाण के जाने से जहां कांग्रेस ने एक बड़ा नेता तो खो ही दिया है, साथ ही एक राज्यसभा की सीट भी उससे छिटकती दिख रही है।
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अगर टूटी कांग्रेस तो बीजेपी चौथी सीट जीत जाएगी!
दअसल महाराष्ट्र की 6 राज्यसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है। अभी तक को जो समीकरण है उसके हिसाब से कांग्रेस एक सीट और बाकी के 5 में से 3 बीजेपी, 1 शिंदे गुट और 1 अजीत पवार गुट ले जाएगा। लेकिन अब खेल बदल रहा है, अशोक चव्हाण के इस्तीफे और उनके साथ कुछ विधायकों के जाने के दावे के बाद बीजेपी का चौथा उम्मीदवार मैदान में बाजी मार सकता है। अटकलें हैं कि अशोक चव्हाण ही बीजेपी के चौथा उम्मीदवार हो सकते हैं।
महाराष्ट्र का समीकरण
महाराष्ट्र में एक राज्यसभा सीट के लिए 42 विधायकों की जरूरत है। कांग्रेस के पास 45 विधायक थे। जिसमें से आज अशोक चव्हाण इस्तीफा दे गए। सुनील केदार अयोग्य घोषित हो चुके हैं। ऐसे में अगर जैसा दावा किया जा रहा है कि अशोक चव्हाण अपने साथ 10-12 विधायक भी तोड़ ले जाएंगे तो कांग्रेस के लिए राज्यसभा की सीट निकालना टेढ़ी खीर होगी। यहीं पर बीजेपी का चौथा उम्मीदवार बाजी मार ले जाएगा। मतलब बीजेपी को उम्मीद से एक सीट ज्यादा मिल जाएगा, जैसा कि 2022 के चुनाव में हुआ था।
ऐसे जीत सकती है कांग्रेस
हाल के दिनों में जितने भी चुनाव हुए हैं, उसमें ज्यादातर में क्रॉस वोटिंग बीजेपी के पक्ष में गया है। ऐसे में क्रॉस वोटिंग, कांग्रेस के सपोर्ट में होने के आसार दिख नहीं रहे हैं। उद्धव गुट वाली शिवसेना के पास 17 विधायकों का सपोर्ट हैं, लेकिन व्हिप जो है वो एकनाथ शिंदे गुट के पास है, क्योंकि चुनाव आयोग ने उसी गुट को असली शिवसेना माना है। मतलब उद्धव गुट से सपोर्ट शायद नहीं मिल पाएगा। अब आते हैं शरद पवार के पास। शरद पवार वाले गुट के पास 12 विधायक हैं। एनसीपी तो अजीत पवार के पास चला गया है लेकिन स्पीकर ने अभी व्हीप पर फैसला नहीं किया है। अगर इसपर देरी होती है और शरद पवार के विधायक कांग्रेस के साथ जाते हैं तो कांग्रेस ये सीट निकाल सकती है।
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शिशुपाल कुमार author
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र...और देखें
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