जब अपने फैसले पर अड़ गए थे Manmohan Singh, गिरने वाली थी सरकार; फिर हुआ ट्विस्ट; पढ़िए मनमोहन सिंह के 8 बड़े फैसले

Manmohan Govt Big Decision: डॉ. मनमोहन सिंह जब भारत के 13वें प्रधानमंत्री बनें तो कांग्रेस बहुत मजबूत स्थिति में नहीं थी, सरकार गठबंधन पर टिकी थी। इसी दौरान मनमोहन सिंह ने एक ऐसा कदम उठाया था, जिससे सहयोगी वाम पार्टी नाराज हो गई थी और समर्थन वापस ले लिया था।

मनमोहन सरकार के बड़े फैसले

Manmohan Govt Big Decision: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, विश्वविख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन भले ही आज परलोक सिधार गए हों, लेकिन उनके फैसले इस देश के भविष्य के निर्माण में अपना योगदान देते रहेंगे। मनमोहन सिंह ने यूपीए सरकार के दौरान कई ऐसे फैसले लिए थे, जिसे काफी सराहा गया था और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हुई थी। कई फैसलों ने जनता को एक नई शक्ति थी। इन सब फैसलों में एक ऐसा फैसला भी था, जब मनमोहन सिंह ने अपनी ही सरकार को दांव पर लगा दिया था। मौका था अमेरिका के साथ भारत के परमाणु संधि की। जिसे मनमोहन सिंह हर हाल में करना चाहते थे, लेकिन सरकार गठबंधन की थी और एक बड़ी सहयोगी वाम दल इसके खिलाफ थी।

जब गिरने वाली थी मनमोहन सरकार- भारत-अमेरिका परमाणु समझौता

भारत-अमेरिका परमाणु समझौते की शुरुआत जुलाई 2005 में हुई थी, जब तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अमेरिका गए थे। 18 जुलाई 2005 को मनमोहन सिंह और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने एक संयुक्त बयान में असैन्य परमाणु समझौते के लिए अपनी सहमति की घोषणा की थी। यह 1974 में भारत द्वारा किए गए पहले परमाणु परीक्षण के बाद से अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए प्रतिबंधों के लगभग 30 साल बाद हुआ था। यह एक ऐतिहासिक अवसर भी था क्योंकि यह पहली बार था जब भारत को परमाणु हथियार संपन्न देश के रूप में मान्यता दी जा रही थी।

End Of Feed