मनी हाइस्ट से लेकर इमोजी तक....सोशल मीडिया पर इतने आक्रामक क्यों हुए पीएम मोदी, लाख टके का सवाल
PM Modi on Social Media: पीएम मोदी ने पहली बार 5 दिसंबर को एक्स पर एक पोस्ट में इमोजी का इस्तेमाल किया था। इसने इंटरनेट पर हर कोई हैरान था।
पीएम मोदी का नया अंदाज
PM Modi Social Media Post: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों नए अंदाज में नजर आ रहे हैं। गंभीर मुद्दों पर अपनी राय जताने के लिए वह इमोजी और नए उदाहरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उनका अंदाज आक्रामक और तंज भरा है। लेकिन अचानक वह सोशल मीडिया पर इतने आक्रामक अंदाज में क्यों दिख रहे हैं, यह लाख टके का सवाल बन गया है। इसकी शुरुआत बस कुछ दिनों पहले ही हुई है। मंगलवार को पीएम मोदी ने बीजेपी के एक पोस्ट को रीट्वीट किया जिसमें लोकप्रिय टीवी सीरीज 'मनी हाइस्ट' के एक वीडियो का इस्तेमाल किया गया था। वह झारखंड से राज्यसभा सांसद धीरज साहू के पास से 350 करोड़ रुपये नकद जब्त होने के बाद कांग्रेस पर तंज कस रहे थे।
धीरज साहू के बहाने कांग्रेस पर निशाना
8 दिसंबर को पीएम मोदी ने ट्विटर पर नकदी से भरी अलमारियों की एक अखबार की तस्वीर का इस्तेमाल किया। यह खबर कांग्रेस सांसद धीरज साहू पर छापेमारी के दौरान जब्त किए गए करोड़ों रुपये से जुड़ी थी। गौर करने वाली बात यह थी कि हिंदी में किया गया ट्वीट रेड क्रॉस और बैंकनोट इमोजी से भरपूर था। इसमें आंसुओं के साथ हंसते हुए इमोजी भी थे। यह प्रधानमंत्री का दूसरा ऐसा इमोजी वाला ट्वीट था। हालांकि, किसी नेता के लिए इमोजी का संदर्भ देना अभी तक देखा नहीं गया है। लेकिन इस मामले में पीएम मोदी हटकर निकले। वह संवाद करने में माहिर हैं और सोशल मीडिया में भी उन्होंने ऐसा ही किया। पीएम मोदी ने पहली बार 5 दिसंबर को एक्स पर एक पोस्ट में इमोजी का इस्तेमाल किया था। इसने इंटरनेट पर हर कोई हैरान था।
प्रधानमंत्री ने 'मेल्टडाउन-ए-आजम' क्लिप साझा की थी। पीएम मोदी ने इस पोस्ट को फॉरवर्ड करते हुए कांग्रेस पर कटाक्ष किया था, यह चेतावनी और हंसी के इमोजी से भरी हुई थी। यह इतना अप्रत्याशित था कि कई लोगों को लगा कि पीएम मोदी का ट्विटर हैंडल हैक हो गया है। लेकिन यह किसी हैकर का काम नहीं था और न ही यह बिना प्लान का काम था। यह नया कदम पीएम मोदी के अंदाज ए बयां में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत था।
आखिर पीएम मोदी क्यों कर रहे इमोजी का इस्तेमाल
आखिर पीएम मोदी इमोजी का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं, शायद इसका कारण देश के युवाओं तक आसानी से पहुंचना और उनकी अपनी भाषा में उनसे जुड़ना है। इमोजी की यह भाषा सभी बाधाओं को दूर करती है। लोगों द्वारा पसंद किए जाने वाले शब्दों के साथ-साथ इमोजी का इस्तेमाल, डिजिटल-प्रेमी युवाओं को आकर्षित करने की क्षमता रखता है। प्रधानमंत्री का फोकस हमेशा देश के युवाओं पर रहा है, यह बात उनके भाषण में भी झलकती है। कई भाषणों में पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया है कि देश के युवा ही भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। यह बात वह पूरी दुनिया के सामने गर्व से कहते हैं।
युवा भारत का युवा मतदाता
देश के युवा 2024 में होने वाले चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे और चुनेंगे कि अगले पांच वर्षों के लिए देश का नेतृत्व किसे करना है। लगभग 4.1 करोड़ युवा 2024 में मतदान करने के पात्र होंगे, जिनमें 80.3 लाख युव पहली बार मतदान करेंगे। ऐसे में यह अहम है कि भ्रष्टाचार जैसे प्रमुख मुद्दों पर आसान भाषा में बात की जाए। पीएम मोदी के नए अंदाज और इमोजी के इस्तेमाल को ऐसी ही युवा मतदाताओं से जुड़ने की कोशिश माना जा सकता है। पीएम मोदी द्वारा इमोजी का रणनीतिक इस्तेमाल लोगों के लिए चौंकाऊं जरूर है, लेकिन अगर उनके चिर-परिचित आक्रामक और हर किसी को हैरान कर देने वाले अंदाज पर नजर डालें तो इससे किसी को हैरत नहीं होनी चाहिए।
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