ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट: हादसा या साजिश, गुनहगार कौन? जानिए कैसे एक ही पटरी पर आ जाती हैं दो ट्रेनें

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और मालगाड़ी से हुई टक्कर में 230 से अधिक लोगों की जान चली गई। अब सवाल उठता है कि यह हदसा हुआ कैसे? इसके पीछे क्या यह हादसा है या साजिश? गुनहगार कौन? जानिए कैसे एक ही पटरी पर आ जाती हैं दो ट्रेनें।

Odisha Train Accident: ओडिशा ट्रेन हादसे के पीछ क्या हो सकती है वजहें?

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी उतरी और एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस रेल हादसे में अब तक 230 से अधिक लोगों की जान चली गई और 900 से अधिक यात्री घायल हो गए। इस रेल हादसे की वजह के पीछ क्या कारण है अभी स्पष्ट नहीं है। जांच कमिटी बनाई जा चुकी है। क्या यह हादसा है या साजिश? रेलवे के अधिकारी के मुताबिक हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। अब इतने बडे़ हादसे को लेकर कई तरह की आशंका जताई जा रही है। जब जांच रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती तब तक असली गुनहगार को पकड़ा मुश्किल है।

ओडिशा ट्रेन हादसे की क्या है वजह, गुनहगार कौन?

रेल मंत्री से जब यह पूछा गया तो इस भीषण रेल हादसे की वजह क्या थी? उन्होंने कहा कि इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच टीम बनाई गई है। इसके बाद रेलवे ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है। जिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी सर्किल के रेलवे सुरक्षा कमिश्नर ए एम चौधरी कर रहे हैं। रेलवे सुरक्षा कमिश्नर नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है और इस प्रकार के सभी हादसों की जांच करता है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है। इस हादसे के असली गुनहगार कौन हैं? इसको लेकर भी जांच चल रही है।

कैसे एक ही पटरी पर आ जाती हैं दो ट्रेनें?

दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक भारत का रेल नेटवर्क है। इसके परिचलन में हाईटेक तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है फिर भी दो ट्रेन कैसे एक ही टाइम में एक ही पटरी पर आ जाती हैं। एक्सपर्ट का कहना है इसकी दो वजहें हो सकती हैं। एक मनवीय भूल और दूसरी तकनीकी खराबी। ओडिशा में भीषण ट्रेन हादसे को फिलहाल तकनीकी खराबी माना जा रहा है। सिग्लन में खराबी आने की वजह से दो ट्रेन एक ही पटरी पर आ गई और भीषण टक्कर हो गई। रेलवे के जानकारों का कहना है कि ट्रेन के परिचालन रेलवे के कंट्रोल रूम से कंट्रोल होता है। कौन सी ट्रेन किस पटरी से होकर गुजरेगी। रेलवे के ट्रैफिक कंट्रोल रूम से को निर्देश दिया जाता है और सिग्लन कंट्रोल करने वाले पटरियों को उस हिसाब से एडजस्ट करते हैं। हो सकता है ओडिशा में ट्रेन हादसे में तकनीकी खराबी की वजह से पटरियां एडजस्ट नहीं होगी। कहीं कहीं यह काम मैन्युअली भी किया जाता है। हालांकि कंट्रोल रूम में डिस्प्ले में सबकुछ दिखता रहता है। कौन सी ट्रेन किस पटरी से गुजर रही है। अगर किसी पटरी पर कोई ट्रेन चल रही है तो डिस्प्ले पर लाल लाइट दिखाई देगी। खाली पटरी के लिए ग्रीन लाइट दिखाई देती है। हो सकता है इसका सही सिग्नल दिखाई नहीं दिया होगा। जिसकी वजह यह हादसा हुआ होगा।

End Of Feed