PM Modi की US यात्रा से भारत-अमेरिका संबंधों में आया नया सवेरा, जानिए देश को क्या-क्या मिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया सवेरा आया है। दोनों देश अपने संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के सह-उत्पादन के लिए सहमत हुए हैं।

India US Relations

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PM Modi US Visit: पीएम मोदी अपनी अमेरिका यात्रा पूरी कर चुके हैं। ऐसे में सवाल है कि इस ऐतिहासिक यात्रा के बाद भारत-अमेरिका के बीच संबंध कितने मजबूत हुए हैं। इससे भारत को क्या मिला है। विदेश मंत्रालय ने इसे ऐतिहासिक यात्रा करार दिया है। मोदी के यूएस दौरे में कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस दौरे की क्या अहमियत रही और भारत को किस तरह फायदा होगा, जानने की कोशिश करते हैं।

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भारत-अमेरिका संबंधों में नया सवेरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया सवेरा आया है। दोनों देश अपने संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के सह-उत्पादन के लिए सहमत हुए हैं। हालांकि मोदी की यात्रा में रक्षा और रणनीतिक साझेदारी वार्ताएं प्रमुख रहीं, लेकिन अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी रहीं। जैसे कि प्रमुख अमेरिकी प्रौद्योगिकी फर्म माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने भारत सरकार के सहयोग से भारत में सेमीकंडक्टर असेंबली और परीक्षण केंद्र के निर्माण के लिए 825 मिलियन डॉलर (6,770 करोड़ रुपये) तक के निवेश की घोषणा की।

परिष्कृत जेट इंजन तकनीक

इसके अलावा पीएम मोदी की यात्रा के दौरान जो कई प्रमुख सौदे हुए उनमें भारत में जनरल इलेक्ट्रिक फाइटर-जेट इंजन का निर्माण और जनरल एटॉमिक्स सशस्त्र ड्रोन की खरीद प्रमुखता से शामिल है। भारत हमेशा वर्षों से यह मंच चाहता था। अरबों डॉलर के जीई सौदे में परिष्कृत जेट इंजन प्रौद्योगिकी का प्रावधान शामिल है जिसे अब तक संधि सहयोगियों के साथ भी कभी साझा नहीं किया गया है। इसमें आने वाले वर्षों में दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को बांधने की क्षमता है।

एडवांस तकनीक पर भी सहमति

भारत और अमेरिका ने एडवांस दूरसंचार पर दो संयुक्त कार्यबल भी लॉन्च किए हैं, जो ओपन RAN और 5G/6G प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास पर केंद्रित हैं। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच द्विपक्षीय बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि विक्रेताओं और ऑपरेटरों के बीच सार्वजनिक-निजी सहयोग का नेतृत्व भारत के भारत 6जी गठबंधन (Bharat 6G Alliance) और अमेरिका के नेक्स्ट जी गठबंधन (Next G Alliance) द्वारा किया जाएगा।

कोव्वाडा परमाणु ऊर्जा परियोजना पर बात

परमाणु ऊर्जा पर दोनों देशों के बीच आंध्र प्रदेश में कोव्वाडा परमाणु ऊर्जा परियोजना के लिए एक तकनीकी-वाणिज्यिक प्रस्ताव विकसित करने पर सहमति बनी है। इसके अलावा, यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) और भारतीय रेलवे ने जलवायु परिवर्तन से निपटने और 2030 तक भारतीय रेलवे के शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक समझौता ज्ञापन की भी घोषणा की। समझौते के तहत दोनों की सामूहिक विशेषज्ञता, संसाधन और नवाचार नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता और ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों की तैनाती में तेजी लाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। ये सब नेट-शून्य लक्ष्य के अनुरूप है।

F414 इंजन का संयुक्त उत्पादन

मोदी के दौरे में सबसे बड़ी घोषणा भारत में GE एयरोस्पेस के F414 इंजन का संयुक्त उत्पादन रहा। GE एयरोस्पेस ने इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। जीई एयरोस्पेस ने एक बयान में कहा कि इस समझौते में भारत में GE एयरोस्पेस के F414 इंजनों का संभावित संयुक्त उत्पादन शामिल है और GE एयरोस्पेस आवश्यक निर्यात अधिकार के लिए अमेरिकी सरकार के साथ काम करना जारी रखेगा।

MQ9B प्रीडेटर ड्रोन

पीएम मोदी की यात्रा के दौरान दूसरा सौदा 31 MQ9B प्रीडेटर ड्रोन का रहा। हालांकि पीएम मोदी और बाइडन ने अपने संबोधन में ड्रोन सौदे का जिक्र नहीं किया, लेकिन संयुक्त बयान में संभावित बिक्री के बारे में बात की गई है। राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी ने जनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9बी हेल यूएवी (General Atomics MQ-9B HALE UAV) खरीदने की भारत की योजना का स्वागत किया। MQ9B भारत में असेंबल किया जाएगा, विभिन्न क्षेत्रों में भारत के सशस्त्र बलों की आईएसआर (खुफिया, निगरानी, लक्ष्य अधिग्रहण) क्षमताओं को बढ़ाएगा।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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