क्या होती है प्राइवेट आर्मी, अमेरिका जैसा ताकतवर देश भी लेता रहा है वैगनार जैसे ग्रुप का सहारा

Private Military Contractor: वैगनर ग्रुप की तरह दुनिया में ऐसे कई छोटे और बड़े प्राइवेट मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर (PMC)हैं जो पैसों के लिए दुनिया के युद्धग्रस्त एवं संकटग्रस्त हिस्सों में मिशन चला रहे हैं। इनमें से कुछ पीएमसी को अमेरिका, रूस और ब्रिटेन जैसे ताकतवर देशों का समर्थन मिला हुआ है तो कुछ अफ्रीका के कुछ देशों के लिए काम कर रहे हैं।

वैगनर ग्रुप में करीब 60 हजार लड़ाके हैं।

Private Military Contractor: रविवार को वैगनर ग्रुप अचानक से चर्चा में आ गया। इस प्राइवेट आर्मी के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने रोस्तोव शहर पर नियंत्रण करने के बाद उसने मास्को की तरफ बढ़ने की घोषणा की और धमकी दी कि उसके रास्ते में जो कोई भी आएगा उसे वह तबाह एवं बर्बाद कर देगा। रूस के कई शहरों में उसके लड़ाके दाखिल होना शुरू हुए। हालांकि, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद प्रिगोझिन ने अपना इरादा बदल दिया। रिपोर्टों के मुताबिक बेलारूस के राष्ट्रपति के दखल के बाद वैगनर ग्रुप के तेवर शांत पड़ गए और उसने वापस बेलारूस जाने की घोषणा की।

2014 में अस्तित्व में आया वैगनर ग्रुप

दो दिन पहले तक गुमनाम रहने वाला पिगोझिन रूस की सेना को ललकारने के बाद अचानक से चर्चा में आ गया लेकिन इसका संगठन वैगनर पुराना है। इससे पहले वैगनर ग्रुप यूक्रेन के बाखमुत शहर पर कब्जा करने के बाद सुर्खियों में आया था। इसका गठन 2014 में क्रीमिया युद्ध के समय हुआ। बताया जाता है कि क्रीमिया को रूस में मिलाने में प्रिगोझिन के इस समूह की भी भूमिका रही। इसके बाद यह ग्रुप कई वर्षों तक गुमनामी में रहा।

wagner group

तस्वीर साभार : AP

रूसी रक्षा मंत्री एवं जनरलों से नाराज है प्रिगोझिन

यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह एक बार फिर चर्चा में आया। यह समूह रूसी सेना के साथ यूक्रेन के मोर्चों पर लड़ता आया है। भाड़े के इन सैनिकों की रसद, गोला-बारूद, हथियारों एवं भारी रकम की आपूर्ति रूस की ओर से की जाती रही है। रूसी सेना की तरफ से लड़ने वाला प्रिगोझिन पुतिन के खिलाफ क्यों हो गया। तो इसके पीछे उसने रूसी रक्षा मंत्री एवं जनरलों की कार्यशैली को उत्तरदायी बताया। प्रिगोझिन का कहना है कि रूसी सेना उसे समय पर हथियार एवं गोला-बारूद की सप्लाई नहीं करती। इसकी वजह से उसके लड़ाकों की अपनी जान गंवानी पड़ती है। उसका दावा है कि एक ट्रेनिंग कैंप पर रूसी सेना की तरफ से मिसाइल हमला हुआ जिसमें उसके कई लड़ाके मारे गए।

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