लंदन का मेयर कौन, हिंदुस्तानी या पाकिस्तानी? सादिक खान के खिलाफ उतरे तरुण गुलाटी, 10 प्वाइंट में जानिए इस महामुकाबले की कहानी

London Mayor Election: सादिक खान लंदन के मेयर और लेबर पार्टी के राजनेता हैं। सादिक खान ने लॉ की पढ़ाई के बाद एक मानवाधिकार वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया।

london mayor.

लंदन मेयर पद के लिए सादिक खान के सामने तरुण गुलाटी

मुख्य बातें
  • पाकिस्तानी मूल के सादिक अमान खान कई सालों से लंदन के मेयर हैं।
  • सादिक खान ब्रिटेन के लेबर पार्टी के नेता हैं, 2016 से लंदन के मेयर हैं।
  • तरुण गुलाटी 13 उम्मीदवारों में से एकमात्र हिंदुस्तानी हैं, जो यह चुनाव लड़ रहे हैं।

London Mayor Election: इस साल होने वाले लंदन मेयर चुनाव के लिए लड़ाई दिलचस्प हो गई है। लंदन मेयर पद के लिए एक ओर पाकिस्तानी मूल के सादिक खान हैं, जो कई सालों से इस कुर्सी पर काबिज हैं तो दूसरी ओर एक हिंदुस्तानी तरुण गुलाटी हैं। लंदन मेयर पद के लिए मुकाबला एक हिंदुस्तानी और एक पाकिस्तानी के बीच होती दिख रही है।

ये भी पढ़ें- जिस रोहिंग्या को मार कर भगाया था, अब उसी की शरण में क्यों पहुंची म्यामांर सेना; समझिए कैसे बदल गए 6 सालों में हालात

कौन हैं सादिक खान (Who is Sadiq Khan)

सादिक खान लंदन के मेयर और लेबर पार्टी के राजनेता हैं। सादिक खान ने लॉ की पढ़ाई के बाद एक मानवाधिकार वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। इसके बाद उन्होंने दक्षिण लंदन में टुटिंग के सांसद के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। सादिक खान 2016 से लंदन के मेयर के रूप में कार्यरत हैं।

कौन हैं तरुण गुलाटी (Who is Tarun Ghulati)

63 वर्षीय तरुण गुलाटी मेयर पद के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले 13 व्यक्तियों में से एकमात्र भारतीय मूल के उम्मीदवार हैं। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, गुलाटी ने जयपुर विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए किया है। वर्तमान में, वह लंदन स्थित कंपनी स्क्वायर्ड वॉटरमेलन लिमिटेड के अध्यक्ष और सीईओ हैं। वह लंदन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एशियन बिजनेस एसोसिएशन के सबसे लंबे समय तक सेवारत समिति के सदस्य और पूर्व उपाध्यक्ष भी हैं।

10 प्वाइंट में जानिए इस महामुकाबले की कहानी
  1. लंदन के इस साल 2 मई को मेयर पद का चुनाव होना है, जिसके लिए 13 उम्मीदवार मैदान में हैं।
  2. लंदन मेयर पद के लिए सादिक खान सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं। वो 2016 से लंदन के मेयर हैं और कुछ सर्वे में जीत भी रहे हैं।
  3. लेकिन इस बार सादिक खान के रास्ते आसान नहीं हैं, कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सादिक खान लोगों के निशाने पर हैं।
  4. तरुण गुलाटी के उतरने के बाद समीकऱण बदल गए हैं। जो भारतवंशी पहले सादिक के पक्ष में थे, अब वो तरुण गुलाटी की ओर देख रहे हैं।
  5. जीत हासिल करने के लिए अपने व्यापक समर्थन नेटवर्क और वित्तीय कौशल पर भरोसा करते हुए, गुलाटी इस पद के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
  6. भारतीय मूल के मेयर पद के उम्मीदवार गुलाटी ने कहा कि वह एक "अनुभवी सीईओ" की तरह लंदन का प्रबंधन करना चाहते हैं।
  7. 63 वर्षीय तरुण गुलाटी एशिया प्रशांत, मध्य पूर्व, अफ्रीका और यूके के देशों में रह चुके हैं और उन्होंने 6 देशों में काम किया है।
  8. लंदन की स्वास्थ्य सेवा को लेकर भी सादिक से लोग नाराज बताए जा रहे हैं, जिसे तरुण गुलाटी मुद्दा बना रहे हैं।
  9. गुलाटी लंदन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एशियन बिजनेस एसोसिएशन के सबसे लंबे समय तक सेवारत समिति के सदस्य और पूर्व उपाध्यक्ष भी हैं।
  10. तरुण गुलाटी का दावा है कि अगर सभी लोग वोट करने के लिए निकले तो उनकी जीत सुनिश्चित है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एक्सप्लेनर्स (explainer News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited