कौन है लाल सागर में कार्गो शिप को हाईजैक करने वाला हूती संगठन, यमन से है क्या कनेक्शन

Who Is Houthi Rebels : हूती यमन का विद्रोही संगठन है। इसे भी ईरान का समर्थन प्राप्त है। 1990 के दशक में उत्तरी यमन के हूती परिवार ने एक धार्मिक पुनर्जागरण आंदोलन की शुरुआत की। बाद के वर्षों में इस आंदोलन का असर बढ़ और एक समय इसने यमन पर शासन किया।

Houthi Rebels

हूती विद्रोही ने लाल सागर में कार्गो शिप को अगवा किया।

Who Is Houthi Rebels : हूती आतंकियों ने दक्षिण लाल सागर में कार्गो शिप गैलेक्सी लीडर को हाईजैक किया है। यह मालवाहक जहाज ब्रिटेन का है जो तुर्किए से भारत आ रहा था। शिप पर मौजूद चालक दल के सदस्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हाईजैक की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल ने कहा है कि शिप का अपहरण बेहद गंभीर मामला है। कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा जा रहा है कि चालक दल के दो दर्जन से अधिक सदस्यों को उसने बंधक बना लिया है।

कौन है हूती संगठन

हूती यमन का विद्रोही संगठन है। इसे भी ईरान का समर्थन प्राप्त है। 1990 के दशक में उत्तरी यमन के हूती परिवार ने एक धार्मिक पुनर्जागरण आंदोलन की शुरुआत की। बाद के वर्षों में इस आंदोलन का असर बढ़ और एक समय इसने यमन पर शासन किया। सरकार से बेदखल होने और यमन सरकार में गुटबाजी का दौर शुरू होने पर हूती विद्रोहियों ने देश की सेना के साथ गुरिल्ला युद्ध लड़ा। यमन का सुन्नी बहुल सऊदी अरब के साथ सीमा विवाद भी है। साल 2014 में हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था। यमन में ईरान के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए सऊदी अरब ने दखल दिया और अपने प्रभाव से वहां साल 2015 में सुन्नी बहुल गठबंधन सरकार बनी।

31 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया

गाजा पर इजरायल पर हमले के बाद हूती ने फिलिस्तीन का समर्थन किया। हमास के समर्थन में इसने इजरायल पर हमले किए। रिपोर्टों के मुताबिक हूती के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने टेलीविजन पर दिए गए अपने संदेश में कहा कि 31 अक्टूबर को उनके संगठन ने इजरायल पर मिसाइल एवं ड्रोन से हमला किया। फिलिस्तीन की जीत के लिए आने वाले समय में संगठन और हमला करेगा।

संघर्ष का नया मोर्चा खुल सकता है

शिप को हाईजैक करने की घटना के बाद आशंका जताई जा रही है कि इजरायल-हमास संघर्ष के कारण क्षेत्रीय तनाव एक नए समुद्री मोर्चे पर फैल सकता है। यमन में हूती विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने इजरायल से जुड़े पोत का अपहरण कर लिया है और इसके चालक दल के सदस्यों को बंधक बना लिया है। समूह ने चेतावनी दी कि वह इजरायल से जुड़े या उसके स्वामित्व वाले पोतों को अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में निशाना बनाना तब तक जारी रखेगा, जब तक इजरायल का गाजा में हमास शासकों के खिलाफ अभियान जारी है।

इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने की धमकी

विद्रोहियों ने रविवार को लाल सागर में इजरायल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने की धमकी दी। पिछले महीने, हूती विद्रोहियों पर समुद्र के महत्वपूर्ण नौवहन मार्ग से मिसाइल और ड्रोन भेजने का संदेह था। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि बहामास-ध्वज वाले अपहृत जहाज पर बुल्गारियाई, फिलिपिनो, मैक्सिकन और यूक्रेनी सहित विभिन्न देशों की नागरिकता वाले चालक दल के 25 सदस्य थे, लेकिन कोई इजरायली नहीं था।

नेतन्याहू ने घटना की निंदा की

नेतन्याहू के कार्यालय ने ‘गैलेक्सी लीडर’ नामक जहाज के अपहरण की निंदा करते हुए इसे 'ईरानी आतंकी कृत्य' बताया। इजरायली सेना ने अपहरण को 'वैश्विक परिणाम वाली बहुत गंभीर घटना' करार दिया। इजरायली अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि जहाज ब्रिटिश स्वामित्व वाला और जापान द्वारा संचालित था। हालांकि, सार्वजनिक शिपिंग डेटाबेस में स्वामित्व विवरण जहाज के मालिकों को ‘रे कार कैरियर्स’ से जोड़ते हैं, जिसकी स्थापना अब्राहम ‘रामी” उन्गर ने की थी, जिन्हें इजराइल के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक के रूप में जाना जाता है।

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आलोक कुमार राव author

करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें

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