High Blood Pressure: WHO ने जारी की अपनी पहली रिपोर्ट, अभी नहीं संभले तो हो जाएगी देर
विश्व स्तर पर उच्च रक्तचाप से पीड़ित लगभग आधे लोग अपनी मौजूदा स्थिति से अनजान हैं। उच्च रक्तचाप से पीड़ित तीन-चौथाई से अधिक वयस्क निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के खतरे पर की WHO रिपोर्ट
WHO Report On High BP: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैश्विक स्तर पर उच्च रक्तचाप (High BP) पर अपनी पहली रिपोर्ट जारी की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उच्च रक्तचाप से पीड़ित हर पांच में से लगभग चार लोगों का पर्याप्त इलाज नहीं किया जाता है। लेकिन अगर देश इलाज का दायरा बढ़ाएंगे तो 2023 और 2050 के बीच 76 मिलियन (7.6 करोड़) मौतों को रोका जा सकता है। डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को उच्च रक्तचाप यानि हाई ब्लड प्रेशर पर अपनी रिपोर्ट जारी की है।
उच्च रक्तचाप से मौतें और विकलांगता
पिछले साल के अंत में प्रकाशित द लांसेट, क्षेत्रीय स्वास्थ्य (दक्षिण-पूर्व एशिया) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में मृत्यु और विकलांगता की अहम वजह उच्च रक्तचाप ही है। इसमें कहा गया है कि 2016-2020 के दौरान भारत में एक-चौथाई से भी कम उच्च रक्तचाप वाले रोगियों का रक्तचाप नियंत्रण में था, हालांकि पिछले वर्षों की तुलना में इस दर में सुधार हुआ है, लेकिन विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त अंतर अब भी मौजूद है।
पुरुषों में 24% और महिलाओं में 21% उच्च रक्तचाप
इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2019-2020 राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) में पुरुषों में 24% और महिलाओं में 21% उच्च रक्तचाप पाया गया, जो 2015-16 के मुकाबले 19% और 17% की बढ़ोतरी है। देश में इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव कार्यक्रम चलाया जाता है जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बड़े पैमाने पर उच्च रक्तचाप कार्यक्रम है। इसे देश की मौजूदा प्राथमिक स्वास्थ्य हेल्थकेयर सिस्टम में बेहतर कार्य के लिए पहचान भी मिली है।
दुनिया भर में तीन में से एक वयस्क इसकी चपेट में
डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्च रक्तचाप दुनिया भर में तीन में से एक वयस्क इसकी चपेट में है। यह स्ट्रोक, दिल का दौरा, दिल की विफलता, गुर्दे को नुकसान और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है। उच्च रक्तचाप (140/90 mmHg या इससे अधिक रक्तचाप के लिए दवा लेने वाले) से पीड़ित लोगों की संख्या 1990 और 2019 के बीच दोगुनी यानि 650 मिलियन से 1.3 बिलियन हो गई है। विश्व स्तर पर उच्च रक्तचाप से पीड़ित लगभग आधे लोग अपनी मौजूदा स्थिति से अनजान हैं। उच्च रक्तचाप से पीड़ित तीन-चौथाई से अधिक वयस्क निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं।
विश्व संगठन का कहना है कि जीवनशैली में बदलाव जैसे कि स्वस्थ आहार खाना, तंबाकू छोड़ना और अधिक सक्रिय रहना रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है। कुछ लोगों को ऐसी दवाएं लेना जरूरी होता है ताकि उच्च रक्तचाप को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकें और इसके जोखिमों से बचा जा सके।
शीघ्र पता लगाना और प्रभावी प्रबंधन अहम उपाय
डब्ल्यूएचओ ने इस रिपोर्ट में कहा, उच्च रक्तचाप की रोकथाम, इसका जल्दी पता लगाना और प्रभावी प्रबंधन इसे रोकने के सबसे प्रभावी कदम हैं। इसे प्राथमिक हेल्थकेयर स्तर पर पेश किए जाने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य लाभ पैकेज के हिस्से के रूप में देशों द्वारा प्राथमिकता दी जानी चाहिए। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घ्रेबियस ने बयान में कहा कि उच्च रक्तचाप को सरल, कम लागत वाली दवा के साथ प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। उच्च रक्तचाप वाले पांच में से केवल एक व्यक्ति ने इसे नियंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप नियंत्रण कार्यक्रम अभी तक उपेक्षित हैं।
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