मगादान में फंसे अपने यात्रियों के लिए खाने-पीने का सामान क्यों भेज रही एयर इंडिया, जानिए वजह
Air India flight in Magadan: एयर लाइन की तरफ से बुधवार सुबह जारी एक बयान में कहा गया कि 'जरूरी मंजूरी मिलने के बाद दूसरे विमान को करीब एक बजे मुंबई से रवाना किया जाएगा। यह विमान फंसे यात्रियों के लिए खाने-पीने की चीजें एवं अन्य सामग्री लेकर जाएगा।' विमानन कंपनी का कहना है कि मगादान एयरपोर्ट और उसके आस-पास सहूलियत की सुविधाओं का अभाव है।

तकनीकी खराबी के बाद रूसी शहर मगादान में उतरा एयर इंडिया का विमान। -सांकेतिक तस्वीर
Air India flight in Magadan: एयर इंडिया रूस के मगादान में फंसे अपने 216 यात्रियों और चालक दल के 16 सदस्यों के लिए मुंबई से खाने-पीने एवं जरूरत की अन्य सामग्री भेज रही है। दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को की उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के इस विमान के एक इंजन में तकनीकी खराबी आने के बाद उसे रूस के मगादान एयरपोर्ट पर उतरना पड़ा। मगादान के स्थानीय प्रशासन की मदद से यात्रियों को स्कूलों एवं घरों में ठहराने की व्यवस्था की गई है लेकिन सोशल मीडिया में यात्रियों ने वहां फैली अव्यवस्था की शिकायत की है।
राहत सामग्री लेकर मुंबई से रवाना होगा विमान
एयर लाइन की तरफ से बुधवार सुबह जारी एक बयान में कहा गया कि 'जरूरी मंजूरी मिलने के बाद दूसरे विमान को करीब एक बजे मुंबई से रवाना किया जाएगा। यह विमान फंसे यात्रियों के लिए खाने-पीने की चीजें एवं अन्य सामग्री लेकर जाएगा।' विमानन कंपनी का कहना है कि मगादान एयरपोर्ट और उसके आस-पास सहूलियत की सुविधाओं का अभाव है। यह शहर रूस के पूर्वी तट पर स्थित है और यह राजधानी मास्को से 10,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर है। एयर इंडिया का कहना है कि यात्रियों को स्थानीय होटलों में ठहराने का ईमानदारी पूर्वक प्रयास किया गया। इसके बाद उनके लिए मेकशिफ्ट व्यवस्था की गई है।
विमानन कंपनी ने कहा-हर संभव मदद पहुंचाई
एयर इंडिया ने कहा, 'रूस के सुदूरवर्ती शहर मगादान में विमानन कंपनी का कोई स्टाफ नहीं है। इस असामान्य परिस्थिति में यात्रियों को हर संभव मदद पहुंचाई गई है।' विमानन कंपनी ने आगे कहा कि उसने मगादान से करीब 4,900 किलोमीटर दूर व्लादिवोस्तोक स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास, विदेश मंत्रालय, रूसी एवं स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है।
सिंधिया बोले-हालात पर करीबी नजर
रूस में फंसे यात्रियों एवं विमान के बारे में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वह हालात की करीबी से निगरानी कर रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि वह विमानन कंपनी के साथ लगातार संपर्क में है। मंत्रालय के मुताबिक विमानन कंपनी ने उसे बताया है कि एयरपोर्ट के समीप स्कूल की एक इमारत में कुछ यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जा रहा था विमान
एअर इंडिया की उड़ान संख्या एइआई-173 छह जून को दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को के लिए रवाना हुई थी तभी विमान के एक इंजन में तकनीकी खराबी की जानकारी मिली। विमान में 216 यात्री और चालक दल के 16 सदस्य सवार थे और उसे रूस के मगादान हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतार लिया गया। विमान के सुरक्षा मानकों की जांच की जा रही है।
विमान में हमारे नागरिक हो सकते हैं-अमेरिका
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि इस विमान में अमेरिकी नागरिक हो सकते हैं लेकिन वे कितने हैं इसके बारे में वह नहीं बता सकते। उन्होंने कहा कि यह विमान अमेरिका आ रहा था तो जाहिर है कि इसमें अमेरिकी नागरिक हो सकते हैं।
लोगों को हो रही परेशानी, वीडियो शेयर किए
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक अपने चाचा एवं भाई के साथ यात्रा कर रहे 16 साल के गीरवान काहमा ने बताया कि उन्हें होटल छोड़ने से मना कर दिया गया है। यूक्रेन युद्ध की वजह से रूस पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते वे अपने क्रेडिट कार्ड से भुगतान भी नहीं कर सकते। इस बीच ट्विटर पर शेयर किए गए कुछ वीडियो एवं तस्वीरों में यात्रियों को मैट्रेस पर सोते हुए देखा गया है। अन्य यात्रियों ने भी वीडियो शेयर कर अपनी परेशानी साझा की है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एक्सप्लेनर्स (explainer News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें

'भारत के साथ संघर्ष दोबारा शुरू होने की आशंका बहुत कम', बोले PAK विदेश मंत्री इशाक डार, क्या फिर सता रहा डर?

कांग्रेस में अंतर्कलह होगा समाप्त! राहुल गांधी ने संभाला मोर्चा, हरियाणा इकाई में फूंकी नई जान; नया प्लान तैयार

मॉनसून इस बार कैसे आया जल्दी, क्या 'ग्लोबल वॉर्मिंग' का असर या 'सोमाली जेट'? IMD बोला- शुभ संकेत

रूस पर यूक्रेन का ड्रोन हमला, जेलेंस्की के पीछे कौन? भारत के लिए भी है खास संदेश

आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल से नहीं डरेगा भारत, CDS चौहान की पाकिस्तान को दो-टूक, जानिए क्या-क्या कहा
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited