भारत में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी का दाम

टाइम्स नाउ पर जानें भारत में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी का रियल टाइम रेट। पेट्रोल, डीजल और सीएनजी की कीमतें लगातार बदलती रहती हैं। जो लोग इनकी कीमतों पर नजर रखना चाहते हैं, वे हमारे इस खास सेक्शन की मदद से हर समय अपडेट रह सकते हैं।

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भारत में फ्यूल से जुड़े प्रमुख सवाल (Fuel FAQs in India)

सबसे महत्त्वपूर्ण फ्यूल कौन सा है?

गाड़ियों के लिए पेट्रोल को ही सबसे महत्त्वपूर्ण फ्यूल माना जाता है।

भारत में मौजूद सबसे अच्छा फ्यूल कौन सा है?

पेट्रोल को ही भारत में मौजूद सबसे अच्छा फ्यूल माना जाता है। क्योंकि बहुत ही आसानी से उपलब्ध है और देश में मौजूद अधिकतर गाड़ियों में इसका इस्तेमाल ही होता है।

कौन सा फ्यूल ज्यादा किफायती है?

पेट्रोल के मुकाबले अधिक माइलेज प्रदान करने की वजह से डीजल को ज्यादा किफायती फ्यूल माना जा सकता है।

फ्यूल का इस्तेमाल आमतौर पर किसलिए किया जाता है?

फ्यूल का इस्तेमाल गर्मी प्राप्त करने, खाना बनाने, बिजली बनाने के साथ-साथ कारों में भी किया जाता है।

फ्यूल का उद्देश्य और इसका महत्त्व क्या है?

विभिन्न प्रकार के परिवहनों के संचालन, गर्मी पैदा करने, बिजली पैदा करने, और खाना बनाने के लिए प्रमुख रूप से फ्यूल का इस्तेमाल किया जाता है। आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं और समाज में फ्यूल की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।

धरती पर फ्यूल कहां पाया जाता है?

कोयले की खान, प्राकृतिक गैस फील्ड, ऑयल फील्ड और भूमिगत भंडारों में मौजूद फॉसिल फ्यूल से ही फ्यूल बनाया जाता है।

सबसे ज्यादा फ्यूल किस देश के पास है?

सबसे अधिक फ्यूल भण्डार वेनेजुएला के पास है और इसीलिए यही सबसे ज्यादा फ्यूल वाला देश भी है।

फ्यूल ग्रेड क्या होता है?

फ्यूल की कम्पोजीशन, डीजल में सीटेन और पेट्रोल में ऑक्टेन की मात्रा और विभिन्न इंजनों के अनुसार फ्यूल की परफॉरमेंस और उसकी उपयोगिता जैसे फैक्टर्स से ही किसी भी फ्यूल का ग्रेड मापा जाता है।

फ्यूल की लागत निकालने का फॉर्मूला क्या है?

फ्यूल की लागत निकालने के लिए आप इस फॉर्मूले का इस्तेमाल कर सकते हैं: फ्यूल की लागत = प्रति यूनिट फ्यूल की कीमत x इस्तेमाल किये गए फ्यूल की मात्रा

फ्यूल रेट किस तरह कैलकुलेट किया जाता है?

फ्यूल रेट का कैलकुलेशन विभिन्न फैक्टर्स के आधार पर किया जाता है। कच्चे तेल की कीमत, डिस्ट्रीब्यूशन एवं मार्केटिंग की लागत, टैक्स और डीलर की कमीशन जैसे फैक्टर्स को आपस में जोड़कर फ्यूल का अंतिम रेट प्राप्त किया जाता है।