आज सोने का भाव (Gold Rate Today) -

18 September 2024

सोने के रेट

भारत में सोने की कीमत पर प्रतिदिन लाखों लोग नजर रखते हैं क्योंकि पूरे साल में कई मौकों पर इस कीमती धातु को खरीदना शुभ माना जाता है। फ्यूचर एक्सपायरी डेट के लिए सोने की कीमतों पर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर नजर रखी जाती है, जबकि भारत के कई शहरों में स्पॉट गोल्ड की कीमत में मामूली अंतर होता है।

भारत में आज सोने की कीमत:

आज अपने शहर में सोने की कीमत जानें। वैश्विक संकेतों और हाजिर कीमतों पर नजर रखते हुए, हर दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है। भू-राजनीतिक मुद्दों से लेकर पीक सीजन के दौरान सप्लाई-डिमांड फैक्टर, अंतर्राष्ट्रीय बाजारों और कमोडिटी सेगमेंट में अस्थिरता तक, कई ऐसे फैक्टर हैं जो अलग-अलग लोकेशंस पर सोने की कीमतों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

भारत में रोज सोने के रेट में बदलाव:

सोने के रेट 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के आधार पर तय होते हैं। कीमत पहले अमेरिकी डॉलर में तय की जाती है, जो डॉलर के रुपये के मुकाबले ऊपर-नीचे होने पर उतार-चढ़ाव करती रहती है।


भारत में सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले विभिन्न टैक्स:

सोने की कीमत तय करने के लिए कई शुल्क, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), सरचार्ज, इंफ्रा और कृषि उपकर आदि लगाए जाते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

भारत में कोई अपने पास अधिकतम कितना सोना रख सकता है?

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के अनुसार भारत में शादीशुदा महिलाएं 500 ग्राम सोना, अविवाहित महिलाएँ 250 ग्राम सोना और अविवाहित या विवाहित पुरुष 100 ग्राम सोना रख सकते हैं।

क्या भारत विदेशों से सोना आयात करता है?

हाँ, भारत विदेशों से कुछ सोना आयात करता है, क्योंकि भारत दुनिया भर में सोने के सबसे बड़े उपभोक्ता देशों में से एक है और यहां सोने की माँग बहुत अधिक है।

दुनिया भर सोने के उपभोग के मामले में भारत की स्थिति क्या है?

भारत सोने की खपत के मामले में चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है क्योंकि सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक प्रथाओं के चलते देश में सोने की मांग काफी ज्यादा है।

क्या सोने के बॉन्ड में निवेश करना गोल्ड मेटल (फिजिकल गोल्ड) या ज्वैलरी में निवेश करने से बेहतर ऑप्शन है?

जानकार यह सुझाव देते हैं कि सोने के बॉन्ड ज्यादा सेफ और अधिक सिक्योर हैं क्योंकि इसमें चोरी या डकैती का कोई जोखिम नहीं होता है। गोल्ड बॉन्ड सोने का डिजिटल रूप होते हैं, जो इसकी वजह है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) पर सालाना ब्याज भी मिलता है, जो इसे ज्यादा बेहतर और स्मार्ट निवेश ऑप्शन बनाता है।

क्या मुझे सोना खरीदने पर टैक्स का भुगतान करना होगा?

हाँ, सोना खरीदते समय आमतौर पर टैक्स देना होता है। आप किस तरह का सोना खरीदते हैं और आपके देश में टैक्स कानून यह निर्धारित करेंगे कि आप किस तरह का और कितना टैक्स अदा करेंगे।

सोना खरीदते समय हमें कितना टैक्स देना होगा?

सोने पर कुल टैक्स रेट इस समय 20.8% है। हालाँकि, शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स पर ये लागू नहीं होता। डिजिटल, फिजिकल और एसजीबी पर भारतीय टैक्स सिस्टम के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

क्या इस साल सोने में निवेश करना अच्छा ऑप्शन है?

समय के साथ सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के ट्रेंड के कारण इसमें निवेश करना आकर्षक हो सकता है। लेकिन, इस समय बाजार स्थितियों पर विचार करना जरूरी है। यदि आप कैलेंडर को देख रहे हैं, तो पारंपरिक तौर से जनवरी, अगस्त, सितंबर और दिसंबर में सोना खरीदना सबसे बेहतर माना जाता है। कुछ निश्चित अवधि के दौरान, कीमतें बढ़ने लगती हैं, इसलिए आपको एक शानदार ऑफर मिल सकता है।

सोने के बॉन्ड कहां से खरीदे जा सकते हैं?

सोने के बॉन्ड को डिजिटल फॉर्म में खरीदा जा सकता है, क्योंकि इनमें डीमैट अकाउंट के जरिए ट्रेड किया जा सकता है।

क्या गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना एक अच्छा आइडिया है?

हाँ, गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना एक अच्छा आइडिया है क्योंकि इसमें चोरी का कोई जोखिम नहीं है और बैंक सोने के बॉन्ड पर कुछ ब्याज भी देता है।

केडीएम की फुल फॉर्म क्या है?

केडीएम की फुल फॉर्म है "कैडमियम।" केडीएम सोने के लिए शुद्धिकरण का एक तरीका है जिसमें सोने की फ्लेक्सिबिलिटी और ड्यूरेबिलिटी को बेहतर बनाने के लिए कैडमियम धातु का उपयोग किया जाता है। यह प्रोसेस इस बात की गारंटी देती है कि सोने को उसकी शुद्धता खोए बिना कॉम्प्लेक्स ज्वैलरी डिजाइन में इस्तेमाल किया जा सकता है।

कौन सा सोना सबसे अच्छा है, 22 कैरेट या केडीएम?

916 सोने और केडीएम के बीच का फैसला निजी जरूरतों और प्राथमिकताओं पर आधारित है। 22 कैरेट सोने पर हॉलमार्क लगा होता है, 916 सोने को इसकी शुद्धता और बाजार में बिकने की क्षमता के लिए बेशकीमती माना जाता है। इसके उलट केडीएम सोने की ज्वैलरी बनाने की एक विधि है।

सोने की शुद्धता कैसे चेक करें?

अपनी ज्वैलरी को पत्थर पर रगड़ने के बाद, उस जगह पर नाइट्रिक एसिड लगाएं। अगर निशान गायब हो जाता है तो सोने की शुद्धता की पुष्टि हो जाती है और इस तरह आप जांच सकते हैं कि सोना शुद्ध है या नहीं।

कौन सा सोना शुद्ध है?

आम तौर पर, 24 कैरेट सोने को 100% शुद्ध सोना कहा जाता है। इसलिए, किसी भी अन्य प्रकार के सोने के कैरेट का प्रतिशत 24 में से तय किया जाता है। बिना किसी मिश्र धातु के, 24 कैरेट सोना शुद्ध सोना होता है। इस सोने के कैरेट का रंग बहुत पीला होता है और इसका इस्तेमाल आभूषणों के लिए बहुत कम किया जाता है।

रोजाना इस्तेमाल के लिए कौन सा सोना सबसे अच्छा है?

अक्सर, 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल आभूषण और रोजमर्रा पहने जाने वाली ज्वैलरी बनाने के लिए किया जाता है। जब सोने के 22 भाग को अन्य मिश्र धातुओं के दो भागों के साथ मिलाया जाता है, तो सोने की बनावट मजबूत हो जाती है। इस वजह से, आभूषण मजबूत होते हैं और रोजाना इस्तेमाल के लिए एकदम सही होते हैं।

सोने के 3 प्रकार क्या हैं?

पीला सोना, सफेद सोना और गुलाबी सोना। ये ज्वैलरी मार्केट में मौजूद सोने के तीन प्राइमरी कलर हैं। सोना कई ग्रेड में भी आता है जैसे 9 कैरेट, 14 कैरेट, 18 कैरेट और 24 कैरेट सोना।

गुलाबी सोना सस्ता क्यों है?

तांबा सोने से कम महंगा है, इसलिए गुलाबी सोना आमतौर पर शुद्ध सोने की तुलना में अधिक किफायती/सस्ता होता है। गुलाबी सोने और सामान्य सोने की लागत अतिरिक्त तौर पर मिलाए जाने वाली धातु से भी प्रभावित हो सकती है।

सोने का कौन सा रंग सबसे अच्छा है?

सोना अब कई रंगों में उपलब्ध है, लेकिन पीले सोने के आभूषण अभी भी सबसे लोकप्रिय हैं। मिश्र धातु (एलॉइंग) शुद्ध 24 कैरेट सोने को अन्य धातुओं के साथ मिलाने की प्रक्रिया है, ताकि लचीले सोने को मजबूती दी जा सके। इसी प्रोसेस में कलर में बदलाव भी किया जा सकता है।