भारत में हैं दुनिया के 20 फीसदी कैंसर मरीज, हर 9 में से 1 को है खतरा
World Cancer Day: आईसीएमआर-एनसीडीआईआर के एक शोध के मुताबिक भारत में महिलाओं में जहां ब्रेस्ट या स्तन कैंसर के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं, वही पुरुषों में लंग या फेफड़ों का कैंसर के मामले सबसे ज्य़ादा पाए जाते हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में महिलाओं में स्तन, फेफड़े, कोलोरेक्टल, सर्वाइकल, एंडोमेट्रियल, त्वचा और डिम्बग्रंथि के कैंसर मामले अधिक सामने आए हैं।
World Cancer Day
भारत में प्रति नौ में से एक व्यक्ति को कैंसर होने का खतरा होता है। यह बात भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज इन्फॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (एनसीडीआईआर) के शोध में सामने आई है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनियाभर के 20 प्रतिशत कैंसर मरीज भारत से ही आते हैं। इस बीमारी से हर साल यहां 75,000 हजार लोगों की मौत हो जाती है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में साल 2020 की रैंकिंग में चीन और अमेरिका के बाद भारत कैंसर के मामलों में तीसरे स्थान पर था।
संबंधित खबरें
वहीं 2021 में इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में कैंसर पीड़ितों की संख्या 26.7 मिलियन थी, इसके हिसाब से 2025 तक कैंसर मरीजों की संख्या 29.8 मिलियन रहने का अनुमान है। यह जानकारी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने पिछले साल सदन में दी थी। साल 2021 में 14,26447 मामले और 2020 में 13,92,179 लोग कैंसर से पीड़ित बताए गए थे।
World Cancer Day 2023: कैंसर जैसी बीमारी से बचकर रहना है, तो आज ही रुटीन में शामिल करें ये 7 आदतें
वहीं आईसीएमआर-एनसीडीआईआर के एक शोध के मुताबिक भारत में महिलाओं में जहां ब्रेस्ट या स्तन कैंसर के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं, वही पुरुषों में लंग या फेफड़ों का कैंसर के मामले सबसे ज्य़ादा पाए जाते हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों में महिलाओं में स्तन, फेफड़े, कोलोरेक्टल, सर्वाइकल, एंडोमेट्रियल, त्वचा और डिम्बग्रंथि के कैंसर मामले अधिक सामने आए हैं।
इस बीमारी के मामले पिछले वर्षों में सबसे ज्यादा उत्तर भारत में देखे गए। इनमें प्रति 100,000 व्यक्ति पर 2,408 रोगी और उत्तर-पूर्व में प्रति 100,000 व्यक्ति पर 2,177 रोगियों के मामले सामने आए। पिछ्ले दिनों बेंगलुरु की रहने वाली 46 वर्षीय हंसा से कैंसर ने छह ऑर्गन छीन लिए। कैंसर के ऑपरेशन के बाद गर्भाशय, अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब, कोलन, गॉल ब्लैडर, अपेंडिक्स, लिवर के हिस्से को सर्जरी से हटाना पड़ा। उस समय उन्हें एडवांस्ड कोलोरेक्टल कैंसर का पता चला था, उनका कैंसर चौथे स्टेज पर था।
कैंसर पेशेंट के टेंशन को कम करने में सहायक हो सकती है म्यूजिक थेरेपी: स्टडी
डॉक्टर ने उन्हें बताया कि बीमारी बड़ी आंत से अंडाशय, पेरिटोनियम और यकृत तक तेजी से फैल रही है। हालांकि बीमारी उनके जीने की इच्छा को कम नहीं कर सकी और वो अब सामान्य जिंदगी जी रहीं हैं। इसी को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में अब तक 4.07 करोड़ महिलाओं ने स्तन कैंसर को लेकर जांच कराई है। इसके अलावा 3.16 करोड़ अन्य महिलाओं ने गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर को लेकर जांच कराई है।
देश में कैंसर के इलाज के मद्देनजर पर्याप्त संख्या में महिला विशेषज्ञ मौजूद हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत महिला लाभार्थियों की भारी संख्या से पता चलता है कि दवा और स्वास्थ्य सेवा में महिलाओं की भूमिका को बढ़ाना लाभदायक है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | हेल्थ (health News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
विटामिन-डी की ओवरडोज से सेहत को होते हैं ये भारी नुकसान, जानें क्यों करना चाहिए Vitamin D की गोलियों से परहेज
रोज सुबह सिर्फ टहलें नहीं करें ब्रिक्स वॉक, सिर्फ इतनी देर चलने से दूर होंगे डायबिटीज और हार्ट अटैक जैसे जानलेवा खतरे
Uric Acid को खींचकर शरीर से बाहर करते हैं ये फल, आज ही खाना करेंगे शुरू तो झट से दूर होगा जोड़ों का दर्द
Saif Ali Khan की स्पाइन में हुआ गहरा घाव, जानें कितनी खतरनाक हो सकती है रीढ़ की हड्डी में लगी चोट
हार्ट अटैक के खतरे को कम कर देती है ये देसी चीज, रात में दूध में उबालकर पीने से सेहत को होगा पूरा फायदा
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited