अब पेट में दिखने वाले लक्षणों चल जाएगा बच्चेदानी में कैंसर की शुरुआत का पता,वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला तरीका, नए रिसर्च में आया सामने
Abdominal Symptoms Can Help Detect Early-Stage Ovarian Cancer: हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अगर आप बच्चेदानी में कैंसर के कैंसर के निदान में कुछ पेट संंबंधी समस्याओं से जुड़े लक्षण बहुत मददगार साबित हो सकते हैं। इन्हें समय रहते पहचानकर कैंसर के उपचार में मदद मिल सकती है।
Ovarian Cancer Early Detection
Abdominal Symptoms Can Help Detect Early-Stage Ovarian Cancer: महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण बच्चेदानी से जुड़ी कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं। लेकिन आजकल हम देखते हैं कि महिलाओं में बच्चेदानी का कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। यह कैंसर का एक गंभीर प्रकार है, जिसकी वजह से महिलाओं को काफी दर्दनाक स्थितियों से जूझना पड़ सकता है। इसकी वजह से महिलाओं की बच्चेदानी पूरी तरह से खराब हो सकती है। यह एक महिला के मां बनने के सपने को भी बर्बाद कर सकता है। इसकी वजह से महिलाओं की बच्चेदानी को पूरी तरह से हटाने की जरूरत भी पड़ सकती है, जो किसी भी महिला के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। इसके अलावा, कैंसर का पता अगर समय रहते नहीं चल पाता है, तो इसकी वजह से महिला की मृत्यु भी हो सकती है।
लेकिन अब हालिया शोध में बच्चेदानी में कैंसर के निदान और समय रहते उपचार को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। अध्ययन में यह पाया गया है कि कुछ आम पेट संबंधी समस्याओं के लक्षणों को समय रहते पहचान कर बच्चेदानी के कैंसर के निदान में बहुत मदद मिल सकती है। यह बच्चेदानी के कैंसर के उपचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। रिसर्च में क्या कुछ पाया गया है, इस लेख में विस्तार से जानें...
कैंसर का जल्द चल सकता पता
अध्ययन के शोधकर्ताओं का कहना है कि पेट संबंधी समस्याओं के आम लक्षणों (पेट में सूजन, दर्द या खाना शुरू करने के तुरंत बाद पेट भरा हुआ महसूस करने) को पहचानकर, बच्चेदानी में कैंसर की शुरुआत का पता एक चौथाई लोगों में लगाया जा सकता है। साथ ही, जब इस तरह की ट्रिगर करने वाले लक्षणों की मदद से जब कैंसर का पता लगाया जाता है, तो 60 प्रतिशत मामलों में कैंसर कोशिकाओं को पूरी तरह से सफलतापूर्वक हटाने की संभावना भी अधिक होती है। पिछले अध्ययनों में यह पाया गया है कि बच्चेदानी में कैंसर के लक्षण निदान से पहले तीन महीने से तीन साल के बीच कहीं भी दिखना शुरू हो सकते हैं।
कैसे किया गया अध्ययन
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ गायनोकोलॉजिकल कैंसर में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने ऐसी 1,700 से अधिक महिलाओं को अस्पताल में भर्ती किया, जिनका टेस्ट पेट की समस्याओं के लक्षण के आधार पर किया गया। अध्ययन में 7 प्रतिशत महिलाओं में गंभीर बच्चेदानी के कैंसर के सबसे खतरनाक रूप का निदान किया गया।
हालांकि, कैंसर ने इनमें से किसी भी महिला के जीवन में कोई हस्तक्षेप नहीं किया। ऐसा होने की पीछे उनके शारीरिक रूप से एक्टिव रहना या कुछ अन्य दैनिक फिजिकल एक्टिविटी हो सकती हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि इन 7 प्रतिशत या 119 महिलाओं में से लगभग 90 प्रतिशत मेनोपॉज के बाद वाली महिलाएं थी।
अच्छी खबर
अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि अगर समय रहते पेट के आम लक्षणों की अगर पहचान कर ली जाती है, तो यह बच्चेदानी के कैंसर के उपचार में बहुत बड़ा कदम साबित हो सकता है। इसकी मदद से अधिक कुशलता पूर्वक बच्चेदानी के कैंसर को हटाने में भी मदद मिल सकती है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्...और देखें
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