तगड़ी हाइट-हेल्थ के लिए आराध्या को बचपन से ऐसा खाना खिलातीं आईं हैं बच्चन बहू, छोटे बच्चों के लिए करें ट्राई
Aaradhya Bachchan height diet plan: ऐश्वर्या राय अपनी लाडली बिटिया आराध्या के जन्म के बाद से ही, उसकी देखभाल और जरूरतों के लिए एक टांग पर खड़ी रही हैं। बेटी की अच्छी हाइट, हेल्थ और स्वास्थ्य के लिए ऐश आराध्या को छोटी उम्र से ही काफी पोष्टिक खाना खिलातीं रही हैं। यहां देखें आराध्या कैसा खाना खातीं हैं, और अपने छोटे बच्चों को पोष्टिक ठोस आहार देने की शुरुआत कैसे करें।
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How to introduce solids to baby: बच्चों को पोषण प्रदान करना बहुत ही कठिन काम होता है, ऐसे में अच्छी हाइट और हेल्थ के लिए आप भी शुरुआत से ही ऐश्वर्या राय का फंडा आजमा सकते हैं। बेटी आराध्या के जन्म के बाद से ही ऐश्वर्या अपना ज्यादा समय उसकी परवरिश में देती आईं हैं, उसी का नतीजा है कि आज आराध्या महज 11 साल की उम्र में ही खूबसूरती से लेकर लंबी कद काठी तक में विश्व सुंदरी को मां को खूब टक्कर देती हैं। बता दें कि इतनी कम उम्र में भी आराध्या की शानदार हाइट और हेल्दी बॉडी का राज, उनकी डाइट है। आराध्या के पैदा होने के बाद से ही ऐश्वर्या ने किचन में जाना शुरु किया है, ताकि बेबी की हेल्थ का वे खुद ध्यान रख सके। आराध्या को पौष्टिक आहार देना ऐश्वर्या ने बचपन से ही शुरू कर दिया था, यहां देखें छोटे बच्चों की ग्रोथ के लिए उन्हें क्या खिलाएं और साथ ही साथ बच्चों को ठोस आहार कैसे दें।
Aaradhya Bachchan Diet Plan, आराध्या बच्चन क्या खातीं हैं
अमिताभ बच्चन की लाडली पोती आराध्या कद काठी में दादा और पापा पर गईं हैं। 11 साल की आराध्या अभी से मां से कंधे तक आती हैं, जिसके पीछे का राज उनके जीन्स के साथ साथ मां द्वारा बचपन से खिलाया गया पौष्टिक आहार भी है। ऐश्वर्या ने बेटी को 8-9 महीने का होने के बाद से ही ठोस आहार देना शुरू कर दिया था। बेटी को अच्छा खाना खाने की सीख देने के लिए ऐश्वर्या खुद से ही कई चीज़ें बनाकर उन्हें खिलातीं रही हैं। ताकि आराध्या को स्वाद और सॉलिड फुड से इंट्रोड्यूज करवाया जा सके। बेटी के लिए ऐश कार्ब्स, प्रोटीन और सब्जियां मिक्स कर अपनी अलग तरह की रेसिपी तैयार करतीं थीं। जिससे कुछ ही महीनों की आराध्या को अच्छी अच्छी फल सब्जियों का पोषण मिल सके।
बच्चों को ठोस आहार कब दें, When to Start babies solid food
छोटे बच्चों को अच्छी तरह से विकास करने के लिए ज्यादा मात्रा में नियमित रूप से पोषण की आवश्यकता होती है। ऐसे में आपको उन्हें 6 से 8 महीने तक का होने वाले समय में थोड़ा थोड़ा ठोस आहार देते रहना चाहिए। ताकि बच्चा पूरी तरह मां के दूध पर निर्भर न हो, और उसे फल सब्जियों का सेवन कर अन्य पौष्टिक गुणों की भी प्राप्ति हो सके। हालांकि कैसे पता चलता है कि, बच्चा भूखा है और आपको उसको कुछ ठोस आहार देना है। तो इसका जवाब यही है कि, अगर आपका बच्चा सिर और गर्दन उठाकर आपको खाता देख मुंह खोलता है। या एक बार खिलाने के बाद दूसरी बार मांगता है तो इसका मतलब यही है कि उसकी भूख दूध से नहीं मिट रही है। और उसे अन्य ठोस चीजें सॉलिड्स देने की भी जरूरत है।
Solid food for babies
छोटे बच्चों को ठोस चीजें देना शुरु कर रहे हैं, तो आप भी ऐश्वर्या की तरह ही अपने बच्चे को फल जैसे सेब और केले की प्यूरी, दाल का पानी, दलिया, खिचड़ी, सब्जियां, फलों का रस, टमाटर आलू का मैश आदि जरूर खिलाएं। हालांकि बच्चों को कुछ भी खिलाते वक्त आपको ये ध्यान रखना है कि, उस खाने में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल, कैल्शियम समेत बाकि सारे पोषक तत्व कम से कम हल्की फुल्की मात्रा में तो मौजूद हो ही।
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मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर ट्रेनी कॉपी राइटर कार्यरत हूं। मूल रूप से मध्य प्रदेश के उज्जैन की रहने वाली लड़की, जिसे कविताएं लिखना, महिलाओं से ज...और देखें
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