Anxiety Symptoms: सर्दियों में बढ़ जाते हैं एंग्जायटी वाले हार्मोन्स, समय रहते पहचानें और करवाएं इलाज
Anxiety Symptoms : एंग्जायटी की परेशानी सर्दियों में काफी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में सर्दियों में मरीजों को अपना खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर आप एंग्जायटी की गंभीरता से बचना चाहते हैं तो समय पर इसका इलाज कराएं। एंग्जायटी की गंभीरता से बचने के लिए इसके लक्षणओं को पहचानकर इलाज कराने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं एंग्जायटी की कैसे करें पहचान?
सर्दियों में एंग्जायटी बढ़ने की होती है संभावना, जानें इसके लक्षण
तस्वीर साभार : Times Now Digital
मुख्य बातें
- बिना वजह बढ़त जाता है एस्ट्रेस
- हार्टबीट बढ़ने का डर
- अधिक सांस फूलना एंग्जायटी का हो सकता है लक्षण
सर्दियों में क्यों बढ़ता है एंग्जायटी हार्मोन
सर्दियों में एंग्जायटी हार्मोन बढ़ने की संभावना होती है। दरअसल, सर्दियों के दिनोों में हमारा शरीर धूप के संपर्क में काफी कम आता है। ऐसे में शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है। धूप के संपर्क में कम आने की वजह से शरीर की चिंता और डिप्रेशन से जुड़ा न्यूरोट्रांसमीटर बाधित होता है। इस वजह से इस सीजन में एंग्जायटी बढ़ने की संभावना अधिक होती है।
एंग्जायटी के सामान्य लक्षण क्या हैं?
- थकान महसूस होना
- ध्यान लगाने में परेशानी होन
- बिना वजह स्ट्रेस लेना.
- हार्टबीट तेज होना.
- सांस फूलना
- लोगों से बात करने में डर लगना
- जीवन से निराश रहना
- पुरानी बातों को याद करके बेचैन होना.
- बार-बार चीजों को याद करके रोना
- लिफ्ट में जानें से डर लगना
- छाती में खिंचाव महसूस होना
- चीजों को बार-बार सही करना
- मांसपेशियों में तनाव होना, इत्यादि।
एंग्जायटी होने पर व्यक्ति को तुरंत इलाज की आवश्यकता होती है। अगर समय पर एंग्जायटी का इलाज नहीं करवाया जाए तो यह डिप्रेशन का रूप धारण कर सकती है। इसके अलावा व्यक्ति को घबराहट और चिंता विकृति के अटैक पड़ सकते है। आइए जानते हैं एंग्जायटी होने पर क्या करें?
- एंग्जायटी महसूस होने पर किसी अच्छे मनोचिकित्सक की सलाह लें।
- एंग्जायटी की दवाओं और काउंलिंग का आपको बेहतर परिणाम मिल सकता है। ऐसे में एक भी दवा और काउंसलिंग को मिस न करें।
- इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति को अकेले रहने से बचना चाहिए। परिवार और दोस्तों के साथ घुल-मिलकर रहें।
- गहराई में सोचने से बचें।
कैसे होना चाहिए खानपान
एंग्जायटी से ग्रसित व्यक्तियों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इस समस्या से ग्रसित लोगों को हरे-पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। मसालेदार या फिर प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से बचें। शराब और धूम्रपान से दूरी बनाकर रखें। ताकि एंग्जायटी की गंभीरता को कम किया जा सके।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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