बरसात में रूटीन में शामिल कर लें ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी, कोसों दूर रहेंगे सर्दी-जुकाम, बलगम वाली खांसी से मिलेगा जल्द छुटकारा

Ayurvedic Herbs For Rainy Season In Hindi: बारिश के मौसम में लोग बहुत जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। उन्हें सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं सताने लगती हैं। ऐसे में कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स को डाइट में शामिल करने से आपको स्वस्थ रहने में मदद मिल सकती है। यहां जानें कौन-कौन सी हर्ब्स रूटीन में शामिल करें।

Ayurvedic Herbs For Rainy Season In Hindi

Ayurvedic Herbs For Rainy Season In Hindi: बरसात में भीगना तो हम सभी को बहुत पसंद होता है, लेकिन इस दौरान जरा सा भीगने के बाद लोगों को सर्दी-जुकाम परेशान करने लगते हैं। साथ ही, लोगों को गले में खराश, सूखी और बलगम वाली खांसी भी हो जाती है। यह कई-कई दिनों तक लोगों को परेशान करते हैं। लोगों का खांस-खांसकर भी बुरा हाल हो जाता है। ऐसे में लोग तरह-तरह के घरेलू नुस्खे आजमाते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें कुछ खास आराम नहीं मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कुछ जड़ी-बूटीयों को अगर आप बरसात के मौसम में अपने रूटीन में शामिल कर लें, तो इससे न सिर्फ आप बीमार पड़ने से बचेंगे, बल्कि सर्दी-खांसी से छुटकारा पाने में भी मदद मिलेगी। अगर आप भी सेहतमंद रहना चाहते हैं तो आपको आज से ही इन जड़ी-बूटियों को रूटीन में शामिल कर लेना चाहिए। इस लेख में जानें ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जो आपको बरसात में बीमार पड़ने से बचाएंगी।

बरसात में बीमार पड़ने से बचाएंगी ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां - Ayurvedic Herbs To Stay Healthy In Rainy Season In Hindi

मुलेठी

इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए यह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। इसके अलावा, गले की सूजन और खराश को दूर करने में यह बहुत कारगर है। यह बरसात में आपको बीमार पड़ने से बचाती है। आप मुलेठी की हर्बल चाय या काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।

गिलोय

गिलोय के तने से लेकर पत्तों तक, सभी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। यह संक्रमण और वायरस के खतरे को कम करने के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि है। यह फ्लू और बुखार आदि से बचाव में भी मदद करती है। गिलोय का काढ़ा या गर्म पानी में इसका पाउडर मिलाकर पीने से बहुत लाभ मिलेगा।

End Of Feed