किचन में रखी ये 4 चीजें PCOS का देसी उपचार, हार्मोन को बैलेंस कर करती हैं अनियमित पीरियड की छुट्टी
Ayurvedic Herbs To Treat PCOS: पीसीओएस की समस्या में अगर महिलाएं हार्मोनल दवाओं के बजाए किचन में रखी कुछ देसी चीजों का प्रयोग करें, तो आसानी से इसके लक्षणों से राहत पा सकते हैं। यह पीरियड से जुड़ी समस्याओं से आपको जल्द राहत प्रदान कर सकते हैं। यहां जानें इनके बारे में विस्तार से ...
Ayurvedic Herbs To Treat PCOS
Ayurvedic Herbs To Treat PCOS: पीसीओएस के उपचार और इसके लक्षणों से राहत के लिए आपने अक्सर देखा होगा कि महिलाएं तरह-तरह की दवाओं और हार्मोनल गोलियों का सेवन करती हैं। हार्मोनल गोलियां आपके स्वास्थ्य, शारीरिक और मानसिक दोनों को ही फायदे की बजाय नुकसान अधिक पहुंचाती हैं। हार्मोनल गोलियों के बजाय, अपने हार्मोन को संतुलित करने के लिए प्राकृतिक उपचारों का चयन करना बेहतर है, क्योंकि हार्मोनल गोलियों की वजह से वजन बढ़ने, मूड में परिवर्तन, अनिद्रा और अवसाद जैसे लक्षणों का कारण बनती हैं।
हेल्थ इन्फ्लूएंसर और आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दीक्षा भावसार ने सोशल मीडिया पर पीसीओएस से राहत के लिए कुछ ऐसे प्राकृतिक उपचार शेयर किए हैं, जो लक्षणों को कम करने में बहुत मदद कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि ये प्राकृतिक उपचार हमारे किचन में ही मौजूद हैं। ये बिना किसी नुकसान के शरीर में हार्मोन्स के संतुलन को बेहतर बनाने और पीसीओएस के जल्द उपचार में मदद करेंगे। यहां जानें इनके बारे में विस्तार से..
पीसीओएस के उपचार में मदद करेंगी किचन में रखी ये चीजें
मेथी के बीज
मेथी के बीज (मेथी) फाइटोएस्ट्रोजेन (आइसोफ्लेवोंस) से भरपूर होते हैं, जो एस्ट्रोजन के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। वे एंडोमेट्रियम की मोटाई में सुधार करने में मदद करते हैं। इससे पीरियड्स के दौरान ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। यह अतिरिक्त शुगर और इंसुलिन स्पाइक्स को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही, स्वस्थ वजन घटाने में भी मदद करते हैं।
तिल
तिल के बीज इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये जिंक से भरपूर होते हैं, जो प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये गर्म प्रकृति के होते हैं और मासिक धर्म में देरी के लिए जिम्मेदार अतिरिक्त कफ को कम करके आपके पीरियड को मैनेज करने में मदद करते हैं।
हल्दी
हल्दी कफ दोष को कम करने में मदद करती है और ब्लॉक नाड़ियों को साफ करती है। यह भी हार्मोन के संतुलन को बेहतर बनाने में कारगर औषधि है।
गुड़
गुड़ पोषण में सुधार करने में मदद करता है और वजन बढ़ने से रोकने वाली क्रेविंग को कम करता है। यह मीठे की क्रेविंग शांत करके अनहेल्दी खाने से रोकता है।
पीसीओएस से राहत के लिए कैसे करें इनका प्रयोग
डॉ. दीक्षा भावसार में किचन में रखी इन चीजों को डाइट में शामिल करने का एक आसान तरीका बताया है। 1 गिलास पानी लें, उसमें 1 चम्मच मेथी दाना, 1 चम्मच तिल, 1 छोटा टुकड़ा गुड़ (5 ग्राम) और 1 चम्मच हल्दी डालें और मध्यम आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें। फिर इसे छान लें और गर्म होने पर इसे घूंट-घूंट करके पीएं। अगर आपका वजन अधिक है तो आप इसमें आधा नींबू का रस मिला सकते है। इससे वजन कम करने में मदद मिलेगी।
कितनी मात्रा में करें सेवन
- यदि आपके पीरियड्स 3-4 महीने लेट हो जाते हैं, तो इस चाय को 12 सप्ताह तक रोजाना सुबह पियें।
- अगर आपके मासिक धर्म में 1-2 महीने की देरी हो तो इसे मासिक धर्म आने से 2 सप्ताह पहले से शुरू करें, जब तक कि आपके मासिक धर्म न आ जाएं।
- यदि आपके मासिक धर्म में 15-25 दिनों की देरी हो, तो इसे अपने मासिक धर्म से ठीक एक सप्ताह पहले लें जब तक कि आपके पीरियड न आ जाएं।
यदि आप इसे स्वस्थ जीवनशैली, नियमित एक्सरसाइज, अच्छी नींद, स्वस्थ भोजन, तनाव प्रबंधन के साथ इस चाय का सेवन करते हैं, तो इससे जबरदस्त परिणाम मिलेंगे। बिना किसी दुष्प्रभाव के परिणाम के लिए इसे शुरू करने से पहले एक बार आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना सबसे अच्छा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | हेल्थ (health News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited