डाइजेशन को रखना है दुरुस्त तो फॉलो करें खानपान से जुड़े आयुर्वेद के ये नियम, नहीं परेशान करेंगे पाचन संबंधी समस्याएं
Ayurvedic Tips For Better Digestion In Hindi: अगर कुछ भी खाने के बाद आपको भी असहजता महसूस होती है और पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, तो इसका वजह आपका खराब पाचन है। यहां जानें आयुर्वेद के खानपान से जुड़े कुछ ऐसे नियम जो आपकी पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करेंगे।
Ayurvedic Tips For Better Digestion
Ayurvedic Tips For Better Digestion In Hindi: आजकल हम देखते हैं कि जैसी ही लोग कुछ थोड़ा बहुत भारी या तला-भुना खा लेते हैं, तो इसकी वजह से तुरंत उनके पेट में गड़बड़ शुरू हो जाती है। यह समस्या उन लोगों के साथ अधिक देखने को मिलती है, जिनका पाचन स्वास्थ्य कमजोर है। इसलिए अपनी पाचन क्रिया का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है। जब आपका पाचन स्वास्थ्य दुरुस्त होता है, तो आप जो कुछ भी खाते हैं वह बहुत आसानी से पच जाता है और भोजन से पोषक तत्वों के शरीर में बेहतर अवशोषण में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार, खराब पाचन क्रिया के पीछे का कारण आप की खानपान से जुड़ी कुछ गलतियां हो सकती हैं। हम रोज कुछ ऐसी भोजन करते या कुछ खाते समय ऐसी गलतियां करते हैं, जिनकी वजह से हमारी पाचन क्रिया प्रभावित होती है।
अब सवाल यह उठता है कि डाइजेशन को बेहतर बनाने और पाचन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए? आपको बता दें कि आयुर्वेद में खानपान से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं, जिन्हें अगर आप नियमित फॉलो करें तो आपको पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में काफी मदद मिल सकती है। हेल्थ इनफ्लुएंसर और आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. वरालक्ष्मी यमानमंद्र की मानें तो आप जिस तरह से खाना खाते हैं वह भोजन को अच्छी तरह से पचाने की आपकी क्षमता का सबसे महत्वपूर्ण कारक है। इसलिए आपको भोजन करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। यहां जानें बेहतर पाचन के लिए आयुर्वेद के नियम।
बेहतर पाचन के लिए भोजन करते समय इन आयुर्वेदिक नियमों का करें पालन
1. ऐसा खाना खाएं जो गर्म हो
यह खाना जल्दी पच जाता है और इसे पचाने में कम मेहनत लगती है।
2. सही मात्रा में भोजन करें
संतुलित मात्रा मे औ गरिष्ठ भोजन करने से वात को नीचे की ओर ले जाने में मदद मिलती है। यह पाचन अग्नि को भी मजबूत बनाने में मदद करता है।
3. गलत फूड कॉम्बिनेशन से बचें
ऐसे फूड्स का सेवन साथ में न करें, जिनकी प्रकृति एक दूसरे से विपरीत होती है, जैसे पके हुए भोजन के साथ में कच्चा सलाद।
4. सही समय पर खाएं
जब तक आपका पिछला भोजन पच न जाए और जब फिर से तेज भूख न लगे, तब तक भोजन करने से बचें।
5. बहुत ज्यादा जल्दी या धीरे-धीरे न खाएं
जब आप बहुत जल्दी-जल्दी खाते हैं, तो आप भोजन के साथ हवा निगलते हैं, जिससे आपका पेट फूल जाता है। वहीं, जब आप बहुत धीरे-धीरे खाते हैं, तो भोजन बहुत जल्दी ठंडा हो जाता है। ऐसे में भोजन का अपना स्वाद और पोषण कम हो जाता है।
6. खुश होकर खाएं
जब आप खुशी-खुशी भोजन करते हैं, तो आपका पेट भी प्रसन्न रहता है। इस तरह खाया गया भोजन आपके शरीर में आसानी से पचता है।
7. सही वातावरण में खाएं
अपने परिवार के सदस्यों या प्रियजनों के साथ बैठकर खाना खाएं। ऐसे स्थान पर बैठकर भोजन करें जहां आप आरामदायक महसूस करते हैं।
8. खाते समय बात न करें
कोशिश करें कि खाना खाते समय बहुत ज्यादा बात न करें और न ही हंसें। इसकी वजह से आपके पेट में हवा चली जाती है और पेट फूल जाता है।
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