हाई यूरिक एसिड का दुश्मन है त्रिफला, घुटने व जोड़ों में दर्द से राहत के साथ दूर करता है ये समस्याएं

Triphala Churna For Uric Acid Benefits: अगर आपको भी अक्सर जोड़ों व घुटनों में दर्द की समस्या रहती है, तो ऐसा होने का एक कारण यूरिक एसिड का बढ़ना है। इसे कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मदद से आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इस लेख में जानें यूरिक एसिड में त्रिफला चूर्ण कैसे लाभकारी है और इसका सेवन कैसे करना चाहिए।

Triphala Churna For Uric Acid Benefits

Triphala Churna For Uric Acid Benefits: शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के कारण गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि जोड़ व हड्डियों में दर्द और सूजन की समस्या, जिसे गठिया के नाम से भी जाना जाता है, हाई यूरिक एसिड के कारण ही देखने को मिलती है। जब यूरिक एसिड की अधिकता हो जाती है, तो क्रिस्टल बनने लगते हैं, जो जोड़ों में जमा होने लगते हैं। इसके कारण लोगों के जोड़ों में जकड़न, टेंडरनेस, सूजन और त्वचा में लालपन देखने को मिलता है। इस स्थिति में लोगों का चलना-फिरना, उठना बैठना और यहां तक कि दिनभर के सामान्य कामकाज करना भी मुश्किल हो जाता है। यूरिक एसिड की समस्या रक्त में प्यूरीन नामक पदार्थ बहुत ज्यादा होने के कारण होती है। यह पदार्थ हमारे द्वारा खाए जाने वाले फूड्स में पाया जाता है, लेकिन हमारी किडनी इसे फिल्टर करके शरीर से बाहर निकालती है। जब किसी कारण शरीर से बाहर निकलने के बजाए शरीर में ही जमा होने लगता है, तो इसके कारण रक्त में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या हो जाती है। अच्छी बात यह है कि कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की मदद से आप यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। आपको बता दें कि त्रिफला यूरिक एसिड की समस्या में रामबाण औषधि साबित हो सकता है। यह तीन आयुर्वेदिक हर्ब्स आंवला, हरड़ और बहेड़ा का शक्तिशाली मिश्रण है। अगर आप सही तरीके से इसका प्रयोग करते हैं, तो जल्द हाई यूरिक एसिड से छुटकारा पा सकते हैं।

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हाई यूरिक एसिड त्रिफला चूर्ण के फायदे- Benefits Of Triphala Churna In High Uric Acid In Hindi

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क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन गरिमा गोयल की मानें, तो त्रिफला कई जरूरी पोषक तत्वों के साथ ही कुछ औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यह आयुर्वेदिक फार्मूला शरीर में त्रिदोष (वात, पित्त और कफ) को संतुलित रखने में बहुत लाभकारी है। साथ ही, इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह विटामिन सी और फाइबर का भी अच्छा स्रोत है। अगर इसका नियमित सेवन किया जाए, तो यह किडनी फंक्शन में सुधार करने और शरीर से हानिकारक कणों को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।

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