Diabetes Symptoms: अगर आपके पैरों में दिखें ये 6 लक्षण तो समझ लें कि आपको है डायबिटीज!
Blood sugar badhne ke lakshan: जब ब्लड शुगर का स्तर बार-बार बढ़ता है तो पैरों सहित कई अंग लक्षण दिखाते हैं। ब्लड शुगर बढ़ने से शरीर को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसका समय रहते इलाज करवाना जरूरी है। तो आइए जानें कि डायबिटीज बढ़ने पर पैरों में क्या लक्षण दिखाई देते हैं।
पैरों में दिखते हैं डायबिटीज के 4 लक्षण
Diabetes Symptoms in Hindi: ख़राब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड इटिंग हैबिट्स के कारण दुनिया भर में मधुमेह के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पहले सिर्फ बुजुर्गों को प्रभावित करने वाली यह बीमारी अब युवाओं को भी अपनी चपेट में लेने लगी है। मधुमेह में शरीर में इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उत्पादन या उपयोग करने में असमर्थता के कारण ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। जब रक्त शर्करा का स्तर बार-बार बढ़ता है तो पैरों (Diabetes-Related Foot Conditions) सहित कई अंग लक्षण दिखाते हैं। तो आइए जानते हैं कि डायबिटीज बढ़ने पर पैरों पर कैसे संकेत नजर आते हैं -
झुनझुनी: जैसे-जैसे मधुमेह बढ़ता है, पैरों में झुनझुनी, जलन, सुन्नता महसूस होती है। इसके अलावा, मरीजों को पैरों पर घाव भरने में भी कठिनाई होती है। साथ ही अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए तो इंफेक्शन और अल्सर का भी खतरा रहता है।
ब्लड कम पहुंचना: हाई ब्लड शुगर का स्तर ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है। जिसके कारण पैरों में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है और पैरों में ऐंठन, पैरों में दर्द और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस होते हैं। यदि उपचार न किया जाए, तो पीएडी गैंग्रीन और यहां तक कि सड़न के कारण अंगों को काटा भी जा सकता है।
अल्सर, ड्राइनेस और दरार: न्यूरोपैथी और खराब सर्कुलेशन के कारण पैर में अल्सर हो सकता है। इसलिए ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और इलाज कराएं। बता दें कि जैसे-जैसे मधुमेह बढ़ता है, स्किन ड्राई और फटी हुई हो सकती है। इसके अलावा, मरीजों को अक्सर पैरों पर फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा होता है।
लालिमा और सूजन: ब्लड शुगर बढ़ने पर मरीजों में कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसे में अगर लम्बे समय तक ब्लड शुगर बढ़ा हुआ रहता है तो मधुमेह कमजोर हड्डियों और जोड़ों के दर्द का कारण बनता है। इससे पैर में फ्रैक्चर या मोच आ सकती है। इसके अलावा पैरों में लालिमा और सूजन की स्थिति बनी रहती है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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TNN हेल्थ डेस्क author
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