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प्रेग्नेंसी में भी रुकावट बन सकती है ओवरईटिंग, बार-बार ट्राई करने पर भी बेबी नहीं हो रहा कंसीव तो कर रहे हैं ये गलती

Overeating Affect On Pregnancy In Hindi: ओवरईटिंग न सिर्फ आपके वजन बल्कि आपकी प्रजनन क्षमता पर भी असर डालती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी खाने की आदतों पर ध्यान दें और संतुलित आहार के साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। अगर बार-बार ट्राई करने पर भी आपको गर्भधारण में परेशानी हो रही है, तो इसकी एक बड़ी वजह ओवरईटिंग हो सकती है। यहां जानें यह कैसे आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है।

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Overeating Affect On Pregnancy In Hindi

Overeating Affect On Pregnancy In Hindi: गर्भधारण करना हर महिला के जीवन का एक खास पड़ाव होता है। लेकिन कई बार बार-बार कोशिश करने के बावजूद जब प्रेग्नेंसी नहीं होती तो चिंता होना लाज़मी है। अगर आप भी इस समस्या का सामना कर रही हैं, तो जरा अपनी खाने-पीने की आदतों पर ध्यान दीजिए। अक्सर हम सोचते हैं कि हेल्दी खाना जितना ज्यादा खाया जाए, उतना ही फायदेमंद होगा। लेकिन क्या आप जानती हैं कि जरूरत से ज्यादा खाना यानी ओवरईटिंग भी आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है? हां, सही सुना आपने! ज्यादा खाने से हार्मोनल असंतुलन, वजन बढ़ना और पीसीओएस जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो गर्भधारण में रुकावट बन सकती हैं। आइए जानते हैं कि कैसे ओवरईटिंग प्रेग्नेंसी में बाधा डालती है और इससे बचने के उपाय।

1. हार्मोनल असंतुलन का कारण बनती है ओवरईटिंग

जब आप जरूरत से ज्यादा खाते हैं, तो शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है। इससे एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो ओव्यूलेशन (अंडोत्सर्जन) प्रक्रिया को बाधित कर सकता है। नतीजतन, प्रेग्नेंसी के चांस कम हो जाते हैं।

2. पीसीओएस की समस्या को बढ़ावा

ओवरईटिंग और अस्वास्थ्यकर खानपान से वजन बढ़ने का खतरा रहता है। इससे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) होने की संभावना भी बढ़ जाती है। पीसीओएस में अंडाशय में सिस्ट बन जाते हैं, जो मासिक धर्म चक्र को अनियमित कर देते हैं और गर्भधारण में दिक्कत पैदा करते हैं।

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