Health Alert: तंबाकू के सेवन से महिलाओं और पुरूषों में बढ़ता है नपुंसकता का खतरा! एक्सपर्ट से जानिए सेहत के लिए कितना खतरनाक

Health Tips in Hindi: धूम्रपान से महिलाओं में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान की आदी महिलाओं को तंबाकू का सेवन करने पर बांझपन और रजोनिवृत्ति का शिकार होना पड़ सकता है। आइए जानते हैं बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ की कंसल्टेंट डॉ. रचिता मुंजाल से कि धूम्रपान कैसे महिलाओं और पुरुषों में नपुंसकता बढ़ा रहा है-

Smoking and Infertility: धूम्रपान से महिलाओं में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान की आदी महिलाओं को तंबाकू का सेवन करने पर बांझपन और मेनोपॉज का शिकार होना पड़ सकता है। सक्रिय और निष्क्रिय दोनों प्रकार के धूम्रपान से महिलाओं में बांझपन और समय से पहले मेनोपॉज का खतरा बढ़ जाता है। आइये बिड़ला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ में कंसल्टेंट डॉ रचिता मुंजाल से जानते हैं कि धूम्रपान कैसे महिला और पुरूषों में नपुंसकता बढ़ा रहा है-

धूम्रपान और फर्टिलिटी के बीच क्या संबंध है? - What is the connection between smoking and fertility?

डॉ रचिता मुंजाल ने टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल से बातचीत करते हुए बताया कि धूम्रपान और फर्टिलिटी के बीच गहरा संबंध होता है। धूम्रपान करने से प्रजनन प्रणाली पर असर पड़ता है तथा अंडों और स्पर्म को क्षति पहुँचती है। धूम्रपान से महिला और पुरूषों की फर्टिलिटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और दंपत्तियों को गर्भधारण में मुश्किल हो सकती है।

धूम्रपान से पुरूषों में स्पर्म की संख्या कम हो जाती है, स्पर्म की गतिशीलता कम हो सकती है, इरेक्टाईल डिस्फंक्शन हो सकता है, एवं स्पर्म का डीएनए क्षतिग्रस्त हो सकता है। इन सबके कारण फर्टिलिटी कम हो सकती है। महिलाओं में धूम्रपान से ओवेरियन कार्य में कमी आ जाती है, माहवारी अनियमित हो जाती है, गर्भपात का जोखिम बढ़ जाता है, और समय से पहले ही मेनोपॉज़ भी हो सकता है, इन सभी स्थितियों में गर्भधारण करना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है।

शोध में सामने आया है कि धूम्रपान से गर्भधारण करने की क्षमता कम हो जाती है। धूम्रपान प्राकृतिक गर्भधारण और इनविट्रो फर्टिलाईज़ेशन (IVF ) जैसी असिस्टेड रिप्रोडक्टिव तकनीक दोनों को ही प्रभावित कर सकता है। अध्ययनों में सामने आया है कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उन्हें गर्भधारण करने के लिए धूम्रपान न करने वालों के मुकाबले ज्यादा बार आई. वी. एफ. (IVF) कराना पड़ सकता है। धूम्रपान त्यागने से फर्टिलिटी में सुधार हो सकता है और गर्भधारण करने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। लेकिन यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि फर्टिलिटी पर धूम्रपान का नकारात्मक असर धूम्रपान त्याग करने के बाद कुछ समय तक बना रह सकता है, इसलिए गर्भधारण की कोशिश करने से काफी पहले ही धूम्रपान त्याग देना आवश्यक है।

तम्बाकू का महिला और पुरूष की फर्टिलिटी पर क्या असर होता है? - What is the effect of tobacco on female and male fertility?

डॉ रचिता मुंजाल ने बताया कि धूम्रपान का महिला और पुरूष की फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ता है। सिगरेट के धुएं में कैमिकल्स होते हैं, जिनमें निकोटीन, सायनाईड, और कार्बन मोनो ऑक्साईड शामिल हैं, जो फर्टिलिटी पर निम्नलिखित असर डाल सकते हैंः

महिलाओं की फर्टिलिटी कम हो जानाः धूम्रपान से महिलाओं की फर्टिलिटी कम (Decreased fertility of women) हो जाती है। इससे हार्मोन का असंतुलन हो जाता है, ऑव्युलेशन पर असर पड़ता है, और अंडों की गुणवत्ता कम हो जाती है। अक्सर धूम्रपान करने वाली महिलाओं को धूम्रपान न करने वाली महिलाओं के मुकाबले गर्भधारण करने में ज्यादा समय लगता है, और उनमें इन्फर्टिलिटी का जोखिम भी ज्यादा होता है।

गर्भधारण करने में लंबा समय लगनाः अध्ययनों में सामने आया है कि धूम्रपान करने से दंपत्तियों को गर्भधारण में ज्यादा लंबा समय (Long time to get pregnant) लग सकता है। जो महिलाएं धूमपान करती हैं या अप्रत्यक्ष रूप से धुएं के संपर्क में आती हैं, उनका माहवारी का चक्र लंबा हो सकता है, ऑव्युलेशन की फ्रीक्वेंसी कम हो सकती है, और गर्भधारण करना मुश्किल हो सकता है।

गर्भपात का ज्यादा जोखिमः धूम्रपान करने वाली महिलाओं को धूम्रपान न करने वाली महिलाओं के मुकाबले गर्भपात का जोखिम (Higher risk of miscarriage) ज्यादा होता है। तम्बाकू के धुएं में मौजूद नुकसानदायक कैमिकल्स विकसित होते भ्रूण को क्षति पहुँचा सकते हैं, जिससे गर्भपात का जोखिम बढ़ जाता है।

पुरूषों में स्पर्म का पैरामीटर बिगड़ जानाः धूम्रपान का पुरूषों की फर्टिलिटी पर भी बुरा असर होता है। इससे स्पर्म की संख्या कम हो सकती है, स्पर्म के बहाव की गति कम हो सकती है, और स्पर्म के आकार और डीएनए में विकृतियाँ (Deterioration of sperm parameters in men) बढ़ सकती हैं। इन कारणों से सफल फर्टिलाईज़ेशन की संभावनाएं कम हो सकती हैं, और संतान में अनुवांशिक विकार होने का जोखिम बढ़ सकता है।

पुरूषों और महिलाओं की फर्टिलिटी में धूम्रपान के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? - What are the side effects of smoking on male and female fertility?

धूम्रपान का महिला और पुरूष की फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। धूम्रपान से महिला और पुरूषों की फर्टिलिटी निम्न प्रकार से प्रभावित हो सकती हैः

महिला की फर्टिलिटी पर साइड इफेक्ट्स - Side Effects on Female Fertility

हार्मोन का असंतुलनः तम्बाकू का इस्तेमाल महिलाओं में हार्मोन के संतुलन को बिगाड़ सकता है। हार्मोन का संतुलन (Hormonal imbalance) बिगड़ने से माहवारी का चक्र अनियमित हो जाता है, और गर्भधारण करना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है।

अंडों की खराब क्वालिटीः धूम्रपान करने से ओवेरियन के कार्य पर असर होता है, और अंडों की क्वालिटी खराब (Poor quality of eggs) हो जाती है। इससे अंडों में क्रोमोसोम के विकार बढ़ सकते हैं, जिससे गर्भपात और इन्फर्टिलिटी की संभावना बढ़ जाती है।

अंडे का गर्भ में ठीक से स्थापित न हो पानाः तम्बाकू के विषैले तत्वों के कारण निषेचित अंडा गर्भ में ठीक से स्थापित (Failure of the egg to be properly established in the womb) नहीं हो पाता है, जिससे गर्भधारण करने की संभावना कम हो जाती है।

गर्भपात की संभावना बढ़ जानाः धूम्रपान से गर्भावस्था के हर चरण में गर्भपात की संभावना बढ़ (Increased chances of miscarriage) जाती है। तम्बाकू में मौजूद नुकसानदायक कैमिकल्स भ्रूण के विकास में बाधा डाल सकते हैं, जिससे गर्भपात भी हो सकता है।

समय से पहले मेनोपॉज़ः धूम्रपान से महिलाओं में मेनोपॉज़ (Premature menopause) जल्दी आ सकता है, और उनकी फर्टिलिटी कम होकर गर्भधारण करने की संभावनाएं कम हो सकती हैं।

पुरूषों की फर्टिलिटी पर साइड इफेक्ट - Side effects on male fertility

स्पर्म का कम उत्पादन होनाः धूम्रपान से स्पर्म का उत्पादन कम होकर स्पर्म की संख्या घट (Low production of sperm) सकती है, जिससे गर्भधारण हो पाना और ज्यादा मुश्किल हो जाता है।

स्पर्म की खराब क्वालिटीः तम्बाकू के उपयोग से स्पर्म के आकार और गति पर असर होता है, जिससे सफल फर्टिलाईज़ेशन (Poor quality of sperm) की संभावनाएं कम हो जाती हैं।

स्पर्म में डीएनए क्षतिग्रस्त हो जानाः धूम्रपान से शरीर में हानिकारक कैमिकल्स आते हैं, जिससे स्पर्म में डीएनए क्षतिग्रस्त (DNA damage in sperm) हो सकता है। इस क्षति के कारण संतान में अनुवांशिक विकार हो सकते हैं।

इरेक्टाईल डिस्फंक्शनः धूम्रपान से इरेक्टाईल डिस्फंक्शन (Erectile Dysfunction) होता है। तम्बाकू में मौजूद विषैले तत्व रक्तवाहिनियों को क्षति पहुँचा सकते हैं, जिससे लिंग में खून का बहाव प्रभावित होता है, और यौन संसर्ग एवं गर्भधारण के लिए जरूरी इरेक्शन प्राप्त करने और बनाए रहने में दिक्कत होती है।

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प्रणव मिश्र author

मीडिया में पिछले 5 वर्षों से कार्यरत हैं। इस दौरान इन्होंने मुख्य रूप से टीवी प्रोग्राम के लिए रिसर्च, रिपोर्टिंग और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए काम किया...और देखें

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