कपल्स की ये खराब आदतें बनती हैं इनफर्टिलिटी की वजह, अधूरा रह जाता है पेरेंट्स बनने का सपना, तुरंत कर लें सुधार

Daily Habits That Affect Fertility In Hindi: खराब प्रजनन क्षमता की वजह से लोगों को कंसीव करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि रोज की कुछ आदतें फर्टिलिटी को कमजोर बनाने में बहुत योगदान देती हैं। इनकी वजह से आपको पेरेंट्स बनने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Habits That Affect Fertility In Hindi

Habits That Affect Fertility In Hindi

Daily Habits That Affect Fertility In Hindi: आज के समय ज्यादातर शादी शुदा कपल्स के साथ यह देखने को मिलता है, वह जल्दी पेरेंट्स नहीं बन पाते हैं। महिला जल्दी गर्भवती नहीं हो पाती हैं। हालांकि, इसका अर्थ यह नहीं है कि ऐसा महिलाओं में किसी कमी की वजह से होता है, बल्कि यह पुरुष और महिला दोनों के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। पुरुषों में भी कुछ कमियों की वजह से वह पिता नहीं बन पाते हैं। आपको जानकर हैरानी हो सकती है, पुरुष और महिला दोनों ही अपने दैनिक जीवन में कई ऐसी गलतियां करते हैं, जिनका उनकी प्रजनन क्षमता पर बहुत गंभीर दुष्प्रभाव पड़ता है। यह उनके अंडाशय और शुक्राणुओं के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है, जिससे आगे चलकर उन्हें पेरेंट्स बनने में दिक्कतें आती हैं।

बहुत से लोगों के मन में अक्सर यह सवाल आता है कि लाख कोशिशों के बाद भी वह कंसीव क्यों नहीं कर पाते हैं? इसका सीधा सा जवाब प्रजनन क्षमता का कमजोर होना है, महिलाओं में हार्मोनल स्वास्थ्य और अंडे की क्वालिटी, तो पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता अच्छी होना गर्भधारण के लिए बहुत जरूरी है। हेल्थ इन्फ्लूएंसर, हार्मोन एंड गट हेल्थ डायटीशियन मनप्रीत कालरा ने रोजमर्रा की कुछ ऐसी गलतियां शेयर की हैं, जो लोगों के प्रजनन स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचाती हैं। इस लेख में हम आपको इनके बारे में विस्तार से बता रहे हैं....

प्रजनन क्षमता कमजोर होने का कारण बनती हैं रोजमर्रा की ये आदतें - Habits That Affect Fertility In Hindi

डाइट में प्रोटीन की कमी

अगर आपकी डाइट में प्रोटीन की कमी है तो यह अंडे और स्पर्म क्वालिटी को बदतर बनाने में योगदान देता है।

प्रोसेस्ड एंड पैकेज्ड फूड्स

लोग आज के समय जंक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन बहुत अधिक करते हैं। इनमें ट्रांस फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है। साथ ही, शुगर भी बहुत ज्यादा होती है। इन्हें खाने से शरीर में सूजन बढ़ती है।

सोने से पहले स्क्रीन से चिपके रहना

देर रात तक मोबाइल, टीवी या लैपटॉप से चिपके रहना भी फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। यह मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करता है, जिससे महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल प्रभावित होती है।

लंबे समय तक बैठे रहना

घंटों एक ही जगह पर बैठे या लेटे रहना, शारीरिक रूप से एक्टिव न रहना आपके प्रजनन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसकी वजह से शरीर में हार्मोन का संतुलन बिगड़ता है। यह ऑव्यूलेशन को प्रभावित करता है।

एक्सरसाइज न करना

एक्सरसाइज करना स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है। अगर आप बिल्कुल भी एक्सरसाइज नहीं करते हैं, तो यह महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन के स्तर को प्रभावित करता है।

अधिक तनाव

तनाव अधिक लेना, दोस्तों और परिवार के साथ समय न बिताना शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है। यह अंडों के साथ साथ स्पर्म क्वालिटी को भी प्रभावित करता है।

बिंज ईटिंग

बहुत अधिक या भावनात्मक रूप से खाना शरीर में इंसुलिन हार्मोन के स्तर को प्रभावित करता है, साथ ही एंड्रोजन हार्मोन के असंतुलन का कारण बनता है। यह महिलाओं में इनफर्टिलिटी का कारण बनता है।

प्लास्टिक का अधिक यूज

प्लास्टिक के बर्तन, लंच बॉक्स और पानी की बोतल आदि का अधिक इस्तेमाल एंडोक्राइन हार्मोन के फंक्शन को प्रभावित करता है। इनमें बीपीए नामक हानिकारक केमिकल होते हैं, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित करते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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