बरसात में डायबिटीज रोगियों को करना पड़ता इन परेशानियों का सामना, शुगर के मरीज कैसे रहें सेहतमंद - डॉक्टर से जानें सरल टिप्स

How Can Diabetic Patients Stay Healthy In Monsoon In Hindi: बरसात के मौसम में डायबिटीज के मरीजों के लिए स्वस्थ रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस दौरान उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है। ऐसे में शुगर के मरीज अपनी सेहत का ख्याल कैसे रखें, इस लेख में विस्तार जानें।

Tips For Diabetes Patients To Stay Healthy In Monsoon In Hindi

Tips For Diabetes Patients To Stay Healthy In Monsoon In Hindi

How Can Diabetic Patients Stay Healthy In Monsoon In Hindi: बरसात के मौसम में आपने देखा होगा कि लोग इस दौरान खूब बीमार पड़ते हैं। इस दौरान डेंगू-मलेरिया से वायरल संक्रमण, सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण की चपेट में लोग बहुत जल्दी आ जाते हैं। वहीं, जिन लोगों को पहले किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या है, उनके लिए यह मौसम और भी परेशानी भरा हो सकता है। जिन लोगों को सांस संबंधी समस्याएं रहती हैं जैसे अस्थमा, ऐसे लोगों को को भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, जिन लोगों को डायबिटीज य शुगर की बीमारी है, उनके लिए भी यह बरसात का मौसम काफी परेशानी भरा हो सकता है। इस दौरान उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए बरसात के मौसम में शुगर के मरीजों को अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है। इस दौरान उनकी छोटी सी गलती शुगर लेवल में अचानक स्पाइक का कारण बन सकती है। अब सवाल यह उठता है कि बरसात के मौसम में सेहतमंद रहने के लिए शुगर के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? वह इस दौरान कैसे शुगर लेवल को मैनेज कर सकते हैं? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने डॉ. मोहन डायबिटीज स्पेशलिस्ट सेंटर के चेयरमेन और चीफ डायबेटोलॉजिस्ट डॉ. वी. मोहन और डायटीशियन मिस उमाशक्ति से बात की। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं...

बरसात के मौसम शुगर के मरीजों को परेशान कर सकते हैं ये बदलाव

मानसून का मौसम ह्यूमिडिटी और बारिश का मिश्रण लाता है, जिससे एक ऐसा वातावरण बनता है जो शुगर के स्तर को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है। जब मौसम में अचानक बदलाव होता है, तो इससे इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में शुगर के मरीजों को दी जाने वाली दवाएं भी इंसुलिन पर उतनी प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया नहीं कर सकता है।
इसके अलावा, मानसून में खानपान में बदलाव जैसे मौसमी व्यंजन को शामिल करने से भी शुगर लेवल में अचानक वृद्धि देखने को मिल सकती है। ऐसे खाद्य पदार्थों में आमतौर पर कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है।
बारिश और फिसलन की स्थिति के कारण लोगों की शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है या पूरी तरह बंद हो जाती है, जिससे शुगर को मैनेज रखना और भी जटिल हो सकता है। घर के अंदर रहने से व्यायाम के विकल्प सीमित हो जाते हैं, जिससे डायबिटीज वाले लोगों के लिए आसमान खुला होने पर भी संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण हो जाता है।

बरसात में बढ़ जाता है संक्रमण और बीमारी का खतरा

मानसून का मौसम नमी और स्थिर पानी में वृद्धि लाता है, जिससे बैक्टीरिया और फंगस पनपने के लिए एक आदर्श वातावरण बनता है। डायबिटीज वाले व्यक्तियों के लिए यह विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि वे संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, जैसे इंटरट्रिगो फंगल संक्रमण और जीवाणु संक्रमण आदि। इसकी वजह से डायबिटीज फुट की समस्या भी बढ़ सकती है। ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव की वजह से इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है। ऐसे में उनके शरीर के बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ना कठिन हो जाता है, जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं। मामूली चोट या खरोंच, जो दूसरों के लिए आसानी से ठीक हो सकती है, शुगर के मरीजों के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है।
हाई ब्लड शुगर की वजह से त्वचा मोटी हो जाती है, इससे पैरों पर छोटी-छोटी दरारें पड़ सकती हैं। ये छोटे-छोटे छिद्र डायबिटीज संबंधी पैर के अल्सर जैसे संक्रमणों के लिए प्रवेश द्वार के रूप में काम करते हैं। ब्लड सर्कुलेशन कम होने के साथ अक्सर छोटी रक्त वाहिकाओं में रुकावट हो जाती है, इससे उपचार प्रक्रिया काफी धीमी हो जाती है। बरसात के मौसम के दौरान इन जोखिमों के बारे में जागरूकता महत्वपूर्ण है जब संक्रमण या बीमारी का कारण बनने वाली स्थितियों से बचने के लिए अतिरिक्त देखभाल की जानी चाहिए।

दवाओं को लेकर हो सकती है परेशानी

बरसात के मौसम में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में यह सलाह दी जाती है कि डायबिटीज के मरीजों को दवाएं स्टोर करके रखनी चाहिए। बरसात के मौसम में बाढ़ जैसी स्थितियों का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में दवाएं खराब हो सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि दवाएं स्टोर करके रखें और अच्छी तरह किसी वॉटर प्रूफ कंटेनर में स्टोर करें।

डायबिटीज से पीड़ित लोग बरसात के मौसम में स्वस्थ कैसे रहें - Tips For Diabetes Patients To Stay Healthy In Monsoon In Hindi

एक्टिव रहें

मानसून के दौरान स्वस्थ रहने के लिए आपको सक्रिय रहने की आवश्यकता है। सबसे पहले, अपने ब्लड शुगर लेवल को मॉनिटर करते रहें। ह्यूमिडिटी इस बात पर प्रभाव डाल सकती है कि आपका शरीर इंसुलिन के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करता है।

पैरों की साफ-सफाई का ध्यान रखें

नम परिस्थितियों में पनपने वाले फंगल संक्रमण को रोकने के लिए अपने पैरों को सूखा और साफ रखें। नमी के संचय को कम करने के लिए ऐसे जूते खरीदें जिनमें आपके पैर सांस ले सकें। अगर आपको पैर की समस्या है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

मील प्लान करें

कम कार्ब वाले विकल्प चुनें, जो स्ट्रीट फूड से परहेज करते हुए ग्लूकोज के स्तर को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। भारी भोजन
बारिश के दौरान सुरक्षित नहीं हो सकता है।

हाइड्रेटेड रहें

अगर आपको किडनी की समस्या है, तो हाइड्रेटेड रहें। तरल पदार्थों का सेवन बढ़ा दें। मीठे ड्रिंक्स पीने के बजाए उबला हुआ पानी या हर्बल चाय का विकल्प चुनें।

एक्सरसाइज करें

जब भारी बारिश के कारण बाहर जाकर एक्सरसाइज करना मुमकिन न हो तो घर में रहकर ही योग या रेजिस्टेंस ट्रेनिंग जैसे इनडोर वर्कआउट प्रभावी हो सकते हैं।

सेल्फ केयर

सेल्फ केयर को प्राथमिकता देकर और परिवर्तनों के लिए तैयार रहकर, भारी मानसूनी बारिश या बाढ़ के कारण उत्पन्न होने वाली बाधाओं के बावजूद स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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