मां बनने से पहले दीपिका कक्कर की ननद सबा इब्राहिम को खोना पड़ा अपना बेबी, जाने Miscarriage होने के कारण और बचाव के तरीके
Causes of miscarriage (मिसकैरेज होने के कारण): मां बनने का एहसास बहुत ही खूबसूरत होता है, लेकिन प्रेगनेंट होने के बावजूद कई औरतों की झोली से संतान का सुख झिन जाता है। यहां देखें अच्छी खासी प्रेगनेंसी में मिसकैरेज होने की वजह और आखिर इससे कैसे बचा जा सकता है।
Saba Ibrahim goes through miscarriage see what causes miscarriage in pregnancy and how to avoid it
What causes miscarriage and how to prevent it: हर कपल के लिए प्रेगनेंसी का एहसास, पेरेन्ट्स बनना, बच्चा पालना और बच्चे से जुड़ी हर चीज़ बहुत ही खास होती है। लेकिन कई मेडिकल स्थितियों में प्रेगनेंसी के बाद भी महिलाएं मां (How to have healthy pregnancy) नहीं बन पाती है, जिसका कारण होता है डिलीवरी से पहले ही मिसकैरेज हो जाना। प्रेगनेंसी में खासतौर से पहली (Pregnancy complications) प्रेगनेंसी में गर्भपात होने का डर बहुत ही आम होता है। वैसे तो गर्भपात होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सही तरीके से देखभाल (Miscarriage) न करना और बच्चेदानी का कमजोर होना आम कारण हो सकते हैं।संबंधित खबरें
Saba announced her pregnancy on 27th april
हाल ही में ऐसा ही कुछ टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ (Dipika Kakkar) की ननद सबा इब्राहिम (Saba Ibrahim) के साथ भी हुआ है। कुछ महीनों की प्रेगनेंसी के बाद सबा को मिसकैरेज हुआ, मिसकैरेज का मामला मानसिक और शारीरिक तौर पर जितना दर्दनाक होता है आजकल के दौर में ये उतना ही आम हो गया है। आंकड़ो के मुताबिक लगभग 10 से 25 प्रतिशत महिलाओं (causes of miscarriage) को गर्भपात होता है। जिससे महिलाओं की सेहत पर बहुत ही बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। इन्हीं नकारात्मक प्रभावों (How to prevent miscarriage)से कुछ छोटे मोटे कदम उठाकर औरतों को बचाया भी जा सकता है। लेकिन किसी भी समस्या या हल तलाशने से पहले जरूरी है कि, परेशानी के कारण के बारे (Miscarriage symptoms) पता हो। यहां देखें आखिर गर्भपात होने के पीछे मुख्य कारण क्या हैं तथा इन्हें समय रहते कैसे प्रीवेंट किया जा सकता है।संबंधित खबरें
मिसकैरेज होने के कारण, Causes of Miscarriage
वैसे तो महिलाओं में गर्भपात होने के पीछे कई तरह के मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरह के कारण हो सकते हैं। लेकिन इनमें से ये रहे गर्भपात के कुछ मुख्य कारण - संबंधित खबरें
- गर्भपात होने के पीछे प्रेगनेंसी में महिलाओं का सही तरीके से पौष्टिक आहार न लेना एक बड़ा कारण है।
- पेट पर ज़ोर देना
- पेट पर चोट लगना
- भारी वज़न उठा लेना
- किसी दवा का साइड इफेक्ट
- शारीरिक कमज़ोरी
- तनाव
- चिंता
- गर्भाशय की समस्या
- योनि में इंफेक्शन
- पीसीओडी
- पीसीओएस
- स्पर्म या अंडे की गुणवत्ता में कमी
मिसकैरेज कैसे रोके, How to prevent miscarriageप्रेगेनेंसी में मिसकैरेज होने से रोकने के लिए कई तरह की घरेलू और मेडकल चीज़ों का उपयोग किया जा सकता है। जांच के वक्त अगर डॉक्टरों को लगता है कि, हालिया स्थिति के अनुसार गर्भपात होने की अत्यधिक संभावना है। तो वे उसे कुछ हद तक रोकने के लिए इंजेक्शन और दवाएं देते हैं। गर्भपात से बचाव के लिए मुख्य रूप से ये इलाज शामिल है -- सर्जरी
- प्रोजेस्टेरोन की दवाएं या सप्लीमेंट्स
- हेपरिन या एस्पिरिन की दवाएं
- डाइट
- लाइफस्टाइल
- किसी भी प्रकार की मानसिक दिक्कत से दूरी
- विटामिन सी से भरपूर चीज़ों का सेवन
- पुदीना के तेल या पुदीना की चाय
- ग्रीन टी
- वसायुक्त चीज़ो से दूरी
- भारी सामान उठाने या भागा-दौड़ी करने से बचे
- जंकफुड जैसे बर्गर, पेस्ट्री, कोल्ड ड्रिंक्स न खाएं पिएं
- एक्सरसाइज करें
- समय पर सोएं और उठे
- पपीता के सेवन से बचे
गर्भपात के लक्षण क्या है, Symptoms of miscarriageकई स्थितियों में महिलाओं को ये जानने समझने में वक्त लग जाता है कि, उनका गर्भपात हो गया है। इसलिए गर्भपात होने पर दिखने वाले इन लक्षणों को मद्देनज़र रखकर महिलाएं अपनी स्थिति का अंदाज़ा लगा सकती हैं। देखें मिसकैरेज होने पर आखिर क्या लक्षण नज़र आते हैं।- वेजाइनल ब्लीडिंग
- पेट या पीठ के नीचे वाले हिस्से में दर्द, ऐंठन या जकड़न सा महसुस करना
- वेजाइना से किसी प्रकार के तरल पदार्थ का रिसाव होना
- वेजाइना से खून के धक्के बाहर आना
- गर्भावस्था के लक्षणों का कम होना जैसे उल्टी, स्तन में दर्द होना आदि
खराब लाइफस्टाइल, दूषित वातावरण, ज्यादा उम्र में प्रेगनेंसी, बिगड़ी हुई खान-पान की शैली आदि मिसकैरेज के पीछे का मुख्य कारण मानी जा सकती हैं। क्योंकि मिसकैरेज के मामले इन दिनों बहुत आम हो चुके हैं, इसलिए अब प्रेगनेंट हो रही महिलाओं को गर्भावस्था में अत्यधिक ध्यान रखने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि प्रेगनेंसी में आपको किसी भी तरह की असुविधा का अनुभव हो तो खुद घर पर कोई इलाज करने से पहले पुरी स्थिति का जायजा और डॉक्टर से सलाह लें।डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।संबंधित खबरें
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अवनि बागरोला author
मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर ट्रेनी कॉपी राइटर कार्यरत हूं। मूल रूप से मध्य प्रदेश के उज्जैन की...और देखें
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