बचपन का मोटापा भविष्य में बनता है गंभीर बीमारियों की वजह, जवानी में हो सकते हैं इस बीमारी का शिकार

Disease Caused By Childhood Obesity In Adulthood In Hindi: बचपन का मोटापा सिर्फ एक सामान्य समस्या नहीं है, बल्कि यह भविष्य में कई बीमारियों का कारण बन सकता है। माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों की दिनचर्या और खान-पान पर खास ध्यान दें। हेल्दी आदतें अपनाकर और सही लाइफस्टाइल अपनाकर हम बच्चों को मोटापे से बचा सकते हैं और उन्हें एक स्वस्थ भविष्य दे सकते हैं। आइए जानते हैं जवानी में बचपन के मोटापे की वजह से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं..

Disease Caused By Childhood Obesity In Adulthood In Hindi

Disease Caused By Childhood Obesity In Adulthood In Hindi

Disease Caused By Childhood Obesity In Adulthood In Hindi: आजकल बच्चों में मोटापा एक आम समस्या बनती जा रही है। फास्ट फूड, मोबाइल-टीवी की लत और भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते बच्चे शारीरिक रूप से कम एक्टिव होते जा रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बचपन का मोटापा सिर्फ तंदरुस्ती का मामला नहीं, बल्कि यह भविष्य में कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है? खासतौर पर यह आगे चलकर सांस संबंधी बीमारियों, हृदय रोग और डायबिटीज जैसी परेशानियों को न्योता दे सकता है। इसलिए जरूरी है कि माता-पिता इस समस्या को हल्के में न लें और समय रहते सही कदम उठाएं। यहां जानें बचनपन का मोटापा जवानी में क्यों है बच्चों के लिए बड़ा खतरा।

बचपन में मोटापा क्यों बढ़ रहा है - Causes Of Childhood Obesity In Hindi

1. अनहेल्दी खाने की आदतें

बच्चे जंक फूड, पिज्जा-बर्गर, चिप्स और कोल्ड ड्रिंक्स के ज्यादा शौकीन हो गए हैं। पौष्टिक खाने से दूर भागना और बाहर के तले-भुने खाने की तरफ झुकाव मोटापे को बढ़ावा देता है।

2. कम शारीरिक गतिविधि

पहले बच्चे मैदान में खेलते थे, साइकिल चलाते थे, लेकिन अब मोबाइल, वीडियो गेम और टीवी ने उनकी एक्टिविटी को बहुत कम कर दिया है। इससे उनका वजन तेजी से बढ़ रहा है।

3. अनियमित दिनचर्या

देर रात तक जागना, समय पर नाश्ता न करना, बाहर का खाना ज्यादा खाना-ये सब आदतें मेटाबॉलिज्म पर असर डालती हैं और वजन बढ़ने का कारण बनती हैं।

4. जेनेटिक कारण

अगर माता-पिता में से कोई मोटापे से जूझ रहा है, तो बच्चों में भी इसके होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि सही खान-पान और एक्सरसाइज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

बचपन में मोटापे की वजह से जवानी में होने वाली बीमारियां - Disease Caused By Childhood Obesity In Adulthood In Hindi

अगर बचपन में ही मोटापे को कंट्रोल न किया जाए तो आगे चलकर यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है जैसे,

सांस संबंधी बीमारियां

मोटे बच्चों में सांस फूलने की समस्या आम होती है। आगे चलकर यह अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) का कारण बन सकती है।

डायबिटीज का खतरा

ज्यादा वजन टाइप 2 डायबिटीज को जन्म देता है, जिससे आगे चलकर किडनी और हार्ट पर असर पड़ सकता है।

हृदय रोग

मोटापा बढ़ने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है।

मानसिक प्रभाव

मोटे बच्चों को कई बार स्कूल या दोस्तों के बीच मजाक का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका आत्मविश्वास कम हो सकता है और डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

बचपन में मोटापा रोकने के आसान उपाय - Tips To Prevent Childhood Obesity In Hindi

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा स्वस्थ रहे और भविष्य में किसी गंभीर बीमारी का शिकार न हो, तो ये कुछ आसान उपाय अपनाएं,

  • घर का पौष्टिक खाना दें: बाहर के खाने की बजाय हरी सब्जियां, दालें, फल और हेल्दी स्नैक्स का सेवन बढ़ाएं।
  • बच्चों को एक्टिव बनाएं: उन्हें खेल-कूद, योगा, डांस या किसी भी फिजिकल एक्टिविटी में शामिल करें।
  • स्क्रीन टाइम कम करें: मोबाइल और टीवी का समय सीमित करें और आउटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें।
  • समय पर सोने और उठने की आदत डालें: नींद पूरी न होने से मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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