देश में H3N2 और कोरोना का डबल अटैक, दोनों वायरस की चपेट में आए लोग तो होगा डेडली और डेंजरस, जानें क्या है एक्सपर्ट की राय
दुनिया में कोरोनावायरस ने 3 साल पहले दस्तक दी थी और हर साल एक सीजन ऐसा आता है जब अचानक से कोरोना के मामले बढ़ने लगते हैं लेकिन पहले के मुकाबले अब लोगों ने कोरोना के साथ जीना सीख लिया है, लेकिन लापरवाही भी करनी लोगों ने सीख ली है।
देश में H3N2 और कोरोना का डबल अटैक ( Source:istock)
दिल्ली : दुनिया में कोरोनावायरस ने 3 साल पहले दस्तक दी थी और हर साल एक सीजन ऐसा आता है जब अचानक से कोरोना के मामले बढ़ने लगते हैं लेकिन पहले के मुकाबले अब लोगों ने कोरोना के साथ जीना सीख लिया है, लेकिन लापरवाही भी करनी लोगों ने सीख ली है। कोरोना के समय लोग सावधान रहते थे मास्क का प्रयोग करते थे, हाथों को धोते रहते थे और भीड़भाड़ वाली जगहों पर ज्यादा नहीं जाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। वैक्सीनेशन होने के बाद खतरा कम हुआ है लेकिन खत्म नहीं हुआ। वहीं एक बार फिर से देश में कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ने लगे हैं और साथ ही H3N2 इनफ्लुएंजा वायरस के भी मामले देश में पिछले कुछ महीनों से परेशान कर रहें हैं जिससे एक बार खतरा बढ़ गया है। यानी की दोनो वायरस का एक साथ डबल अटैक।संबंधित खबरें
जानिए क्या कहता है INSACOG का रिपोर्ट
76 सैंपल्स की जिनोम सीक्वेंसिंग में पाया गया है की कोविड का नया वेरिएंट XBB1.16 वजह है नए मामले बढ़ने का ।संबंधित खबरें
XBB1.16कोविड का नया वेरिएंट है।पीछले 10 दिनों से से कोरोना के मामलो में उछाल देखा जा रहा है। संबंधित खबरें
कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी के पीछे इसके सब-वेरिएंट XBB.1.16 और XBB.1.15 के होने की संभावना पहले भी जताई जा रही थी।संबंधित खबरें
बता दे की 76 मामलो की गिनोम सीक्वेंसिंग में XBB.1.16 वेरिएंट वजह बताई जा रही है।संबंधित खबरें
XBB 1.16 वैरिएंट पहली बार जनवरी में पाया गया था जब दो सैम्पल पॉजिटिव पाए गए थे जबकि फरवरी में कुल 59 सैंपल पाए गए थे। और मार्च में 15 मामले मिले है।संबंधित खबरें
जबकि ब्रुनेई में , अमेरिका में और सिंगापुर में भी इस वेरिएंट के मामले सामने आए है संबंधित खबरें
INSACOG के आंकड़ों के अनुसार, COVID-19 के XBB.1.16 वेरिएंट के कुल 76 केस पाए गए हैं।संबंधित खबरें
कर्नाटक (30), महाराष्ट्र (29), पुडुचेरी (7) दिल्ली (5), तेलंगाना (2), गुजरात (1), हिमाचल प्रदेश (1) और ओडिशा (1) में पाया गया है। सर गंगा राम अस्पताल के "वरिष्ठ डॉक्टर और पद्मश्री Dr.M.Wali ने टाइम्स नाउ नवभारत से बात करते हुए बताया की इस वक्त देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अगर लोगों ने वैक्सीनेशन लिया हुआ है तो घबराने की जरूरत नहीं है। जिन लोगों ने अभी भी कोरोना का डबल वैक्सीनेशन नहीं लिया है उनके लिए खतरा हो सकता है। डाक्टर एम वली ने बताया की की एडिनो वायरस, H3N2 इंफ्लूएंजा वायरस और कोविड के मामले इस वक्त सामने आ रहे है। संबंधित खबरें
H3N2 और कोरोना का डेडली अटैक
कोरोना और H3N2 का एक साथ किसी को होना बहुत ही ज्यादा खतरनाक हो सकता है दोनों के लक्षण लगभग एक समान है । यह टेस्टिंग और जिनोम सीक्वेंसिंग के बाद ही साफ हो पाता है कि एक व्यक्ति में कौन सा वायरस मौजूद है। H3N2 इन्फ्लूएंजा के केस पहले के मुकाबले कम हो गए हैं लेकिन यह बहुत ज्यादा खतरनाक इनफ्लुएंजा वायरस है। इस इनफ्लुएंजा वायरस से मौतें भी हो रही हैं लिहाजा जिस तरह से सरकार द्वारा एडवाइजरी और डॉक्टरों ने सलाह दी है उसे लोग फॉलो करें।संबंधित खबरें
भारत में 109 दिनों के बाद देखा जा रहा है की कोरोनावायरस के एक्टिव मामलों की संख्या 5000 के पार हो गई है। पिछले 10 के ग्राफ को देखें तो मामले बढ़े हैं। देश में 8 मार्च तक मामले 2082 थे। जो 15 मार्च तक 3,264 हो गए वहीं 16 मार्च को कोरोना के 700 से अधिक केस सामने आए यानी हफ्ते भर में मामले डबल हो गाएं। उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र कर्नाटक केरला तमिलनाडु दिल्ली हर जगह कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। डॉक्टर्स की मानें तो डरने की जरूरत नहीं है सावधानी बरती जाए तो इससे बचा जा सकता है। संबंधित खबरें
*कोरोनावायरस का टीका इनफ्लुएंजा से बचाव नहीं कर सकता। गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया बताया कि कोरोना वायरस का वैक्सीन H3N2 से बचाव नहीं कर सकता है फ्लू का टीका अलग से लगवाया जा सकता है।संबंधित खबरें
*मौसम में तेजी से बदलाव बन रही वजह ?संबंधित खबरें
डॉ एम वली ने बताया कि मौसम में आज कल तेजी से बदलाव हो रहे हैं गर्मी सर्दी बारिश तो इस वजह से भी बहुत सारे वायरस म्यूटेट भी होते रहते हैं और खतरनाक हो सकते है। लिहाजा इससे बचने का यही उपाय है कि सावधानी बरतें। बच्चों के लिए भी यह खतरनाक हो सकते हैं। बहुत सारे राज्यों ने अपने स्कूल बढ़ते मामलों के वजह से कुछ वक्त के लिए बंद भी कर दिए हैं इसीलिए बच्चों का भी ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी है।संबंधित खबरें
कोरोनावायरस और नए इनफ्लुएंजा वायरस की रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कई राज्यों को चिट्ठी भी लिखी है जिसमें महाराष्ट्र गुजरात तेलंगना तमिलनाडु कर्नाटक केरला जैसे राज्यों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। राज्य सरकारों को राज्य के हालात माइक्रो लेवल पर सर्विलांस, टेस्टिंग, मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की तरफ से यह चिट्ठी में कहा गया था कि कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं लापरवाही बरतने से यह बढ़ सकते हैं इसीलिए मामलों पर मॉनिटरिंग करें, दवाइयों का स्टॉक बढ़ाएं।संबंधित खबरें
H3n2 इंफ्लूएंजा वायरस और कोरोना वायरस दोनों ही कम इम्यूनिटी वालों को अटैक करता है। इसलिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें, साफ सफाई से रहने हाथ धोने मास्क लगाने भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह देते हैं। अगर इन सावधानियों को बढ़ता जाए तो करोना वायरस की नई लहर से भी बचा जा सकता है।संबंधित खबरें
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भावना किशोर author
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मूल की भावना ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIMC से 2014 में पत्रकारिता की पढ़...और देखें
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