COVID 19 की पहली नेजल वैक्सीन iNCOVACC को मिली मंजूरी, इन लोगों को मिलेगी बूस्टर डोज

COVID IntraNasal Vaccine iNCOVACC: कोविड की पहली इंट्रानेजल वैक्सीन iNCOVACC को आपातकालीन स्थिति में मंजूरी मिल गई है। इस वैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल ने बनाया है। इस नेजल वैक्सीन की कीमत बेहद कम है। इसके इस्तेमाल के लिए सुई की जरूरत नहीं होती है। जानिए वैक्सीन से जुड़ी अपडेट।

Intra Nasal Vaccine

मुख्य बातें
  • नेजल वैक्सीन को आपातकाली इस्तेमाल के लिए मंजूरी।
  • नेजल वैक्सीन की कीमत बेहद कम है।
  • क्लिनिकल ट्रायल फेज 1, 2 और 3 परीक्षण किया गया।

मुंबई. दुनिया की पहली इंट्रानेजल वैक्सीन iNCOVACC को जल्द ही प्राथमिक और हेट्रोलॉगस बूस्टर डोज के लिए अनुमति मिल गई है। फिलहाल इसे 18 साल और उससे ज्यादा लोगों के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि इस नेजल वैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड कंपनी ने बनाया है। इस वैक्सीन को नेजल ड्रॉप के जरिए दिया जाएगा।

भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने सोमवार को बताया कि नेजल कोविड वैक्सीन iNCOVACC (BBV154) को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन ने 18 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए आपातकालीन स्थिति में सीमित मात्रा में हेट्रोलॉगस बूस्टर डोज के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। वैक्सीन कैंडिडेट्स का क्लिनिकल ट्रायल के फेज 1, 2 और 3 परीक्षण किया गया। नेजल वैक्सीन की कीमत बेहद कम है। ये मध्यम आय वाले देशों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।

नहीं होगी सुई की जरूरत

iNCOVACC को वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, सेंट लुइस के साथ पार्टनरशिप में बनाया गया है। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक भारत बायोटेक ने डीजीसीआई से हेट्रोलॉगस बूस्टर के लिए आवेदन किया था। इसे एडिनोवाइयर वेक्टर प्रणाली के जरिए बनाया गया है। इसके बाद प्रीक्लिनिकल स्टडी की गई थी। ये एक नॉन इनवेसिव वैक्सीन है, यानी इसमें सुई की जरूरत नहीं होती है। यह नेजल वैक्सीन बड़ी मात्रा में शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली बना सकती है। ये कोरोना वायरस को शरीर में आने और फैलने से रोकता है।

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