ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव बन सकता है इस बीमारी का कारण, जा सकती है जान, रिसर्च में सामने आई ये बात

ब्लड प्रेशर के उतार-चढ़ाव से मनोभ्रंश रोग (डिमेंशिया) हो सकता है। वहीं, इससे वैस्कुलर (रक्त धमनियों की भीतरी दीवारों पर वसा जमा होना) का भी खतरा बना रहता है। एक रिसर्च से यह बात सामने आई है। अध्ययन का नेतृत्व करने वाले यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया (यूनिएसए) के शोधकर्ताओं के अनुसार, 24 घंटों के भीतर,कई दिनों या हफ्तों में रक्तचाप (बीपी) में उतार-चढ़ाव बिगड़े हुए स्वास्थ्य का संकेत है।

Fluctuations in blood pressure are a risk for dementia

ब्लड प्रेशर के उतार-चढ़ाव से मनोभ्रंश रोग (डिमेंशिया) हो सकता है। वहीं, इससे वैस्कुलर (रक्त धमनियों की भीतरी दीवारों पर वसा जमा होना) का भी खतरा बना रहता है। एक रिसर्च से यह बात सामने आई है। अध्ययन का नेतृत्व करने वाले यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया (यूनिएसए) के शोधकर्ताओं के अनुसार, 24 घंटों के भीतर,कई दिनों या हफ्तों में रक्तचाप (बीपी) में उतार-चढ़ाव बिगड़े हुए स्वास्थ्य का संकेत है।

उच्च सिस्टोलिक बीपी भिन्नता (शीर्ष संख्या जो दिल की धड़कन होने पर धमनियों में दबाव को मापती है) भी धमनियों के सख्त होने से जुड़ी होती है, जो हृदय रोग से जुड़ी होती है।यह सर्वविदित है कि उच्च रक्तचाप मनोभ्रंश (डिमेंशिया) के लिए एक जोखिम कारक है, लेकिन रक्तचाप में उतार-चढ़ाव पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है।

सेरेब्रल सर्कुलेशन - कॉग्निशन एंड बिहेवियर जर्नल में प्रकाशित पेपर में प्रमुख लेखक डारिया गटरिज ने कहा, "नैदानिक उपचार रक्तचाप की परिवर्तनशीलता को नजरअंदाज करते हुए उच्च रक्तचाप पर ध्यान केंद्रित करते हैं।"गटरिज ने कहा, रक्तचाप अलग-अलग समय सीमा में उतार-चढ़ाव कर सकता है। इससे मनोभ्रंश और रक्त वाहिका स्वास्थ्य का खतरा बढ़ जाता है।

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