हेल्दी समझ खरीदकर पीते हैं बोतलों में पैक पानी, बीमार बनाकर छोड़ेगी ये गलती, FSSAI ने बताया सेहत के लिए बड़ा खतरा

FSSAI Declares Packaged Water As High Risk Food In Hindi: बोतलों में बंद पानी भले ही सुविधा और साफ-सफाई का अहसास कराए, लेकिन इसके पीछे छिपे खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। FSSAI ने बोतलों में पैक पानी को स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बताया है। बोतलबंद पानी खरीदने से पहले एक बार जरूर सोचें कि कहीं ये आपकी सेहत को नुकसान तो नहीं पहुंचा रहा। यहां जानें इसके सेहत पर प्रभाव...

FSSAI Declares Packaged Water As High Risk Food In Hindi

FSSAI Declares Packaged Water As High Risk Food In Hindi

FSSAI Declares Packaged Water As High Risk Food In Hindi: हम में से ज्यादातर लोग जब घर से बाहर होते हैं और इस दौरान उन्हें प्यास लगती है तो वह दुकान से पानी की बोतल खरीदकर पानी पीते हैं। आमतौर पर लोग बोतल में पैक पानी इसलिए पीते हैं, क्योकि वह इसे साफ और सेहत के लिए सुरक्षित मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, यह सेहत के लिए घातक हो सकता है। FSSAI ने दिसंबर 2024 में बोतलबंद पानी को "उच्च जोखिम" वाली खाद्य श्रेणी में डाल दिया। ये वही कैटेगरी है जिसमें दूध, मांस, समुद्री भोजन और शिशु आहार जैसे संवेदनशील खाद्य पदार्थ आते हैं।

दरअसल, बोतलबंद पानी में बैक्टीरिया और केमिकल मिलने की आशंका रहती है। कई बार पानी की क्वालिटी चेक नहीं होती या फिर प्रोडक्शन के दौरान साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता। अब सोचिए, जो पानी आप सेहत के लिए अच्छा मानकर पीते हैं, वही अगर गंदा या दूषित निकले तो क्या होगा? इसलिए FSSAI ने कंपनियों को सख्त नियमों का पालन करने की हिदायत दी है।

बोतल पैक पानी में होते हैं जहरीले कण

अब बात करते हैं बोतल के अंदर छिपे एक और खतरे की, जो प्लास्टिक के महीन कण हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि एक लीटर बोतलबंद पानी में करीब 2,40,000 प्लास्टिक के कण मौजूद हो सकते हैं। ये नैनोप्लास्टिक कण इतने छोटे होते हैं कि हमारे शरीर में आसानी से प्रवेश कर जाते हैं और कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

ये प्लास्टिक के कण पाचन तंत्र से लेकर खून तक में पहुंच जाते हैं। इससे हार्मोनल असंतुलन, किडनी और लिवर की समस्या, यहां तक कि कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। सोचिए, जो पानी हम सेहतमंद समझकर पीते हैं, वो हमारे शरीर में जहर घोल रहा है!

क्या बोतलबंद पानी वाकई हेल्दी है?

आजकल मिनरल वाटर, अल्कलाइन वाटर और ब्लैक अल्कलाइन वाटर का बड़ा क्रेज है। लोग सोचते हैं कि ये पानी सेहत के लिए फायदेमंद है। लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये सब मार्केटिंग का खेल है। अधिकतर बोतलबंद पानी में वो खनिज नहीं होते जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद हों। फैंसी नाम और महंगे दाम के बावजूद, असलियत में ये पानी नल के साफ पानी से ज्यादा फायदेमंद नहीं होता। इसलिए बिना वजह ब्रांड और महंगे दावों पर भरोसा न करें।

सुरक्षित पानी के लिए ये करें

  • नल का पानी फिल्टर करें: अगर नल का पानी साफ है, तो उसे फ़िल्टर करके पिएं।
  • कांच या स्टील की बोतलें इस्तेमाल करें: प्लास्टिक बोतल की जगह कांच या स्टील का उपयोग करें।
  • बोतलबंद पानी का स्रोत चेक करें: खरीदने से पहले ब्रांड और पानी की गुणवत्ता के बारे में जान लें।
  • प्लास्टिक कचरा कम करें: जितना हो सके, प्लास्टिक का उपयोग कम करें।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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