HeatWave Alert: प्रचंड गर्मी से बढ़ रहा हीट स्ट्रोक का खतरा, बन सकता है हार्ट अटैक की वजह - जानें हीट वेव के शरीर पर प्रभाव

Heatwave Alert in India, Effect of heat wave on body, heart, kidney: देश में हीट वेव को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। लगातार बढ़ता पारा सामान्य जीवन मुश्किल कर रहा है। यहां जानें हीट वेव का शरीर पर प्रभाव और हीट वेव कैसे दिल, दिमाग, किडनी आदि को प्रभावित करती है। साथ ही एक्सपर्ट से जानें हीट वेव से अर्थव्यवस्था कैसे प्रभावित होती है।

what is the effect of heat wave on body heart kidney: देश के कई राज्यों में अप्रैल महीने में गर्मी ने कई रिकॉर्ड्स तोड़ दिए है। यूपी, वेस्ट बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड जैसे राज्यों को हीट वेव की स्थिति है। कई शहरों का तापमान 45 डिग्री पार कर चुका है। वहीं ऐसे कई रिसर्च सामने आए हैं जिसमे कहा जाता रहा है अधिक गर्मी और हीट स्ट्रोक का असर आपके दिल पर पड़ सकता है।

हीट वेव का असर in Hindi

डॉक्टर्स का भी मानना है कि अगर लापरवाही बरती गई तो इस बार की गर्मी आपके लिए खतरनाक हो सकती है। वहीं एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया की ज्यादा गर्मियों के दिनों जब पारा 40 डिग्री क्रॉस करता है तो शरीर में पानी की कमी होती है, डिहाइड्रेशन होता है और इसका सीधा असर वाइटल ऑर्गन जैसे ब्रेन और हार्ट और किडनी पर होता है।

Heat Wave impact on Heart : हीट वेव का दिल पर असर

गर्मियों में शरीर में स्टैमिना की कमी आती है और गर्मी में ज्यादा काम करने का सीधा असर आपके दिल पर भी पड़ता है। दिल की धड़कन भी सामान्य से तेज हो सकती है और अगर हार्ट रेट बढ़ता है तो दिल पर विपरीत असर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

जिस तरह ठंड के दिनों में ब्लड वेसल्स सिकुड़ने के कारण हार्ट के ब्लड पंप करने में मुश्किल आने लगती है, उसी तरह गर्मियों के दिनों में शरीर का तापमान बढ़ जाने के कारण भी हार्ट को अपना काम करने में दिक्कत आने लगती है। खासतौर पर जिन लोगों को पहले से ही हार्ट से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या है, तो उन्हें गर्मियों के समय ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।

Heat Wave impact on Brain and Kidney: हीट स्ट्रोक ब्रेन और किडनी के लिए कैसे खतरनाक

एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया की जब तापमान 40 डिग्री के पार जाता है और हिटस्ट्रोक के कारण शरीर के वाइटल ऑर्गन पर सबसे ज्यादा इसका असर पड़ता है जैसे कि किडनी ब्रेन और हार्ट। जो लोग अधिक तापमान में और तेज धूप या तेज गर्म लू में लंबे समय तक रहते हैं तो उनके शरीर में पानी की कमी होने की वजह से अधिक खतरा हो सकता है। और हीटस्ट्रोक का सीधा असर आपके हार्ट पर देखने को मिल सकता है।

How to take care of heart in summers

गर्मियों में दिल का ध्यान कैसे रखें : डॉक्टर की राय है कि इस गर्मी में आप तरल पदार्थ ज्यादा लेते रहें जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, नमक का पानी जिससे आपके शरीर में पानी की कमी ना हो और आप भी हाइड्रेशन का शिकार ना हो।

हीट वेव क्या है और क्यों बढ़ रहा है तापमान

हाल ही में देश में सबसे ज्यादा तापमान प्रयागराज, बारीपाड़ा और खजुराहो का रहा। यहां पारा 44 डिग्री से ज्यादा दर्ज किया गया वहीं राजधानी दिल्ली का तापमान 38.5°C रहा। मौसम विशेषज्ञ महेश पलावत बताते है की पिछले कुछ समय से हम देख रहे हैं कि भारत के कई हिस्से हीटवेव की चपेट में हैं। दिल्ली एनसीआर में हीट वेव की गतिविधियां देखने को मिली थीं लेकिन तापमान में थोड़ी सी कमी आज दर्ज की गई है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बिहार झारखंड वेस्ट बंगाल में हीटवेव की गतिविधियां अभी देखने को मिल रही है । पिछले दशक में जिस तरह से हीटवेव की इंटेंसिटी और फ्रीक्वेंसी भारत में बढ़ रही है इसकी वजह क्लाइमेट चेंज है। क्लाइमेट चेंज के कारण ग्रीन हाउस गैसेस का उत्सर्जन बढ़ रहा है। हम फॉसिल फ्यूल का प्रयोग ज्यादा कर रहे हैं जिसकी वजह से ग्लोबल टेंपरेचर बढ़ता रहेगा। इसीलिए हमें इससे बचने के लिए ज्यादा पेड़ लगाने की जरूरत है और इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर देना चाहिए। जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, देश में प्रोडक्शन पर भी इसका असर पड़ता है। फसलों की पैदावार कम हो जाती है, इकॉनमी पर इसका बड़ा असर देखने को मिलता है।

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भावना किशोर author

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मूल की भावना ने देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIMC से 2014 में पत्रकारिता की पढ़ाई की. 10 सालों से मीडिया में काम कर रही हैं. न्यू...और देखें

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