Holi Colors Disadvantages: केमिकल वाले रंगों से खेलेंगे होली तो होगा भारी नुकसान, हो सकती हैं ये 5 गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं
Holi Colors Disadvantages:होली पर हानिकारक केमिकल वाले रंगों के संपर्क में आने से कई बीमारियां या स्वास्थ्य समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं। इनसे बचने के लिए आपको होली पर सावधानी बरतनी चाहिए। इस लेख में जानें हानिकारक केमिकल वाले रंगों के प्रयोग से होने वाले नुकसान विस्तार से।
Holi Colors Disadvantages
Holi Colors Disadvantages:होली के दिन जब तक रंग-बिरंगे न हो जाएं, तब तक होली का मजा अधूरा सा लगता है। खुशियों के इस त्योहार पर हम सभी एक-दूसरे पर रंग डालते हैं और गुलाल लगाते हैं। लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं आजकल होली के रंगों में मिलावट काफी अधिक की जाती है। इनमें हानिकारक केमिकल्स डाले जाते हैं, जो सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह हो सकते हैं। इसलिए रंगों से होली खेलते समय बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आपको बता दें कि होली पर हानिकारक केमिकल वाले रंगों के संपर्क में आने से कई बीमारियां या स्वास्थ्य समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं। इनसे बचने के लिए आपको होली पर सावधानी बरतनी चाहिए। केमिकल वाले रंगों से होली खलने से कौन-कौन सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इस लेख में विस्तार से जानें।
केमिकल वाले रंगों से होली खेलने से हो सकती हैं ये समस्याएं- Harmful effects of chemical Holi colours on your health in Hindi
पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
अगर हानिकारक केमिकल वाले रंग आपके मुंह में चले जाते हैं, तो यह आपके शरीर में जाने के बाद गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इनकी वजह से व्यक्ति को पेट दर्द, उल्टी, दस्त, आंतों में इन्फेक्शन आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
सांस संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
होली के रंगों में कुछ ऐसे हानिकारक कण होते हैं, जिनकी वजह से व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ और खांसी आदि की समस्या हो सकती है। कई रंगों में सिलिका, सीसा, कांच और पारा जैसे केमिकल डाले जाते हैं।
आंखों को नुकसान पहुंचता है
केमिकल युक्त रंग जब आंख में चला जाता है, तो आंखों को डैमेज कर सकता है। इसकी वजह से आंखों को पुतलियां डैमेज हो सकती हैं। गंभीर मामलों में इससे आंखों की रोशनी कम हो सकती है। साथ ही, ग्लूकोमा और आंखों में सूखापन जैसी स्थितियां भी देखने को मिल सकती हैं।
त्वचा डैमेज हो सकती है
रंगों में मौजूद कांच त्वचा को डैमेज कर सकता है। इसकी वजह से त्वचा में जलन और लालिमा भी देखने को मिल सकती है। यह स्थिति होली के बाद भी कई-कई दिनों तक बनी रह सकती है। कुछ लोगों में केमिकल के कारण कुछ एलर्जी की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल सकती है। इनके कारण त्वचा पर चकत्ते, पित्ती, सूजन और खुजली आदि भी देखने को मिल सकती है।
अस्थमा अटैक आ सकता है
जिन लोगों को अस्थमा की समस्या है, उनके लिए रंगों से होली खेलना और भी जोखिम भरा हो सकता है। इससे अस्थमा का दौरा पड़ने का खतरा होता है। इसलिए ऐसे लोगों को रंगों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | हेल्थ (health News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
TNN हेल्थ डेस्क author
हेल्थ की फ़िक्र हर किसी को होती है। दुनियाभर में कई ऐसी बीमारियां हैं जिनके बारे में हम सभी नहीं जानत...और देखें
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited