Influenza Vaccine: कोरोना वैक्सीन H3N2 वायरस के लिए कितनी कारगार, जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ
Influenza Vaccine: एच3एन2 यानी इंफ्लुएंजा वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। यह तेजी से बच्चे, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। ऐसे में अब लोगों के मन में यह सवाल है कि, क्या कोरोना वैक्सीन H3N2 वायरस से बचाव के लिए कारगार है या नहीं। आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब
कोरोना वैक्सीन H3N2 वायरस के लिए कितनी कारगार
- इंफ्लुएंजा वायरस से कुल 3 हजार से अधिक लोग संक्रमित।
- यह सांस की नली और फेफड़ों को करता है संक्रमित।
- बच्चे, बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं के लिए अधिक खतरनाक।
खासकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं तेजी से इस भयावह वायरस के चपेट में आते जा (
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो H3N2 कोरोना वायरस की तुलना में कम संक्रामक है। यह एक प्रकार का गैर मानव इंफ्लुएंजा वायरस है, जो आमतौर पर सुअरों से फैलने वाली बीमारी है। यह फेफड़े व अस्थमा से संक्रमित मरीजों के लिए अधिक खतरनाक होता है। यह सबसे पहले गले को संक्रमित करता है। इसके बाद सांस की नली और फेफड़ों को अपनी चपेट में लेता है। यह वायरस बदलते मौसम में अधिक संक्रामक हो जाता है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं कि, क्या कोरोना वैक्सीन इंफ्लुएंजा वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कारगार है या नहीं।
कोरोना वैक्सीन H3N2 के लिए कितनी कारगार?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि, एच3एन2 यानी इंफ्लुएंजा वायरस पर कोरोना की वैक्सीन कारगार नहीं होती है। यदि आपने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले रखा है, तो इसके बावजूद भी आप इस वायरस के चपेट में आ सकते हैं। यहां तक कि बूस्टर डोज भी इसके लिए कारगार नहीं होती है। इंफ्लुएंजा वायरस की वैक्सीन अलग होती है, यह भारत समते लगभग सभी देशों में मौजूद है। यह आमतौर पर बच्चो व बुजुर्गों को जून से अगस्त के बीच लगाई जाती है। हालांकि आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। यह वायरस कोरोना की तुलना में कम खरतनाक व संक्रामक होता। कुछ सावधानियां बरतकर आप इस वायरस के चपेट में आने से बच सकते हैं।
क्यों तेजी से फैल रहा है H3N2 वायरस
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो कोराना वायरस के चपेट में आने के बाद, लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले की तुलना में अधिक कमजोर हो गई है। यही कारण है कि, लोग तुरंत इस भयावह वायरस के चपेट में आते जा रहे हैं और यह अपनी संक्रामक रूप धारण कर रहा है। यदि समय रहते इसको नियंत्रित नहीं किया गया तो यह चिंता का विषय बन सकता है।
H3N2 Virus Symptoms, इंफ्लुएंजा वायरस के लक्षण
इंफ्लुएंजा वायरस के शुरुआती लक्षण की बात करें, तो शुरुआत में कफ आना, सिर में तेज दर्द, थकान महसूस होना, सर्दी, जुकाम, तेज बुखार, नाक से पानी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। यदु सही समय पर इसका इलाज न करवाया जाए तो व्यक्ति सांस संबंधी गंभीर परेशानियों से ग्रस्त हो सकता है और धीरे धीरे यह फेफड़ों को भी संक्रमित करता जाता है। जिससे सांस लेने में तकलीफ, त्वचा का नीला पड़ना, मांसपेशियों में तेज दर्द आदि समस्याएं देखने को मिलती हैं।
H3N2 Virus Treatment, H3N2 से बचाव के तरीके
- भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें।
- मास्क लगाकर रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
- समय-समय पर साबुन से हांथ धुलें।
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को रुमाल से ढ़कें
- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें।
- बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक दवाएं लेने से बचें।
इन बातों का ध्यान रखकर आप इस भयावह वायरस के चपेट में आने से बच सकते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | हेल्थ (health News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी अयोध्या का रहने वाला हूं। लिखने-पढ़ने का शौकीन, राजनीति और शिक्षा से जुड़े मुद्दों में विशेष रुचि। साथ ही हेल्...और देखें
पीरियड के दौरान महिलाएं भूलकर न करें ये काम, पेट दर्द और ऐंठन हो जाएगी बेकाबू, खुलकर नहीं होगी ब्लीडिंग
शरीर में जमा खतरनाक टॉक्सिन का पता लगाएगा नैनो पार्टिकल, IIT गुवाहाटी ने किया शानदार आविष्कार
डाइजेशन से जुड़ी ये 5 समस्याएं हैं इरिटेबल बाउल सिंड्रोम का लक्षण, डॉक्टर ने बताए IBS से राहत के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे
देश में मोटापे के बढ़ते मामलों पर PM Modi ने जताई चिंता, बोले सही लाइफस्टाइल है जरूरी, खाने में कम करें ये चीजें
रात में सोते समय क्यों आता है बार-बार पेशाब, समस्या से चाहिए हमेशा के लिए निजात तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited