सुबह खाली पेट सूखे मेवे खाने से क्यों मना करता है आयुर्वेद, क्या है इन्हें खाने का बेस्ट टाइम - एक्सपर्ट से जानें
How To Eat Nuts In Hindi: अगर आप भी सुबह के समय नट्स का सेवन करते हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि कुछ लोगों के लिए नट्स का सेवन नुकसानदेह भी हो सकता है। ऐसे में बस आपको सही तरीके से इनका सेवन करने की जरूरत है। यहां जानें आयुर्वेद के अनुसार कैसे खाएं नट्स।
How To Eat Nuts As Per Ayurveda
How To Eat Nuts In Hindi: आमतौर पर देखते हैं बहुत से लोग अपने दिन की शुरुआत सुबह रात भर पानी में भीगे नट्स और ड्राई फ्रूट्स के साथ करते हैं। ऐसा करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। ये हेल्दी फैट्स, विटामिन ई, जिंक, सेलेनियम आदि जैसे जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये हमारे शरीर अंदर से ठोस और मजबूत बनाने में मदद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आयुर्वेद सुबह नट्स खाने की सिफारिश नहीं करता है। हेल्थ इन्फ्लूएंसर और आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. वरालक्ष्मी यनामंद्र की मानें तो नट्स फैट, मिनरल्स, तेल और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण पचने में भारी होते हैं। सुबह 6 बजे से 10 बजे के बीच कफ काल होता है, इस दौरान ऐसे भारी भोजन को पचाना मुश्किल हो जाता है। इस दौरान हमारी पाचन शक्ति मंद होती है। मेवे मुख्य रूप से फैट से भरपूर होने के कारण शरीर में वात दोष को संतुलित करने वाले फूड हैं, लेकिन काजू जैसे कुछ नट्स अधिक मात्रा में खाने पर नुकसानदेह हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप नट्स का भरपूर लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको इनका सही तरीके से सेवन करने की जरूरत है। आयुर्वेद के अनुसार, नट्स खाने का तरीका क्या है इस लेख में जानें विस्तार से..
आयुर्वेद के अनुसार नट्स का सेवन कैसे करें? - How To Eat Nuts As Per Ayurveda
अगर आप हर सुबह नट्स का सेवन करना चाहते हैं, तो इसके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपकी डाइजेशन अच्छा है और पाचन अग्नि भी तेज है। लेकिन सुबह के समय पाचन अग्नि मंद होती है। ऐसे में आपको इन चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए,
- कम मात्रा में इनका सेवन बेहतर है। नट्स को कम मात्रा में ही खाएं और उन्हें अच्छी तरह चबाकर खाएं।
- इन्हें खाने का सबसे अच्छा समय दोपहर के समय 11 से 4 बजे के बीच है, क्योंकि इस दौरान आपकी पाचन अग्नि तेज होती है।
- खाने से पहले मेवों को कुछ घंटों के लिए पानी में भिगोया जा सकता है। इससे ये पचने में आसान हो जाते हैं और शरीर के लिए ठंडे भी हो जाते हैं।
- भिगोने के बाद, नट्स का छिलका उतारकर खाएं। इसे यह पचने में और भी आसान हो जाते हैं। नट्स के छिलकों में कुछ एंटी-न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं, जो पाचन क्रिया को खराब करते हैं।
- पीसना और प्यूरी बनाकर सेवन करना, ये दोनों प्रक्रियाएं नट्स को बेहतर ढंग से पचाने और अवशोषित करने में मदद मिलती है।
ये लोग नट्स खाने से बचें
- अगर शरीर में हार्मोनल असंतुलन जैसे अतिरिक्त एस्ट्रोजन की समस्या है
- वजन बढ़ने के साथ मेटाबोलिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं
- हार्मोनल मुंहासे के साथ पीसीओएस जैसी समस्या है
- त्वचा संबंधी रोग जैसे एक्जिमा, कुछ प्रकार के सोरायसिस और पित्ती की समस्या है
ये लोग लोग बिना संकोच कर सकते हैं नट्स का सेवन
- जिनकी पाचन क्रिया अच्छी है और आपकी आंतें ठीक से काम करती हैं।
- वात प्रकृति वाले लोग जो शारीरिक और मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं।
- स्वस्थ व्यक्ति जिसे पहले से कोई बीमारी न हो।
- कमजोर और दुबले-पतले लोग जो वजन बढ़ाना चाहते हैं।
- जो लोग गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे हैं।
अगर आप भी सुबह के समय नट्स का सेवन करते हैं, तो इन चीजों का ध्यान तो इन जरूरी बातों का ध्यान रखें। इससे आपको किसी भी तरह के नुकसान से बचने में मदद मिलेगी।
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मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्...और देखें
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