दिनभर माउथ फ्रेशनर चबाने के बाद भी नहीं दूर होती सांसों की बदबू? आज से अपनाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खे, बिना ब्रश किए आएगी ताजा सांसें

Ayurvedic Tips To Get Rid Of Bad Breath: बहुत से लोगों के साथ यह समस्या देखने को मिलती है कि दांतों को अच्छी तरह ब्रश करने के बाद भी उनके मुंह से बदबू आती है। आपको बता दें कि कुछ सरल आयुर्वेदिक नुस्खों की मदद से आप इस समस्या से जड़ से छुटकारा पा सकते हैं। यहां जानें कैसे..

Ayurvedic Tips To Get Rid Of Bad Breath

Ayurvedic Tips To Get Rid Of Bad Breath

Ayurvedic Tips To Get Rid Of Bad Breath: क्या ब्रश करने के बाद कुछ समय के बाद ही आपके मुंह से भी फिर से बदबू आने लगती है? तो आपको बता दें कि ऐसा हैलिटोसिस के कारण होता है। इस स्थिति में आपके मुंह से बदबूदार सांसें और सांसों के साथ अजीब सी गंध आती है। लोगों की इसकी वजह से कई बार शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। वे दूसरे लोगों से बातचीत करने और उनके बीच खड़े होने से भी कतराते हैं। अगर आपको भी इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है, तो आपको बता दें कि कुछ सर नुस्खों की मदद से आसानी से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। हेल्थ इन्फ्लुएंसर और आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. दीक्षा भावसार के अनुसार, कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे आपको सांसों की बदबू से तुरंत राहत दे सकते हैं। आयुर्वेद किसी भी समस्या के उपचार के लिए उसकी जड़ पर काम करता है। इसके लिए सबसे पहले सांसों से दुर्गंध आने के पीछे के कारणों को समझना बहुत आवश्यक है। आपको बता दें कि मुंह या सांसों से बदबू आने के पीछे मुख्य रूप से दो कारण जिम्मेदार होते हैं, पहला खराब ओरल हेल्थ और दूसरा खराब गट हेल्थ। पाचन संबंधी समस्याएं और मुंह की साफ-सफाई का पर्याप्त ध्यान न रखने की वजह से आमतौर पर इस तरह की समस्या देखने को मिलती है। इस लेख में हम आपको इससे छुटकारा पाने के लिए सरल आयुर्वेदिक नुस्खे बता रहे हैं।

सांसों की बदबू या हैलिटोसिस से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे

1. कब्ज

आयुर्वेद के अनुसार, कब्ज खराब मेटाबॉलिज्म का संकेत है, जो मुंह से दुर्गंध के सबसे आम कारणों में से एक है। कब्ज के लिए डाइट में फाइबर से भरपूर फूड शामिल करें। अनहेल्दी खाने से बचें और त्रिफला चूर्ण जैसे शक्तिशाली मिश्रण का सेवन करें।

2. भरपूर पानी पिएं

ओरल हेल्थ को दुरुस्त रखने और पेट को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त पानी पानी बहुत आवश्यक है। यह सांसों की बदबू दूर करने का सबसे सस्ता और आसान तरीका है। इस तरह मुंह से हानिकारक बैक्टीरिया साफ होते हैं और भोजन के अवशेष भी बाहर निकल जाते हैं।

3. ऑयल पुलिंग

आयुर्वेद में ऑयल पुलिंग को कवला या गुंडुषा के नाम से जाना जाता है। मुंह में तेल घुमाने को ऑयल पुलिंग कहते हैं। यह अभ्यास मसूड़ों और दांतों से बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है। यह मुंह के छालों को कम करने में मदद करता है। इससे मुंह की मांसपेशियों की भी एक्सरसाइज होती है, जिससे वे टोन और मजबूत होती हैं। यह मौखिक वनस्पतियों को बेहतर बनाने, दांतों की सड़न को रोकने, सांसों की दुर्गंध को कम करने और दांतों और मसूड़ों के टिशू को मजबूत करने में मदद करता है।

4. अमरूद के पत्ते के काढ़े या इलायची के पानी से गरारे करें

आप एक गिलास पानी में मुट्ठी भर अमरूद की पत्तियां या 1 इलाइची डाल सकते हैं और इसे तब तक उबालें जब तक यह आधा न रह जाए, फिर इस पानी से दिन में दो बार गरारे करें। यह मसूड़ों में सूजन और स्टोमाटाइटिस को कम करने में मदद करता है जो सांसों की दुर्गंध के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।

5. भोजन के बाद सामान्य पानी से गरारे करना

यह सभी भोजन के बाद दांतों फंसे या मुंह में बचे हुए भोजन के टुकड़ों को हटाने में मदद करता है। साथ ही, दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया को रोकने में मदद करता है।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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