Women's Day 2024: ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए हरेक महिला को पता होनी चाहिए ये 8 बातें, जानें डॉक्टर क्या देती हैं सलाह

Preventive Measures Of Breast Cancer In Hindi: अगर महिलाएं समय रहते अपनी जीवनशैली में सुधार कर लें और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए कुछ निवारक कदम उठाएं, तो इसके खतरे को कम कर सकती हैं। इस लेख में डॉक्टर से जानें ब्रेस्ट कैंसर से बचने के उपाय।

Preventive Measures Of Breast Cancer

Preventive Measures Of Breast Cancer

Preventive Measures Of Breast Cancer In Hindi: महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के तेजी से बढ़ते मामलों में उनकी चिंताएं बढ़ा दी हैं। कैंसर का यह प्रकार आजकल काफी महिलाओं में देखने को मिल रहा है। हालांकि, पुरुषों में भी यह देखने को मिल सकता है। ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता की कमी के चलते हर साल लाखों में महिलाओं इसकी चपेट में आ रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो साल 2020 में महिलाओं में वैश्विक स्तर पर 2.3 ब्रेस्ट कैंसर के मामलों का निदान किया गया। इससे हर साल लाखों महिलाओं को अपनी जान गंवानी पड़ती है। अच्छी बात यह है कि अगर महिलाएं समय रहते अपनी जीवनशैली में सुधार कर लें और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए कुछ निवारक कदम उठाएं, तो इसके खतरे को कम कर सकती हैं। हालांकि, आनुवंशिकी जैसे कुछ जोखिम कारक अपरिहार्य हैं। लेकिन हरेक महिला स्तन कैंसर होने की संभावना को कम करने के लिए सक्रिय प्रयास कर सकती है। ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने और इससे बचने के लिए महिलाएं क्या-क्या कदम उठा सकती हैं, इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने मणिपाल अस्पताल, खराड़ी, पुणे की डॉ. शिप्रा कुंवर (सलाहकार - प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ) से बात की। इस लेख में जाने ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए कुछ जरूरी स्टेप और जरूरी बातें, जो सभी महिलाओं को जरूर पता होनी चाहिए।

महिलाएं अपनाएं ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए ये उपाय- Preventive Measures Of Breast Cancer In Hindi

1. स्वस्थ आहार लें

संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना बहुत आवश्यक है। अपनी डाइट में फल-सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स से भरपूर फूड्स शामिल करें। ये ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम कम करते हैं। वहीं, तला-भुना, बहुत नमकीन, मिर्च-मसालेदार भोजन, जंक और प्रोसेस्ड फूड, चीनी युक्त फूड्स, कोला और कोल्ड ड्रिंक्स आदि जैसे फूड्स कैंसर के विकास में योगदान दे सकते हैं। इसलिए इनका कम से कम मात्रा में सेवन करें।

2. शराब और स्मोकिंग से दूरी बनाएं

हरेक महिला को यह कोशिश करनी चाहिए कि वे शराब के सेवन से बचे। साथ ही, स्मोकिंग से भी दूर रहे। जीवनशैली की ये खराब आदतें शरीर में फ्री-रेडिकल्स की मात्रा बढ़ाती हैं, जिससे शरीर में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है और कैंसर के विकास की बढ़ती है। इसलिए इनसे सख्त परहेज करें।

3. वजन कंट्रोल रखें

शरीर का बढ़ता वजन या मोटापे को ब्रेस्ट कैंसर के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक माना जाता है। जिन महिलाओं का वजन अधिक होता है, उनमें ब्रेस्ट कैंसर के विकास की संभावना भी अधिक होती है। इसलिए शरीर का वजन अधिक न बढ़ने दें। शरीर में स्वस्थ वजन को बनाए रखने का प्रयास करें।

4. एक्टिव रहें

शारीरिक रूप से एक्टिव रहने, खेल खेलने और नियमित एक्सरसाइज करने से कैंसर के खतरे को कम करने में बहुत मदद मिलती है। इससे शरीर का वजन भी मेंटेन रहता है और यह सीधे तौर पर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने में प्रभावी है। दिन में 30 मिनट पैदल चलना, रनिंग या जॉगिंग, साइकिलिंग, स्विमिंग और योग आदि जैसी सरल एक्सरसाइज भी आपको बहुत फायदा पहुंचा सकती है। इसलिए रोज कम से 30-40 मिनट एक्सरसाइज करने का लक्ष्य जरूर रखें।

5. स्तनपान कराएं

महिलाओं के लिए स्तनपान कराना बहुत फायदेमंद होता है। अध्ययनों में पाया गया है कि स्तनपान कराने वाली माताओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है। इसलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि अपने शिशु को स्तनपान जरूर कराना चाहिए। जितना संभव हो, उतना स्तनपान जरूर कराएं।

6. हार्मोन थेरेपी लेते समय सावधानी बरतें

एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के कॉम्बिनेशन वाली हार्मोन थेरेपी ब्रेस्ट कैंसर के विकास में योगदान दे सकती है। यह महिलाओं में कैंसर के खतरे को बढ़ा सकीत है। इसलिए इन्हें हमेशा डॉक्टर निगरानी में ही लेना चाहिए। साथ ही, आवश्यकता होने पर डॉक्टर की सलाह पर ही इन्हें लेना चाहिए। इनकी अधिक मात्रा और लंबे समय तक उपयोग, दोनों ही कैंसर के विकास में योगदान दे सकते हैं।

7. सेल्फ ब्रेस्ट टेस्ट करना सीखें

ब्रेस्ट कैंसर के विकास को रोकने और खतरे को कम करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इसलिए स्तनों को खुद से टेस्ट करना सीखना अनिवार्य है। यह सलाह दी जाती है कि विशेष रूप से 40 की उम्र के बाद महिलाओं को हर महीने अपने स्तनों की जां करनी चाहिए। स्तनों की जांच अपने हाथ को सीधा करके गोलाकार गति में करनी चाहिए।

8. स्क्रीनिंग आवश्यक है

ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए समय-समय पर ब्रेस्ट टेस्ट और स्क्रीनिंग कराना आवश्यक है। इससे समय रहते ब्रेस्ट कैंसर का निदान किया जा सकता है। स्तन के स्वरूप या बनावट में किसी भी तरह का बदलाव नोटिस होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जिसके आधार पर डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट और स्क्रीनिंग का सुझाव दे सकता है।

डॉक्टर क्या सलाह देती हैं?

डॉ. शिप्रा कुंवर सुझाव देती हैं ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने के लिए प्रत्येक महिला को अपने स्तनों की जांच कराने और किसी भी परेशानी के समाधान के लिए नियमित डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए। अगर कोई महिला ब्रेस्ट कैंसर को लेकर चिंतित है, तो ऐसे में एक डॉक्टर से बातचीत करने से उनकी चिंताएं दूर हो सकती हैं और बेहतर महसूस करने में मदद मिल सकती है। ब्रेस्ट कैंसर से बचने और जल्दी निदान के लिए कार्रवाई करना महत्वपूर्ण है। स्वस्थ विकल्प चुनकर और नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाकर महिलाएं खुद अपने स्वास्थ्य और सामान्य कल्याण की जिम्मेदारी ले सकती हैं।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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