स्मोकिंग की लत से जल्द मिलेगा छुटकारा, आज से ही अपनाएं WHO की बताई ये टिप्स- बिना निकोटीन छूटेगी तंबाकू की लत

How To Quit Smoking In Hindi: अगर आप भी सिगरेट की लत छोड़ना चाहते हैं, तो डब्ल्यूएचओ ने इसके लिए पहली बार गाइडलाइन शेयर की हैं। इसमें कुछ ऐसे सुझाव दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से स्मोकिंग या तंबाकू की लत से पीछे छुड़ा सकते हैं। इस लेख में जानें इसके बारे में...

How To Quit Smoking In Hindi

How To Quit Smoking In Hindi

How To Quit Smoking In Hindi: हम सभी आए दिन सुनते हैं कि धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक है, लेकिन फिर भी बहुत से लोग ऐसे हैं जिन में कई-कई सिगरेट पी जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो दुनिया भर लगभग 125 बिलियन तक लोग किसी न किसी रूप में स्मोकिंग करते हैं। आपको बता दें कि इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है। किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है। इससे फेफड़े खराब होने और कैंसर जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ की मानें तो स्मोकिंग करने वाले लोग 60 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं, जो स्मोकिंग करते तो हैं लेकिने वे इस लत से पीछा छुड़ाना चाहते हैं। व तंबाकू छोड़ने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन छोड़ नहीं पाते हैं। ऐसे लोगों की मदद करने के लिए पहली बार डब्ल्यूएचओ गाइडलाइन जारी की है। इन्हें फॉलो करके व्यक्ति को तंबाकू छोड़ने में काफी मदद मिल सकती है। अगर आप भी स्मोकिंग छोड़ना चाहते हैं, तो आगे पढ़ें डब्ल्यूएचओ के बताए टिप्स।

स्मोकिंग से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

अध्ययन में पाया गया है कि स्मोकिंग करने वाले में डिप्रेशन जैसी स्थितियों का खतरा अधिक होता है। क्योंकि इसे ब्रेन केमिस्ट्री और न्यूरोट्रांसमीटर फंक्शन प्रभावित होती है। इससे व्यक्ति धीरे-धीरे बीमार पड़ने लगता है। लगातार स्मोकिंग या तंबाकू का सेवन फेफड़ों का कैंसर, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, डायबिटीज, हृदय रोग आदि के खतरे को बढ़ाने में योगदान दे सकता है।

डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन में क्या सुझाव दिए गए हैं

WHO ने तंबाकू छोड़ने के लिए वेरेनिकलाइन, निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (NRT), बुप्रोपियन और साइटोसिन को प्रभावी बताया है। इनकी मदद से स्मोकिंग की लत छुड़ाने और इसके उपचार में मदद मिल सकती है।

  • निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी को स्मोकिंग छोड़ने में काफी मददगार साबित हो सकती है।
  • वेरेनिकलाइन की बात करें तो यह एक ऐसी दवा है जिसमें निकोटिन नहीं होता है। लेकिन इसे डॉक्टर की पर्ची से ही लिया जा सकता है। इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना बुहत आवश्यक है।
  • बूप्रोपियोन एक एंटीडिप्रेसेंट दवा है। ये दवाएं हार्मोन को बैलेंस करने और मूड में सुधार करने के लिए दी जाती हैं। यह स्मोकिंग की तलब को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है।
  • सिस्टिन निकोटिनिक एसीटायकोलीन रिसेप्टर भी स्मोकिंग की लत को छुड़ाने में बहुत मददगार हो सकती है।

अगर कोई व्यक्ति स्मोकिंग छोड़ना चाहता है तो ये टिप्स उसकी लत को छुड़ाने में बहुत मदद कर सकती हैं। इस तरह आपको एक स्वस्थ और लंबा जीवन जीने में भी मदद मिलेगी।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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