निकली हुई तोंद को नैचुरली करना है कम तो आजमाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खे, कम मेहनत में तेजी से पिघलेगी शरीर की चर्बी

Ayurvedic Remedies To Reduce Belly Fat In Hindi: लोगों के पास इतना समय भी नहीं होता है कि व जिम में जाकर पसीना बहा सकें। ऐसे में कम मेहनत में अगर आपको तेजी से बैली फैट घटाना है, तो कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे इसमें आपकी काफी मदद कर सकते हैं। यहां जानें इनके बारे में।

Ayurvedic Remedies To Reduce Belly Fat

Ayurvedic Remedies To Reduce Belly Fat

Ayurvedic Remedies To Reduce Belly Fat In Hindi: क्या आपकी भी अब तोंद निकलने लगी है? बाहर निकला और लटका हुआ पेट देखने में बहुत ही बुरा लगता है। यह हमारे शरीर के पूरे स्ट्रक्चर को ही बदल देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, यह सिर्फ हमारे लुक को ही खराब नहीं करता है, बल्कि इसके कारण अंदर ही अंदर शरीर में कई बीमारियां भी बनाने लगती हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि पेट के एरिया मे बढ़ती चर्बी को समय रहते कंट्रोल कर लिया जाए। आमतौर पर हम देखते हैं कि लोग पेट कम करने के लिए डाइटिंग करना शुरू कर देते हैं, लेकिन बहुत समय तक इसे फॉलो नहीं कर पाते हैं। साथ ही, लोगों के पास इतना समय भी नहीं होता है कि व जिम में जाकर पसीना बहा सकें। ऐसे में वे इस बात को लेकर काफी परेशान रहते हैं कि आखिर किस तरह वे पेट की चर्बी कम कर सकते हैं? आपको बता दें कि कम मेहनत में अगर आपको तेजी से बैली फैट घटाना है, तो कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे इसमें आपकी काफी मदद कर सकते हैं। बस आपको कुछ सिंपल टिप्स को फॉलो करना है। आप देखेंगे कि कुछ ही दिनों में आपका पेट अंदर जाने लगेगा। इस लेख में हम आपको बैली फैट कम करने के लिए कुछ सरल आयुर्वेदिक नुस्खे बता रहे हैं।

पेट की चर्बी कम करने के लिए इन आयुर्वेदिक नुस्खों को आजमाएं - Ayurvedic Remedies To Reduce Belly Fat In Hindi

इन जड़ी-बूटियों को बनाए रूटीन का हिस्सा

हमारे किचन में मौजूद कुछ जड़ी-बूटियां जैसे अदरक, धनिया, जीरा और सौंफ आदि वेट लॉस में मदद करते हैं। आप इनकी चाय बनाकर पी सकते हैं। इसके अलावा आंवला, एलोवेरा जूस, गिलोय का चूर्ण आदि कुछ ऐसी आयुर्वेदिक हर्ब्स हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं। ये तेजी से वजन घटाती हैं।

गुनगुना पानी पिएं

भले ही आपको गुनगुना पानी पीने में असहजता महसूस हो सकती है, लेकिन यह शरीर की चर्बी को पिघलाने में बहुत प्रभावी है। दिनभर गर्म पानी पीने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और मेटाबॉलिज्म भी तेज काम करता है। इस तरह शरीर की चर्बी को पिघलाने में मदद करता है।

जठराग्नि बढ़ाएं

आयुर्वेद में पाचन अग्नि (Digestive Fire) को जठराग्नि कहा जाता है, जो भोजन के बेहतर पाचन के लिए बहुत आवश्यक है। पाचन अग्रि मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में भी सहायता करती है। इसे बढ़ाने के लिए तासीर में गर्म चीजें खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन ठंडी चीजें खाने से बचें।

खाने में जल्दबाजी न करें

आयुर्वेद की मानें तो 70 प्रतिशत तक भोजन पचने योग्य हमारे मुंह में ही हो जाता है, लेकिन ज्यादातर लोग जल्दी-जल्दी खाते हैं और सीधा भोजन को निगल लेते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। चबा-चबाकर आराम से माइंडफुलनेस के साथ भोजन करें।

पैदल चलें

वॉकिंग को कुछ मामलों में दौड़ने से भी अच्छी एक्सरसाइज माना जाता है। दिनभर में सिर्फ 30 मिनट टहलने से आपको शरीर की चर्बी कम करने में काफी मदद मिल सकती है। इसलिए पैदल जरूर चलें।

रात का खाना देर से न खाएं

आयुर्वेद यह सुझाव देता है कि डिनर शाम को 7 बजे तक कर लेना चाहिए। साथ ही, इस दौरान बहुत भारी खाने से भी बचना चाहिए। इस दौरान हमारी पाचन अग्नि प्राकृतिक रूप से मंदी होती है, ऐसे में आप जो कुछ भी खाते हैं वह ठीक से पच नहीं पाता है और शरीर में चर्बी बढ़ाता है।

नींद से समझौता न करें

संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए एक अच्छी नींद बहुत आवश्यक है। अगर आप पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं, तो रात में 7-8 घंटे की अच्छी नींद जरूर लें। यह शरीर की रिकवरी में बहुत अहम भूमिका निभाती है। साथ ही, हार्मोन्स के संतुलन को भी बनाए रखती है।

डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

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    TNN हेल्थ डेस्क author

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