Work During Pregnancy: एक जैसी नहीं होती सबकी प्रेग्नेंसी, ऑफिस वर्क के दौरान ऐसे रखें अपना ध्यान
Work During Pregnancy: आजकल के दौर में ज्यादातक महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान भी ऑफिस जाती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान काम करने की कोई मनाही नहीं है, लेकिन ऐसे में अपना ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है।
Work During Pregnancy: आजकल महिलाएं फाइनेंशियल इंडिपेंडेंट हैं। वो ऑफिस में लगातार काम करती हैं। इस दौरान कई तरह की परेशानियां भी उनके सामने आती हैं। जहां हर महीने पीरियड के 4 दिनों को भी समस्या मान लिया जाता है, वहां प्रेग्नेंसी के 9 महीने का समय किसी के लिए भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हालांकि, कुछ महिलाएं इसे बहुत सहजता से निकाल लेती हैं। जबकि कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान काम करने के कारण कई तरह की शारीरिक और मानसिक दिक्कत आती है। प्रेग्नेंसी कोई समस्या नहीं है, लेकिन कई महिलाओं के लिए इसे काम के साथ करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान करते हुए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो नही कर पाती है जिसका वजह से वो काम छोड़ी देती है। कई बार काम छोड़ने के बाद महिलाएं पोस्टपार्टम डिप्रेशन का भी शिकार हो जाती है। अगर आप भी कामकाजी हैं, तो जानिए प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अपना ख्याल कैसे रखना है।
टिप्स जिनकी मदद से आप प्रेग्नेंसी में भी मैनेज कर सकती हैं ऑफिस वर्क-
1) बैठने और वजन उठाने में सावधानी बरतेंभारी वस्तुओं को उठाने से बचें या कम करें, क्योंकि यह आपकी पीठ और पेट की मांसपेशियों को तनाव दे सकता है। यदि उठाना जरूरी है, तो उचित उठाने वाली तकनीकों का उपयोग करें, जैसे कि घुटनों के बल झुकना और अपनी पीठ के बजाय अपने पैरों से उठाना। यदि आपकी बैठने वाली जॉब है तो आपको थोड़ी देर में उठ-उठ कर चलना है ज्यादा देर तक बैठे नही रहना। किसी भी भारी चीज को उठाने या धक्का लगाने से बचना आपके लिए ठीक रहेगा।
2) हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में रहे ज्यादा सावधानअगर आपका काम चौकड़ी मारकर बैठने का है तो ये आपके लिए अच्छा है लेकिन अगर बार बार स्क्वाट करने की जरूरत पड़ रही है तो ये आपके लिए रिस्की हो सकता है। हाइ रिस्क प्रेग्नेंसी में कई चीजें हो सकती है जैसे प्लेसंटा नीचे की तरफ होना, डायबिटिज, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या या स्पॉटिंग होना, वजन ज्यादा होना, एचआईवी पॉजिटिव है, ये सब भी हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के अंदर आते है ऐसे में आपको काम न करने की सलाह दी जाती है। लेकिन अगर काम बहुत ज्यादा जरूरी है तो आपको काम के दौरान काफी सावधानी बरतनी पड़ेगी। जैसे आपको हर थोड़ी देर में ब्रेक लेना चाहिए, टहलना चाहिए, संतुलित आहार थोड़ी- थोड़ी देर में लेते रहना चाहिए, हाइड्रेशन के लिए पानी पीना जरूर ध्यान रखें।
3) तनाव का प्रबंधन करेंतनाव का आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करें जैसे गहरी सांस लेने के व्यायाम, माइंडफूलनेस, और आराम करने और रिचार्ज करने के लिए ब्रेक लेना। तनाव के कारण प्रीमेच्यॉर बर्थ और कई तरह के हाईरिस्क प्रेग्नेंसी कॉमप्लीकेशन हो सकते है।
4) लंबे समय तक खड़े रहना या बैठनालंबे समय तक खड़े रहने या बैठने से असुविधा और सर्कुलेशन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। बैठने और खड़े होने के बीच वैकल्पिक करने की कोशिश करें, थोड़ी देर टहलें और सहायक जूते का उपयोग करें। यदि आपको विस्तारित समय के लिए बैठने की आवश्यकता है तो फुटरेस्ट या कुशन का उपयोग करने पर विचार करें। यदि आप ज्यादा देर तक बैठते है तो आपके एक छोटी टबल आपने पैरों को सपोर्ट देने के लिए रखनी चाहिए आपको सीधे जमीन पर पैर रखकर बैठने से बचना चाहिए। हो सके तो ऐसी कुर्सी लें जिसमें कुशन लगें हो।
5) नियमित ब्रेक लेना है जरूरीआराम करना, स्ट्रेट करना और इधर-उधर जाने के लिए पूरे दिन में छोटे-छोटे ब्रेक लें। यह थकान को कम करने, परिसंचरण में सुधार करने और रक्त के थक्कों के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
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