डाइट में नमक और शरीर में फ्लूइड कम करके हो सकता है किडनी की बीमारी का इलाज,नई रिसर्च में हुआ चौंका देने वाला खुलासा

Kidney Disease Treatment In Hindi: हाल ही में एक नये अध्ययन में यह बात सामने आई है कि डाइट में नमक की मात्रा और शरीर से तरल पदार्थों को कम करके किडनी की बीमारी का इलाज किया जा सकता है। अध्ययन के निष्कर्ष किडनी की बीमारी के इलाज की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।

Kidney Disease Treatment

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Kidney Disease Treatment In Hindi: आजकल लोगों में किडनी से जुड़ी समस्याएं बहुत आम हो रही हैं। किडनी में पथरी, इन्फेक्शन, सूजन और किडनी फेलियर जैसी स्थितियां लोगों में काफी देखने को मिल रही हैं। किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह शरीर की गंदगी को को फिल्टर करके बाहर निकालने में मदद मिलती है। यह शरीर के लिए आवश्यक कुछ ऐसे हार्मोन्स बनाने में मदद करती है, जो शरीर के अन्य अंगों को दुरुस्त रखने और लाल लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करते हैं। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल और कैल्शियम के मेटाबॉलिज्म में भी किडनी की बहुत अहम भूमिका होती है। इसके शरीर में अनेक कार्य हैं। लेकिन लोगों में लगातार खराब किडनी फंक्शन की समस्या तेजी से बढ़ रही है।अगर किडनी अपना काम ठीक से करना बंद कर दे तो इससे शरीर में कई रोग पैदा हो सकते हैं।
अच्छी बात यह है कि स्वस्थ जीवनशैली और अच्छे खानपान के साथ किडनी को आसानी से स्वस्थ रखा जा सकता है। जिन लोगों को पहले से किडनी की कोई बीमारी है उनके लिए भी कुछ सरल टिप्स बहुत कारगर साबित हो सकते हैं। आपको बता दें कि एक नए अध्ययन में यह भी सामने आया है कि डाइट में नमक की मात्रा को कम, साथ ही शरीर से तरल को कम करके किडनी की बीमारी के उपचार में मदद मिल सकती है। यह किडनी को स्वस्थ रखने में कैसे लाभकारी है, जानने के लिए आगे पढ़ते रहें...

क्या कहते हैं अध्ययन के निष्कर्ष

दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के केक स्कूल ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अगर किडनी के मरीज नमक का सेवन सीमित करें और उनके शरीर से फ्लूइड की मात्रा कम हो जाए तो इससे किडनी की कोशिकाओं को रिपेयर करने में मदद मिल सकती हैं। साथ ही, कोशिकाएं फिर से बनने की संभावना भी बढ़ जाती है। हालांकि, यह अध्ययन जानवरों पर किया गया था। अध्ययन में चूहों को बहुत कम नमक वाला आहार दिया। इसके अलावा, उन्हें ऐसी दवाएं भी दीं, जिससे शरीर से तरल कम किया जा सके।
ऐसा वैज्ञानिकों लगातार 15 दिनों तक किया। वैज्ञानिकों ने पाया कि चूहों में एमजी कोशिकाएं फिर से बनने लगीं। उन्होंने एमडी कोशिकाओं में कुछ जीन से खास संकेतों की पहचान की, जिन्हें डाइट में कम नमक को कम करके किडनी की संरचना और कार्यप्रणाली को फिर से ठीक किया जा सकता है।

किडनी की बीमारी इलाज में हो सकता है लाभकारी

आपको बता दें कि किडनी की बीमारी का कोई इलाज नहीं है। किडनी के मरीज को इलाज के लिए डायलिसिस पर रहना पड़ता है। ऐसे में अध्ययन के निष्कर्ष किडनी के इलाज की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। इससे किडनी के बीमारी के इलाज में मदद मिल सकती है।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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Vineet author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर चीफ कॉपी एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला हूं। हेल्थ और फिटनेस जुड़े विषयों में मेरी खास दिलचस्पी है।...और देखें

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