Lalu Prasad Yadav Kidney Transplant: कौन कर सकता है किडनी डोनेट, जानिए कैसे होती है मैचिंग, कितना है सक्सेस रेट

Kidney Transplant Rules and Succes Rate: लालू प्रसाद यादव की किडनी का सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट हो गया है। लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी किडनी डोनेट की है। भारत में किडनी और अंग के प्रत्यारोपण को लेकर कई कानून है। जानिए कौन डोनेट कर सकता है किडनी और क्या है इससे जुड़े नियम।

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Kidney Transplant

मुख्य बातें
  • लालू प्रसाद यादव का हुआ सफल किडनी ट्रांसप्लांट
  • लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने की किडनी डोनेट।
  • किडनी डोनेशन के लिए कई नियम और कुछ प्रक्रिया हैं।
Kidney Transplant Rules and Succes Rate:बिहार के पूर्व सीएम और राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) का सिंगापुर में किडनी का सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट हो गया है। लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने अपने पिता को किडनी डोनेट की है। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी हर कोई तारीफ कर रहा है। भारत में किडनी ट्रांसप्लांट पर कई अहम नियम है। इन नियमों में साफ जाहिर किया है कि कौन किडनी डोनेट कर सकता है। इसके अलावा किडनी डोनेशन के लिए अधिकतम आयु सीमा क्या है। साथ ही जानिए कितना है किडनी ट्रांसप्लांट का सक्सेस रेट।
नेशनल ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (NOTTO) के अनुसार दो तरह के लोग अपनी किडनी डोनेट कर सकते हैं। पहला वह व्यक्ति जो अपनी मर्जी से अपनी एक किडनी डोनेट कर रहा है। साथ ही उसका दूसरा गुर्दा शरीर के सभी काम करने के लिए सक्षम हो। ऐसे व्यक्ति अपनी किडनी को डोनेट कर सकते हैं। दूसरी श्रेणी में वह लोग होते हैं, जिनकी मस्तिष्क- स्टेम और कार्डियक अरेस्ट के कारण मृत्यु हो जाती है। वह व्यक्ति मृत्यु से पहले अपना अंग दान करने के लिए कह सकता है। ऐसे में अंग दान करके आप किसी की जिंदगी बचा सकते हैं।
परिवार के ये सदस्य दे सकते हैं किडनी
किडनी डोनेशन परिवार के सदस्य भी दे सकते हैं। इनमें दादा-दादी, नाना और नानी, माता-पिता, भाई-बहन और बच्चे भी डोनेट कर सकते हैं। इसके अलावा डोनर की मृत्यु की दर और मेडिकल हिस्ट्री देखने के बाद ही ट्रांसप्लांट कर रही टीम यह तय करती है। आपको बता दें कि डॉक्टर की टीम जो किडनी ट्रांसप्लांट कर रही है वह ये भी तय करती है कि किडनी डोनेट के कारण डोनर को कोई जोखिम है या फिर नहीं। भारतीय कानून के मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 के तहत डोनेशन की अनुमति मिलती है। साल 2011 में इसमें संशोधन किया गया है।
जानिए कितनी है सफलता दर
बीबीसी से बातचीत में सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर डी.एस.राणा के मुताबिक किडनी डोनेशन के लिए डोनर और जिसे किडनी की जरूरत है उसका ब्लड ग्रुप एक होना जरूरी है। इसके अलावा डोनर यूनिवर्सल ब्लड डोनर भी होना जरूरी है। कई मामलों में ब्लड न मैच होने के बावजूद भी किडनी को डोनेट कर सकते हैं।
सक्सेस रेट की बात करें तो लालू प्रसाद यादव का सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। यहां पर जीवत डोनर द्वारा ट्रांसप्लांट का सफलता दर 98 फीसदी से अधिक है। वहीं, मृत डोनर से ट्रांसप्लांट का सफलता दर 94.88 फीसदी है।
(प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
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शिवम पांडे author

शिवम् पांडे सिनेमा के आलावा राजनीति, व्यापार और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्धों में खास रुचि है। पत्रकारिता में लगभग सात साल का अनुभव रखने वाले शिवम् पांडे बॉ...और देखें

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